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गुलाब, शाहीन के बाद एक और चक्रवात देगा दस्तक, जानें किन-किन इलाकों में कर सकता है नुकसान

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा 29-30 नवंबर के आसपास दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव प्रणाली विकसित होने की संभावना है। आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मौसम मॉडल से इस बात के संकेत हैं कि यह कम दबाव प्रणाली किसी प्रकार के चक्रवाती तूफान में तेज हो जाएगी।

Edited byअनिल कुमार | टाइम्स न्यूज नेटवर्क 28 Nov 2021, 8:26 am

हाइलाइट्स

  • चक्रवात दिसंबर के पहले सप्ताह में भारत के पूर्वी तट से टकरा सकता है
  • यूरोपीय, अमेरिकी मॉडल भी बंगाल की खाड़ी से चक्रवात की कर रहे पुष्टि
  • आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड और बंगाल की ओर बढ़ने का अनुमान
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नई दिल्ली
देश में जल्द ही एक और चक्रवात (Cyclone News) दस्तक देने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून के बाद इस साल बंगाल की खाड़ी में पहला चक्रवात कुछ दिनों में विकसित हो सकता है। यह चक्रवात दिसंबर के पहले सप्ताह में भारत के पूर्वी तट से टकरा सकता है। कई मौसम मॉडल इस चक्रवात के संकेत दे रहे हैं।
निम्न दबाव क्षेत्र बनने का करना होगा इंतजार
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा 29-30 नवंबर के आसपास दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव प्रणाली विकसित होने की संभावना है। आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मौसम मॉडल से इस बात के संकेत हैं कि यह कम दबाव प्रणाली किसी प्रकार के चक्रवाती तूफान में तेज हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिक स्पष्ट जानकारी के लिए हमें पहले निम्न दबाव बनने के लिए कुछ दिन इंतजार करना होगा।

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आखिरी तूफान गुलाब चक्रवात था
इस साल, अक्टूबर और नवंबर में बंगाल की खाड़ी के ऊपर कोई चक्रवाती तूफान नहीं बना। यह आमतौर पर इस क्षेत्र में चक्रवातों के लिए चरम महीनों में होता है। खाड़ी के ऊपर इस तरह का आखिरी तूफान सितंबर के अंत में चक्रवात गुलाब था, जब दक्षिण-पश्चिम मानसून अभी भी इस क्षेत्र में सक्रिय था। चक्रवात गुलाब ने 26 सितंबर को उत्तरी आंध्र प्रदेश में दस्तक दी। बाद में, तूफान के अवशेष अरब सागर में प्रवेश कर गए और एक गंभीर चक्रवात शाहीन में बदल गए।


यूरोपीय और अमेरिकी मॉडल भी कर रहे पुष्टिअभी तक यूरोपीय मौसम मॉडल (ईसीएमडब्ल्यूएफ) का पूर्वानुमान है कि चक्रवात दस्तक देगा। यह उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और उसके बाद ओडिशा, झारखंड और बंगाल की ओर बढ़ेगा। हालांकि, अमेरिकी जीएफएस मॉडल का पूर्वानुमान है कि चक्रवात उत्तरी आंध्र प्रदेश के पास समुद्र के ऊपर फिर से आएगा और बंगाल की ओर बढ़ेगा।
लेखक के बारे में
अनिल कुमार
अनिल पिछले एक दशक से अधिक समय से मीडिया इंडस्ट्री में एक्टिव हैं। दैनिक जागरण चंडीगढ़ से 2009 में रिपोर्टिंग से शुरू हुआ सफर, दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका, अमर उजाला, जनसत्ता.कॉम होते हुए नवभारतटाइम्स.कॉम तक पहुंच चुका है। मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं लेकिन पढ़ाई-लिखाई दिल्ली से हुई है। स्पोर्ट्स और एजुकेशन रिपोर्टिंग के साथ ही सेंट्रल डेस्क पर भी काम करने का अनुभव है। राजनीति, खेल के साथ ही विदेश की खबरों में खास रुचि है।... और पढ़ें

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