नई दिल्ली
बीजेपी के राज्यसभा सांसद और चर्चित नेता सुब्रमण्यन स्वामी (Subramanian Swamy demands sacking of BJP IT Cell Chief) ने अपनी ही पार्टी की आईटी सेल और उसके प्रमुख के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। स्वामी ने सोमवार को दावा किया कि बीजेपी आईटी सेल बदमाश हो गई है। उन्होंने ट्वीट किया कि आईटी सेल के कुछ मेंबर फेक आईडी बनाकर उन पर निजी हमले कर रहे हैं। साथी ही उन्होंने चेतावनी भी दे डाली कि अगर उनके 'आक्रोशित समर्थक' जवाबी हमला करते हैं तो उसके लिए वह जिम्मेदार नहीं होंगे। ट्विटर पर एक जवाब में उन्होंने 'एक मालवीय चरित्र' (BJP IT Cell Chief Amit Malviya) समेत आईटी सेल के 'बदमाशों' को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की मांग की। सुब्रमण्यन स्वामी ने सोमवार को ट्वीट किया, 'बीजेपी आईटी सेल बदमाश हो चुकी है। उसके कुछ सदस्य फेक आईडी से ट्वीट कर मेरे ऊपर निजी हमले कर रहे हैं। अगर मेरे नाराज समर्थक जवाबी निजी हमले करते हैं तो मुझे ठीक उसी तरह जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता जिस तरह पार्टी की बदमाश आईटी सेल के बीजेपी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।'
उनके इस ट्वीट पर एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि आप आलोचनाओं ने ऊपर हैं, उन्हें नजरअंदाज कीजिए। अगर आप उन्हें तवज्जो देते हैं तो अपने ही महत्वपूर्ण समय को बर्बाद कर रहे हैं। इस पर स्वामी ने जवाब देते हुए लिखा कि वह नजरअंदाज ही कर रहे हैं।
स्वामी ने लिखा, 'मैं नजरअंदाज कर रहा हूं लेकिन बीजेपी को उन्हें बर्खास्त करना चाहिए। एक मालवीय करेक्टर गंदगी फैला रहा है। हम मर्यादा पुरुषोत्तम वाली पार्टी हैं न कि रावण या दुशासन की।' 'मालवीय करेक्टर' से उनका सीधा इशारा बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय की तरफ है। हालांकि, इस पर मालवीय की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बता दें कि स्वामी JEE-NEET एग्जाम को टालने की लगातार मांग कर रहे थे। 31 अगस्त को तो उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि था अगर ये एग्जाम कराए गए तो देश में कोरोना वायरस संक्रमण की जबरदस्त लहर चल जाएगी और संक्रमण के मामले में भारत अमेरिका को पछाड़कर सबसे ऊपर पहुंच जाएगा। उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चिट्ठी लिखी थी।
बीजेपी के राज्यसभा सांसद और चर्चित नेता सुब्रमण्यन स्वामी (Subramanian Swamy demands sacking of BJP IT Cell Chief) ने अपनी ही पार्टी की आईटी सेल और उसके प्रमुख के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। स्वामी ने सोमवार को दावा किया कि बीजेपी आईटी सेल बदमाश हो गई है। उन्होंने ट्वीट किया कि आईटी सेल के कुछ मेंबर फेक आईडी बनाकर उन पर निजी हमले कर रहे हैं। साथी ही उन्होंने चेतावनी भी दे डाली कि अगर उनके 'आक्रोशित समर्थक' जवाबी हमला करते हैं तो उसके लिए वह जिम्मेदार नहीं होंगे। ट्विटर पर एक जवाब में उन्होंने 'एक मालवीय चरित्र' (BJP IT Cell Chief Amit Malviya) समेत आईटी सेल के 'बदमाशों' को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की मांग की।
उनके इस ट्वीट पर एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि आप आलोचनाओं ने ऊपर हैं, उन्हें नजरअंदाज कीजिए। अगर आप उन्हें तवज्जो देते हैं तो अपने ही महत्वपूर्ण समय को बर्बाद कर रहे हैं। इस पर स्वामी ने जवाब देते हुए लिखा कि वह नजरअंदाज ही कर रहे हैं।
स्वामी ने लिखा, 'मैं नजरअंदाज कर रहा हूं लेकिन बीजेपी को उन्हें बर्खास्त करना चाहिए। एक मालवीय करेक्टर गंदगी फैला रहा है। हम मर्यादा पुरुषोत्तम वाली पार्टी हैं न कि रावण या दुशासन की।' 'मालवीय करेक्टर' से उनका सीधा इशारा बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय की तरफ है। हालांकि, इस पर मालवीय की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बता दें कि स्वामी JEE-NEET एग्जाम को टालने की लगातार मांग कर रहे थे। 31 अगस्त को तो उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि था अगर ये एग्जाम कराए गए तो देश में कोरोना वायरस संक्रमण की जबरदस्त लहर चल जाएगी और संक्रमण के मामले में भारत अमेरिका को पछाड़कर सबसे ऊपर पहुंच जाएगा। उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चिट्ठी लिखी थी।