राहा सेना की तीनों सेवाओं में पहले प्रमुख हैं जो लक्षित हमले के बाद मीडिया के समक्ष आए हैं। अधिकारी इस अभियान के बारे में कुछ नहीं कह रहे हैं और इस बारे में अभी तक केवल सैन्य अभियान महानिदेशक का संक्षिप्त बयान आया है। राहा ने कहा कि लक्षित हमलों का मुद्दा संवेदनशील है और बल अपनी क्षमता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रीत किये हुए है लेकिन यह किसी खास देश के खिलाफ केंद्रीत नहीं है । उन्होंने कहा हम किसी देश या प्रतिद्वन्द्वी को ध्यान में रखकर अपनी क्षमताओं का विकास नहीं कर रहे हैं। हम अपनी सामरिक पहुंच का निर्माण करने और अपने प्रतिद्वन्द्वी के समक्ष प्रतिरोधक पेश करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। और अगर किसी आकस्मित स्थिति में इन क्षमताओं के उपयोग की जरूरत पड़े तब हत ऐसा करेंगे। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि यह सर्वश्रेष्ठ होता कि बल की इच्छित सूची को पूरा किया जाता । उन्होंने कहा कि पहले खरीद परिणाम आधारित नहीं प्रक्रिया आधारित होती थी और लेकिन अब चीजें बदल रही हैं । पहले खरीद लम्बी प्रक्रिया थी और अब सरकार लीक से हटकर सोच रही है । इसका उदाहरण राफेल सौदा है जिस पर नौ वर्षो तक काम हुआ । लेकिन अब सरकार से सरकार के स्तर पर फ्रांस के साथ बातचीत करके प्रधानमंत्री ने निर्णय किया ।
राहा ने जोर देकर कहा कि भारतीय वायु सेना के पास किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने की क्षमता है।
राहा सेना की तीनों सेवाओं में पहले प्रमुख हैं जो लक्षित हमले के बाद मीडिया के समक्ष आए हैं।
नवभारतटाइम्स.कॉम 4 Oct 2016, 6:38 pm