नई दिल्ली
पीएम नरेंद्र मोदी दो दिन के भूटान दौरे पर शनिवार को रवाना हो गए हैं। पीएम मोदी अपने दो दिवसीय इस दौरे के दौरान भारत के करीबी दोस्त भूटान के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। पीएम मोदी की दूसरी पारी में यह पहली भूटान यात्रा है।
पीएम मोदी ने 'नेबर फर्स्ट' के तहत भूटान और भारत के रिश्तों को महत्वपूर्ण स्तंभ बताया है। पीएम मोदी इस यात्रा के दौरान दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों सहित आपसी हितों से जुड़े विविध विषयों पर व्यापक चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, ‘पीएम मोदी भूटान के प्रधानमंत्री डॉ. लोटे शेरिंग के आमंत्रण पर वहां जा रहे हैं ।’विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा दर्शाती है कि भारत सरकार अपने भरोसेमंद मित्र भूटान के साथ संबंधों को कितना महत्व देती है । मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ‘अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भूटान यात्रा भारत सरकार द्वारा ‘पड़ोस प्रथम’ नीति पर जोर दिए जाने के महत्व को दर्शाती है ।’
प्रधानमंत्री मोदी अपनी भूटान यात्रा के दौरान भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और भूटान के चौथे नरेश जिग्मे सिग्ये वांगचुक से भेंट करेंगे। वह भूटान के प्रधानमंत्री डॉ. लोटे शेरिंग के साथ बैठक करेंगे। भारत और भूटान समय की कसौटी पर खरे और विशेष संबंधों को साझा करते हैं और दोनों देश साझी सांस्कृतिक धरोहर और लोगों के बीच संपर्क के साथ आपसी समझ और सम्मान का भाव रखते हैं। दोनों देश आर्थिक और विकास सहयोग सहित द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे। इसमें पनबिजली क्षेत्र में सहयोग सहित दोनों देशों के लोगों के बीच सम्पर्क को बढ़ाने का विषय भी शामिल हो सकता है
पीएम नरेंद्र मोदी दो दिन के भूटान दौरे पर शनिवार को रवाना हो गए हैं। पीएम मोदी अपने दो दिवसीय इस दौरे के दौरान भारत के करीबी दोस्त भूटान के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। पीएम मोदी की दूसरी पारी में यह पहली भूटान यात्रा है।
पीएम मोदी ने 'नेबर फर्स्ट' के तहत भूटान और भारत के रिश्तों को महत्वपूर्ण स्तंभ बताया है। पीएम मोदी इस यात्रा के दौरान दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों सहित आपसी हितों से जुड़े विविध विषयों पर व्यापक चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, ‘पीएम मोदी भूटान के प्रधानमंत्री डॉ. लोटे शेरिंग के आमंत्रण पर वहां जा रहे हैं ।’विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा दर्शाती है कि भारत सरकार अपने भरोसेमंद मित्र भूटान के साथ संबंधों को कितना महत्व देती है । मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ‘अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भूटान यात्रा भारत सरकार द्वारा ‘पड़ोस प्रथम’ नीति पर जोर दिए जाने के महत्व को दर्शाती है ।’
प्रधानमंत्री मोदी अपनी भूटान यात्रा के दौरान भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और भूटान के चौथे नरेश जिग्मे सिग्ये वांगचुक से भेंट करेंगे। वह भूटान के प्रधानमंत्री डॉ. लोटे शेरिंग के साथ बैठक करेंगे। भारत और भूटान समय की कसौटी पर खरे और विशेष संबंधों को साझा करते हैं और दोनों देश साझी सांस्कृतिक धरोहर और लोगों के बीच संपर्क के साथ आपसी समझ और सम्मान का भाव रखते हैं। दोनों देश आर्थिक और विकास सहयोग सहित द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे। इसमें पनबिजली क्षेत्र में सहयोग सहित दोनों देशों के लोगों के बीच सम्पर्क को बढ़ाने का विषय भी शामिल हो सकता है