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दिल्ली में 6 महीने बाद सबसे अधिक केस, महाराष्ट्र में ओमीक्रोन की बढ़ती रफ्तार, क्या आने वाली है कोरोना की तीसरी लहर?

कोरोना की तीसरी लहर पर अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं। इसके पीछे कई कारण हैं। दिल्‍ली में करीब छह महीने बाद कोरोना के सबसे ज्‍यादा केस सामने आए हैं। देश में ओमीक्रोन भी तेजी से फैल रहा है।

Curated byअमित शुक्‍ला | नवभारतटाइम्स.कॉम 19 Dec 2021, 9:30 pm

हाइलाइट्स

  • 28 जून से राजधानी दिल्‍ली में कोरोना के सबसे ज्‍यादा केस
  • तेजी से फैल रहा ओमीक्रोन, देश में 150 से ज्‍यादा मामले
  • महाराष्‍ट्र में ओमीक्रोन के छह और केस बढ़ गई है टेंशन

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नई दिल्‍ली
सर्दी बढ़ते ही कोरोना के मामलों में अचानक तेजी आई है। पिछले 24 घंटों में दिल्‍ली में कोरोना के 107 नए मामले आए हैं। यह आंकड़ा 28 जून से सबसे ज्‍यादा है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन की दहशत के बीच मामलों में यह बढ़ोतरी देखने को मिली है। राजधानी में इस वेरिएंट से संक्रमित लोगों की संख्‍या 22 पहुंच चुकी है। दूसरे राज्‍यों में भी ओमीक्रोन तेजी से फैल रहा है। महाराष्‍ट्र में इसके सबसे ज्‍यादा मामले हैं। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि क्‍या यह तीसरी लहर की आहट है?
कोरोना के नए मामलों में रविवार को अचानक तेजी देखने को मिली है। ओमीक्रोन वेरिएंट से संक्रमित लोगों की संख्‍या भी बढ़ी है। 28 दिसंबर से राजधानी दिल्‍ली में कोरोना के सबसे ज्‍यादा 107 नए मामले आए हैं। ओमीक्रोन ने भी टेंशन बढ़ाई हुई है। दिल्‍ली में ओमीक्रोन वेरिएंट के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्‍ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने सोमवार को सुबह 11 बजे बैठक बुलाई है। यह मीटिंग वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिये होगी। इसकी अध्‍यक्षता उपराज्‍यपाल अनिल बैजल करेंगे।

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क्‍यों बढ़ा है तीसरी लहर का अंदेशा?
केरल में कोरोना के 2,995 केस सामने आए हैं। पिछले 24 घंटे में राज्‍य में इससे 11 मौतें हुई हैं। वहीं, महाराष्‍ट्र में ओमीक्रोन के छह और मामलों की पुष्टि हुई है। इससे राज्‍य में ओमीक्रोन से संक्रमित मरीजों की संख्‍या बढ़कर 54 हो गई है। देश में ओमीक्रोन वेरिएंट से संक्रमित कुल केस अब 150 का आंकड़ा पार कर गए हैं। वहीं, चंडीगढ़ में 170 दिन बाद कोरोना से कोई मौत हुई है। यह एक महिला थी जिसकी उम्र 35 साल थी। हालांकि, उसने कोरोना वैक्‍सीन नहीं लगवाई थी।

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हो चुकी है तीसरी लहर की भविष्‍यवाणी
नेशनल कोविड-19 सुपरमॉडल कमिटी ने शनिवार को ही कोरोना की तीसरी लहर पर अनुमान जाहिर किया था। उसने कहा था कि अगले साल की शुरुआत में इसके आने की आशंका है। फरवरी में तीसरी लहर पीक पर होगी। हालांकि, तीसरी लहर दूसरी वेव जितनी खतरनाक नहीं होगी। इसके हल्‍के रहने के आसार हैं। ओमीक्रोन वेरिएंट तीसरी लहर का कारण बन सकता है।

