नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश और बिहार में लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि कांग्रेस की भी स्थिति कुछ ज्यादा ठीक नहीं रही है, लेकिन अपनी स्थिति पर मंथन करने के बजाय कांग्रेस बीजेपी की हार पर जश्न मना रही है। कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट के जरिए बीजेपी से कहा है कि अब वोटर गैर भाजपाई उम्मीदवार को पसंद कर रहे हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'आज के उपचुनावों में जीतने वाले उम्मीदवारों को बधाई। नतीजों से स्पष्ट है कि मतदाताओं में भाजपा के प्रति बहुत क्रोध है और वो उस गैर भाजपाई उम्मीदवार के लिए वोट करेंगे जिसके जीतने की संभावना सबसे ज़्यादा हो। कांग्रेस यूपी में नवनिर्माण के लिए तत्पर है, ये रातों रात नहीं होगा।'
'कांग्रेस की जमानत ज़ब्त'
राहुल के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उन पर ही कमेंट कर डाले। किसी ने कहा कि कांग्रेस की तो जमानत ही ज़ब्त हो गई, वहीं किसी ने उन्हें 'बेगाने की शादी में अब्दुल्ला दीवाना' तक कह दिया।
क्या है कांग्रेस की हालत
सीटों के मामले में कांग्रेस की स्थिति कुछ सही नहीं रही है। एक सर्वे के मुताबिक, करीब 50 से 60 सीटों पर कांग्रेस की हालत ठीक नहीं है। हालांकि राजस्थान में हुए उपचुनाव में लोकसभा की दो सीटें जीतने के बाद कांग्रेस को लगने लगा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव जीत वह सत्ता में आ सकती है, लेकिन उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनाव में जो समीकरण बनकर सामने आए हैं, उसे देखकर तो यही लग रहा है कि 2019 का चुनाव जीतने के लिए विपक्षी दलों को साथ मिलकर ही चुनाव लड़ना पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश उपचुनाव का नतीजा
उत्तर प्रदेश और बिहार की लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनावों को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा था और बीजेपी इनमें अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त थी, लेकिन स्थिति उलट गई।
बीजेपी इन उपचुनावों में हार गई है। जहां 5 बार लगातार सांसद रह चुके सीएम योगी आदित्यनाथ की सीट गोरखपुर में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार प्रदीप सिंह जीत गए, वहीं डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की सीट रही फूलपुर भी बीजेपी बड़े अंतर से हार गई है। बीएसपी ने दोनों सीटों पर अपने कैंडिडेट नहीं उतारे थे और एसपी उम्मीदवारों को अपना समर्थन दिया था, जबकि गोरखपुर सीट पर बीजेपी को 28 साल बाद हार झेलनी पड़ी है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि कांग्रेस की भी स्थिति कुछ ज्यादा ठीक नहीं रही है, लेकिन अपनी स्थिति पर मंथन करने के बजाय कांग्रेस बीजेपी की हार पर जश्न मना रही है। कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट के जरिए बीजेपी से कहा है कि अब वोटर गैर भाजपाई उम्मीदवार को पसंद कर रहे हैं।
'कांग्रेस की जमानत ज़ब्त'
राहुल के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उन पर ही कमेंट कर डाले। किसी ने कहा कि कांग्रेस की तो जमानत ही ज़ब्त हो गई, वहीं किसी ने उन्हें 'बेगाने की शादी में अब्दुल्ला दीवाना' तक कह दिया।
क्या है कांग्रेस की हालत
सीटों के मामले में कांग्रेस की स्थिति कुछ सही नहीं रही है। एक सर्वे के मुताबिक, करीब 50 से 60 सीटों पर कांग्रेस की हालत ठीक नहीं है। हालांकि राजस्थान में हुए उपचुनाव में लोकसभा की दो सीटें जीतने के बाद कांग्रेस को लगने लगा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव जीत वह सत्ता में आ सकती है, लेकिन उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनाव में जो समीकरण बनकर सामने आए हैं, उसे देखकर तो यही लग रहा है कि 2019 का चुनाव जीतने के लिए विपक्षी दलों को साथ मिलकर ही चुनाव लड़ना पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश उपचुनाव का नतीजा
उत्तर प्रदेश और बिहार की लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनावों को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा था और बीजेपी इनमें अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त थी, लेकिन स्थिति उलट गई।
बीजेपी इन उपचुनावों में हार गई है। जहां 5 बार लगातार सांसद रह चुके सीएम योगी आदित्यनाथ की सीट गोरखपुर में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार प्रदीप सिंह जीत गए, वहीं डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की सीट रही फूलपुर भी बीजेपी बड़े अंतर से हार गई है। बीएसपी ने दोनों सीटों पर अपने कैंडिडेट नहीं उतारे थे और एसपी उम्मीदवारों को अपना समर्थन दिया था, जबकि गोरखपुर सीट पर बीजेपी को 28 साल बाद हार झेलनी पड़ी है।