ऐपशहर

परमबीर सिंह के 'लेटर बम' का असर, अनिल देशमुख का हटना तय, MVA को फिर शरद पवार बचाएंगे?

Maharashtra Maha Vikas Aghadi News: मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के पूर्व कमिश्‍नर परमबीर सिंह की चिट्ठी (Param Bir Singh letter) के बाद, कांग्रेस और शिवसेना पसोपेश में हैं। महाराष्‍ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) का क्‍या होगा? यह फैसला एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) को करना है।

Curated byदीपक वर्मा | नवभारतटाइम्स.कॉम 21 Mar 2021, 12:14 pm
महाराष्‍ट्र में जब से महा विकास अघाड़ी (MVA) सत्‍ता में आई है, राज्‍य लगातार राष्‍ट्रीय स्‍तर पर सुर्खियों में रहा है। चाहे सरकार बनाने को लेकर चली खींचतान का मसला हो या फिर बाद में कोरोना के मिस-मैनेजमेंट को लेकर। पिछले कुछ दिनों से मुंबई पुलिस अपने 'कारनामों' की वजह से नैशनल मीडिया में छाई हुई है। पहले दिग्‍गज कारोबारी मुकेश अंबानी के घर के पास विस्‍फोटक रखने के आरोप में पुलिस अधिकारी सचिन वझे फंसे। बवाल बढ़ने पर मुंबई के पुलिस कमिश्‍नर पद से हटाए गए परमबीर सिंह ने मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिख डाली।
नवभारतटाइम्स.कॉम sharad pawar in tough spot after param bir singh letter against anil deshmukh all you need to know
परमबीर सिंह के 'लेटर बम' का असर, अनिल देशमुख का हटना तय, MVA को फिर शरद पवार बचाएंगे?


आरोप सीधे-सीधे गृहमंत्री अनिल देशमुख पर हैं जो एनसीपी से आते हैं। कांग्रेस देशमुख का इस्‍तीफा मांग रही है, शिवसेना के संजय राउत कह रहे हैं कि 'सरकार में शामिल सभी दलों को आत्म परीक्षण करने की जरूरत है।' जाहिर है MVA में सबकुछ ठीक नहीं है, यह साफ नजर आ रहा है।

सचिन वझे को लेकर शिवसेना पर उठे थे सवाल

मुंबई पुलिस में रहे 'एनकाउंटर स्‍पेशलिस्‍ट' सचिन वझे पर मुकेश अंबानी के घर के पास विस्‍फोटक भरी गाड़ी रखने का आरोप है। एनआईए इसकी जांच कर रही है। ऊपर से मनसुख हिरेन की 'हत्‍या' को लेकर भी वझे पर शिकंजा कसता जा रहा है। वझे ने 2007 में पुलिस फोर्स छोड़ने के बाद शिवसेना जॉइन कर ली थी। जब उनका अंबानी केस में नाम आया तो खुद सीएम को सामने आकर कहना पड़ा कि वझे का शिवसेना से कोई नाता नहीं है।

मगर उद्धव सरकार ने जिस तरह कोरोना में पुलिसकर्मियों की कमी को वजह बताकर वझे को पुलिस फोर्स में बहाल किया और फिर उन्‍हें एक के बाद एक, वीआईपी केसेज असाइन किए गए, उससे कई और सवाल पैदा होते हैं। एक तरह से वझे की गिरफ्तारी के बाद MVA में शिवसेना बैकफुट पर आ गई।

परमबीर सिंह की चिट्ठी से NCP भी उलझी

सचिन वझे को लेकर विवाद बढ़ा तो सरकार ने मुंबई पुलिस के कमिश्‍नर परमबीर सिंह का तबादला कर दिया। सिंह को यह रास नहीं आया और उन्‍होंने सीएम को एक लंबी-चौड़ी चिट्ठी लिख डाली। सीधे अनिल देशमुख को निशाने पर लेते हुए सिंह ने दावा किया कि गृहमंत्री ने वझे को बार और हुक्का पार्लरों से प्रतिमाह 100 करोड़ रुपये वसूली का टारगेट दिया था। देशमुख ने कहा कि यह उन्‍हें बदनाम करने की साजिश है। उन्‍होंने मानहानि का मुकदमा करने की बात तक कही है। जो होगा, सो होगा मगर फिलहाल शिवसेना के साथ-साथ पूरे विवाद में अब NCP भी घिर गई है।

'वझे को देशमुख ने दिया था 100 करोड़ की वसूली का टारगेट'

