कुरैशी ने कहा, ‘‘मैं यहां द्विपक्षीय यात्रा पर हूं, न कि भारत विशिष्ट एजेंडे से संबंधित यात्रा पर। मेरा एजेंडा यूएई-पाकिस्तान है, न कि भारत-पाकिस्तान।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि भारतीय विदेश मंत्री के साथ कोई बैठक तय हो रही है।’’
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर भी द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग और समुदाय कल्याण के मुद्दे पर यूएई की यात्रा पर हैं।
जयशंकर की यूएई यात्रा भी संयोग से उसी समय हुई है, जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री भी यूएई की यात्रा पर हैं।
मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता पुन: शुरू कराने में यूएई मदद कर रहा है।
दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच यूएई में बैठक होने की संभावना संबंधी कयास भी लगाए जा रहे हैं।
कुरैशी ने कहा कि तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से भारत हमेशा हिचकता रहा है, लेकिन पाकिस्तान इसका स्वागत करता है।