नई दिल्ली
कांग्रेस नेता शशि थरूर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की गई एक टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, एक कार्यक्रम में रविवार को थरूर ने सवाल खड़े करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी पूर्वोत्तर की 'अजीब' और 'हास्यास्पद' टोपी पहन लेते हैं पर मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार कर देते हैं। बीजेपी ने उनकी टिप्पणी को पूर्वोत्तर के लोगों का अपमान बताया है। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने मांग की है कि कांग्रेस थरूर की टिप्पणी के लिए माफी मांगे।
सोमवार को केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ और थरूर के बीच ट्विटर वॉर छिड़ गया। थरूर के विडियो के साथ ट्वीट करते हुए राठौड़ ने कहा, 'शशि थरूर ने पूर्वोत्तर के लोगों की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत का अपमान किया है।' राठौड़ के अलावा केंद्र के कई अन्य मंत्रियों ने भी थरूर पर लोगों की भावनाओं पर चोट पहुंचाने का आरोप लगाया।
विडियो में कांग्रेस के सांसद यह सवाल करते दिखते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुस्लिम टोपी पहनने से बचते हैं जबकि उन्हें दूसरे हेडगेयर (सिर के पहनावे) से कोई आपत्ति नहीं है। राठौड़ द्वारा ट्वीट किए गए विडियो में थरूर को यह कहते सुना जा सकता है, 'आपने उनको मजेदार नगा साफा पहने देखा होगा और आपने उन्हें कई प्रकार के निराले आउटफिट्स पहने भी देखा होगा। यह एक प्रधानमंत्री के लिए अच्छी बात है। इंदिरा गांधी की भी कई तरह की वेशभूषा में तस्वीरें हैं।' राठौड़ ने थरूर की स्पीच को अहंकार से जोड़ा।
बाद में थरूर ने भी ट्वीट कर राठौड़ पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि वह (राठौड़) उस पॉइंट से बचने की कोशिश कर रहे हैं, जो उन्होंने अपनी स्पीच में उठाए थे कि प्रधानमंत्री केवल एक तरह की टोपी पहनने से क्यों बचते हैं। कांग्रेस नेता ने अरुणाचल प्रदेश में एक रैली के दौरान पारंपरिक टोपी पहने पीएम की एक तस्वीर भी शेयर की।
उधर, बीजेपी के राष्ट्रीय महसचिव राम माधव ने भी थरूर के बयान को चौंकाने वाला और निंदनीय करार दिया है। माधव ने कहा, 'वह भारतीय संस्कृति और परंपरा पर गैरजिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं। उन्हें हमारे कस्टम्स का सम्मान करना सीखना चाहिए।'
थरूर ने इससे पहले हाल में कहा था कि बीजेपी सत्ता में लौटी तो संविधान को दोबारा लिखेगी और ‘हिंदू पाकिस्तान’ के निर्माण का रास्ता तैयार करेगी। उनकी इस टिप्पणी को लेकर भी विवाद हुआ था। इस बार उन्होंने कहा कि मोदी हरे रंग से परहेज करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह रंग मुस्लिम तुष्टीकरण से जुड़ा है। थरूर ने कहा, ‘वह हरा रंग पहनने से क्यों इनकार करते हैं, वह रंग जिसके बारे में उनका कहना है कि यह मुस्लिम तुष्टीकरण से जुड़ा है? यह किस तरह की बात है?’
कांग्रेस नेता शशि थरूर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की गई एक टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, एक कार्यक्रम में रविवार को थरूर ने सवाल खड़े करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी पूर्वोत्तर की 'अजीब' और 'हास्यास्पद' टोपी पहन लेते हैं पर मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार कर देते हैं। बीजेपी ने उनकी टिप्पणी को पूर्वोत्तर के लोगों का अपमान बताया है। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने मांग की है कि कांग्रेस थरूर की टिप्पणी के लिए माफी मांगे।
सोमवार को केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ और थरूर के बीच ट्विटर वॉर छिड़ गया। थरूर के विडियो के साथ ट्वीट करते हुए राठौड़ ने कहा, 'शशि थरूर ने पूर्वोत्तर के लोगों की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत का अपमान किया है।' राठौड़ के अलावा केंद्र के कई अन्य मंत्रियों ने भी थरूर पर लोगों की भावनाओं पर चोट पहुंचाने का आरोप लगाया।
विडियो में कांग्रेस के सांसद यह सवाल करते दिखते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुस्लिम टोपी पहनने से बचते हैं जबकि उन्हें दूसरे हेडगेयर (सिर के पहनावे) से कोई आपत्ति नहीं है। राठौड़ द्वारा ट्वीट किए गए विडियो में थरूर को यह कहते सुना जा सकता है, 'आपने उनको मजेदार नगा साफा पहने देखा होगा और आपने उन्हें कई प्रकार के निराले आउटफिट्स पहने भी देखा होगा। यह एक प्रधानमंत्री के लिए अच्छी बात है। इंदिरा गांधी की भी कई तरह की वेशभूषा में तस्वीरें हैं।' राठौड़ ने थरूर की स्पीच को अहंकार से जोड़ा।
बाद में थरूर ने भी ट्वीट कर राठौड़ पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि वह (राठौड़) उस पॉइंट से बचने की कोशिश कर रहे हैं, जो उन्होंने अपनी स्पीच में उठाए थे कि प्रधानमंत्री केवल एक तरह की टोपी पहनने से क्यों बचते हैं। कांग्रेस नेता ने अरुणाचल प्रदेश में एक रैली के दौरान पारंपरिक टोपी पहने पीएम की एक तस्वीर भी शेयर की।
उधर, बीजेपी के राष्ट्रीय महसचिव राम माधव ने भी थरूर के बयान को चौंकाने वाला और निंदनीय करार दिया है। माधव ने कहा, 'वह भारतीय संस्कृति और परंपरा पर गैरजिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं। उन्हें हमारे कस्टम्स का सम्मान करना सीखना चाहिए।'
थरूर ने इससे पहले हाल में कहा था कि बीजेपी सत्ता में लौटी तो संविधान को दोबारा लिखेगी और ‘हिंदू पाकिस्तान’ के निर्माण का रास्ता तैयार करेगी। उनकी इस टिप्पणी को लेकर भी विवाद हुआ था। इस बार उन्होंने कहा कि मोदी हरे रंग से परहेज करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह रंग मुस्लिम तुष्टीकरण से जुड़ा है। थरूर ने कहा, ‘वह हरा रंग पहनने से क्यों इनकार करते हैं, वह रंग जिसके बारे में उनका कहना है कि यह मुस्लिम तुष्टीकरण से जुड़ा है? यह किस तरह की बात है?’