कांग्रेस ने कहा- शरद पवार दें सवालों के जवाब

MVA के तीसरे घटक दल यानी कांग्रेस का स्‍टैंड साफ नहीं है। पार्टी के नेता संजय निरुपम चाहते हैं कि शरद पवार जवाब दें क्‍योंकि वे ही महाराष्‍ट्र सरकार के 'आर्किटेक्‍ट' हैं। कांग्रेस के ही राशिद अल्‍वी ने पूछा कि 'परमबीर सिंह ने कमिश्‍नर रहते हुए यह खुलासे क्‍यों नहीं किए?' अल्‍वी ने कहा कि 'देशमुख को फौरन इस्‍तीफा दे देना चाहिए। जिन पुलिसवालों का नाम आया है, उनको भी सस्‍पेंड करना चाहिए।'

संजय निरुपम की पार्टी से स्‍टैंड साफ करने की डिमांड

कांग्रेस ने कहा, पद से इस्‍तीफा दे दें अनिल देशमुख

बीजेपी ने तेज किए उद्धव सरकार पर हमले

मामले को लेकर बीजेपी हमलावर है। केंद्रीय वित्‍त राज्‍य मंत्री अनुराग ठाकुर ने एएनआई से कहा कि 'इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए।' उन्‍होंने कहा, "अगर मुंबई पुलिस की यह हालत है तो आप महाराष्‍ट्र राज्‍य की कल्‍पना कर सकते हैं।" पूर्व मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत कई बीजेपी नेताओं ने अनिल देशमुख पर निशाना साधा है। फडणवीस का कहना है कि देशमुख को पद से हटाते हुए सीएम उद्धव ठाकरे पूरे मामले की निष्‍पक्ष जांच करवाएं।

बीजेपी की मांग, सीएम और गृहमंत्री का नार्को टेस्‍ट हो

राज ठाकरे ने भी कहा, फौरन हटाए जाएं देशमुख

महाराष्‍ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्‍यक्ष राज ठाकरे ने अनिल देशमुख से फौरन इस्‍तीफा देने की मांग की है। उन्‍होंने एक ट्वीट में कहा, "मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्‍नर परमबीर सिंह की मुख्‍यमंत्री को चिट्ठी विस्‍फोटक है। यह महाराष्‍ट्र की छवि को खासा नुकसान पहुंचाने वाली है। अनिल देशमुख को फौरन अपना इस्‍तीफा देने की जरूरत है और पूरी जांच होनी चाहिए।"

दिल्‍ली जा रहे संजय राउत, पवार से मुलाकात

शिवसेना के राज्‍यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि 'सरकार के मंत्री पर इस तरह का आरोप लगना धक्कादायक है।' उन्‍होंने यह भी कहा कि ''सरकार में शामिल लोगों को अपने पैर देखना चाहिए कि वो जमीन पर हैं या नहीं।' राउत आज दिल्‍ली आ रहे हैं और उनकी शरद पवार से मुलाकात होगी। हो सकता है कि बाद में कांग्रेस के साथ भी मीटिंग हो। बहरहाल महाराष्‍ट्र सरकार के दो बड़े मंत्रियों के भी पवार से मिलने की खबर है। अब शरद पवार केंद्र में हैं क्‍योंकि वही एक तरह से महा विकास अघाड़ी के 'संयोजक' और 'संकटमोचक' रहे हैं।

दिल्ली में संजय राउत और शरद पवार की बैठक

शरद पवार के रुख से तय होगा MVA का भविष्‍य

महाराष्‍ट्र में भाजपा को सत्‍ता से दूर रखने के लिए शरद पवार ने ही तीन अलग-अलग पार्टियों को एकजुट करने का करिश्‍मा कर दिखाया था। पिछले 15 महीनों में, पवार न सिर्फ सरकार पर निगरानी रखने का काम करते आए हैं, बल्कि वक्‍त-वक्‍त पर उद्धव ठाकरे को सलाह भी देते रहे हैं। मुकेश अंबानी बम धमकी वाले केस में सचिन वझे का नाम आने के बाद भी पवार ने उद्धव से मुलाकात की थी। इसी के बाद परमबीर सिंह को मुंबई पुलिस कमिश्‍नर के पद से हटाया गया। तबतक शिवसेना ही मुख्‍य रूप से निशाने पर थी। अब हालात बदल गए हैं। ताजा संकट पवार की पार्टी की साख पर है। पवार को फैसला करना है कि देशमुख कब तक महाराष्‍ट्र के गृहमंत्री बने रहेंगे।

लेखक के बारे में
दीपक वर्मा
दीपक वर्मा हिंदी बेल्‍ट में पले-बढ़े पत्रकार हैं। वह फिलहाल नवभारत टाइम्‍स ऑनलाइन में प्रिंसिपल डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर हैं। प्रिंट मीडिया में आई नेक्‍स्‍ट-दैनिक जागरण से शुरुआत की। फिर डिजिटल जर्नलिज्म में आए। दीपक मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले हैं। राजनीति, खेल, विज्ञान, अपराध समेत तमाम रोचक विषयों पर लिखते हैं।... और पढ़ें

अगला लेख

Indiaकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर