नई दिल्ली
भारत के 3 फोटोग्राफर्स को प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार मिलने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि आपने हमें गौरवान्वित किया है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर निवासी फोटोग्राफर्स यासीन डार, मुख्तार खान और चन्नी आनंद को पुलित्जर फीचर फोटोग्राफी पुरस्कार मिला है। यह सभी न्यूज एजेंसी असोसिएटेड प्रेस (एपी) के लिए काम करते हैं। राहुल ने किया ट्वीट
राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि जम्मू-कश्मीर में जीवन की शक्तिशाली छवियों के लिए पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले भारतीय फोटो जर्नलिस्ट्स यासीन डार, मुख्तार खान और चन्नी आनंद को बधाई। आपने हम सबको गौरवान्वित किया है।
सोमवार देर रात हुई पुरस्कारों की घोषणा
बता दे कि यासिन और मुख्तार श्रीनगर में रहते हैं, जबकि आनंद जम्मू जिले के निवासी हैं। चन्नू आनंद पिछले 20 सालों से एपी के साथ जुड़े हुए हैं। पुरस्कार जीतने पर बेहद खुश आनंद ने कहा, 'मैं आश्चर्यचकित हूं। मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा है।' देर रात इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों की घोषणा हुई। इन तीनों ने घाटी के सामान्य जनजीवन के साथ ही प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों की तस्वीरों को भी दुनिया तक पहुंचाया।
कश्मीर घाटी की कवरेज के लिए 3 भारतीय फोटोग्राफर्स को पुलित्जर पुरस्कार
1917 में हुई थी शुरूआत
पुलित्जर पुरस्कार की शुरुआत 1917 में की गई थी। यह अमेरिका का एक प्रमुख पुरस्कार है, जो समाचार पत्रों की पत्रकारिता, साहित्य एवं संगीत रचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को दिया जाता है। पिछले साल यह पुरस्कार 'न्यूयॉर्क टाइम्स' और 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके परिवार से संबंधित जानकारियां सामने लाने के लिए दिया गया था।
भारत के 3 फोटोग्राफर्स को प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार मिलने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि आपने हमें गौरवान्वित किया है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर निवासी फोटोग्राफर्स यासीन डार, मुख्तार खान और चन्नी आनंद को पुलित्जर फीचर फोटोग्राफी पुरस्कार मिला है। यह सभी न्यूज एजेंसी असोसिएटेड प्रेस (एपी) के लिए काम करते हैं।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि जम्मू-कश्मीर में जीवन की शक्तिशाली छवियों के लिए पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले भारतीय फोटो जर्नलिस्ट्स यासीन डार, मुख्तार खान और चन्नी आनंद को बधाई। आपने हम सबको गौरवान्वित किया है।
सोमवार देर रात हुई पुरस्कारों की घोषणा
बता दे कि यासिन और मुख्तार श्रीनगर में रहते हैं, जबकि आनंद जम्मू जिले के निवासी हैं। चन्नू आनंद पिछले 20 सालों से एपी के साथ जुड़े हुए हैं। पुरस्कार जीतने पर बेहद खुश आनंद ने कहा, 'मैं आश्चर्यचकित हूं। मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा है।' देर रात इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों की घोषणा हुई। इन तीनों ने घाटी के सामान्य जनजीवन के साथ ही प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों की तस्वीरों को भी दुनिया तक पहुंचाया।
कश्मीर घाटी की कवरेज के लिए 3 भारतीय फोटोग्राफर्स को पुलित्जर पुरस्कार
1917 में हुई थी शुरूआत
पुलित्जर पुरस्कार की शुरुआत 1917 में की गई थी। यह अमेरिका का एक प्रमुख पुरस्कार है, जो समाचार पत्रों की पत्रकारिता, साहित्य एवं संगीत रचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को दिया जाता है। पिछले साल यह पुरस्कार 'न्यूयॉर्क टाइम्स' और 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके परिवार से संबंधित जानकारियां सामने लाने के लिए दिया गया था।