उन्होंने कहा, पांच या 50 लोग उत्तराखंड को भ्रष्टाचार के उस अथाह गड्ढ़े से नहीं निकाल सकते जिसमें वह पड़ा है। मोदी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार लाने और भाजपा को राज्य का गठन करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा परिकल्पित उत्तराखंड के निर्माण का मौका देने की अपील करते हुए कहा, राज्य को इस बड़े प्रयास के लिए भाजपा के दोहरे इंजन की जरूरत है, एक दिल्ली में और दूसरा देहरादून में। उन्होंने परियोजना को 2013 के आपदा में मारे गए पूरे भारत के हजारों श्रद्धालुओं को समर्पित करते हुए कहा कि हर मौसम के उपयुक्त सड़कों से ना केवल पहाड़ों में युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसरों का सृजन होगा बल्कि चार धाम की यात्रा के लिए आने वाले लोगों में सुरक्षा की भावना भी बढ़ेगी। मोदी ने कहा कि इससे चार धाम की यात्रा पर निकलने वाले लोगों में हर तरह के मौसम में आपदा की दृष्टि से संवेदनशील रास्ते पर सभी डर को हटाकर पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि परियोजना की कल्पना अंतरराष्ट्रीय परामर्शर्दाताओं की मदद से की गयी है ताकि किसी भी मौसम में रास्ते में कोई बाधा नहीं आए। प्रधानमंत्री ने परियोजना शुरू करने में हुई देरी को लेकर कहा कि वह चाहते थे कि राज्य के विकास के लिए वास्तव में कुछ किया जाए और वह विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के नाम पर राजनीति करना या फर्जी तामझाम करना नहीं चाहते थे जैसा कि कुछ राजनीतिक दल कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में राहत कोषों में कथित घोटाले की तरफ इशारा करते हुए कहा कि पांच लीटर ईंधन की क्षमता वाला एक स्कूटर भी 35 लीटर ईंधन पी सकता है।
उन्होंने कहा, पांच या 50 लोग उत्तराखंड को भ्रष्टाचार के उस अथाह गड्ढ़े से नहीं निकाल सकते जिसमें वह पड़ा है।
नवभारतटाइम्स.कॉम 27 Dec 2016, 5:54 pm