नेशनल कोविड-19 सुपरमॉडल कमिटी के प्रमुख विद्यासागर ने कहा था, 'देश में अगले साल की शुरुआत में तीसरी वेव आ सकती है। दूसरी लहर के मुकाबले इसके हल्‍के रहने के अनुमान हैं। इसका कारण बड़ी संख्‍या में लोगों को वैक्‍सीन लग जाना है। निश्‍चित तौर पर तीसरी लहर आनी है। अभी रोजाना 7500 केस आ रहे हैं। प्रमुख वेरिएंट के तौर पर डेल्‍टा के रिप्‍लेस होने पर मामले बढ़ेंगे।'

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आईआईटी के प्रोफेसर विद्यासागर ने कहा था कि केस में बढ़ोतरी दो बातों पर निर्भर करेगी। इन दोनों का ही जवाब अभी मौजूद नहीं है। पहला, ओमीक्रोन किस हद तक उस नेचुरल इम्‍यूनिटी को बाइपास करता है जो डेल्‍टा के संपर्क में आने से हासिल हुई है। दूसरा, यह वैक्‍सीनेशन से प्राप्‍त इम्‍यूनिटी को कितना बाइपास करता है। इन दोनों बातों का जवाब न होने के कारण कई तरह की संभावनाएं बन रही हैं।

89 देशों में ओमीक्रोन दे चुका है दस्‍तक
विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) भी ओमीक्रोन को लेकर अलर्ट कर चुका है। उसने बताया था कि कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रोन बेहद संक्रामक है। यह तेजी से फैल रहा है। डेढ़ से तीन दिन में ओमीक्रोन के मामले दोगुने हो रहे हैं। उसने चेतावनी दी थी कि अभी भी इस बात के पर्याप्‍त सबूत नहीं हैं कि कोविड वैक्‍सीन ओमीक्रोन के खिलाफ कितनी असरदार है। दुनिया के 89 देशों में ओमीक्रोन दस्‍तक दे चुका है।

डब्‍लूएचओ ने कहा था कि ओमीक्रोन उन देशों में तेजी से फैल रहा है जिनमें बड़ी आबादी का इम्‍यूनाइजेशन हो चुका है। हालांकि, इसके पीछे का कारण अभी साफ नहीं है। ऐसा इम्‍यून इवेजन के चलते भी हो सकता है या बढ़ी हुई ट्रांसमिसिबिलिटी (एक से दूसरे व्‍यक्ति को संक्रमित करने की क्षमता) या कॉम्बिनेशन के चलते भी।

ब्रिटेन में ओमीक्रोन के डेली केस तीन गुना बढ़कर 10 हजार से ज्‍यादा हो गए हैं। इस वेरिएंट से अब तक देश में सात लोगों की जान जा चुकी है। नीदरलैंड सहित कई देशों ने लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है।
लेखक के बारे में
अमित शुक्‍ला
पत्रकारिता और जनसंचार में पीएचडी की। टाइम्‍स इंटरनेट में रहते हुए नवभारतटाइम्‍स डॉट कॉम से पहले इकनॉमिकटाइम्‍स डॉट कॉम में सेवाएं दीं। पत्रकारिता में 15 साल से ज्‍यादा का अनुभव। फिलहाल नवभारत टाइम्स डॉट कॉम में असिस्‍टेंट न्‍यूज एडिटर के रूप में कार्यरत। टीवी टुडे नेटवर्क, दैनिक जागरण, डीएलए जैसे मीडिया संस्‍थानों के अलावा शैक्षणिक संस्थानों के साथ भी काम किया। इनमें शिमला यूनिवर्सिटी- एजीयू, टेक वन स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (नोएडा) शामिल हैं। लिंग्विस्‍ट के तौर पर भी पहचान बनाई। मार्वल कॉमिक्स ग्रुप, सौम्या ट्रांसलेटर्स, ब्रह्मम नेट सॉल्यूशन, सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी और लिंगुअल कंसल्टेंसी सर्विसेज समेत कई अन्य भाषा समाधान प्रदान करने वाले संगठनों के साथ फ्रीलांस काम किया। प्रिंट और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में समान रूप से पकड़। देश-विदेश के साथ बिजनस खबरों में खास दिलचस्‍पी।... और पढ़ें

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