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ऑक्सिजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के नाम पर ठगी, दिल्ली पुलिस ने बिहार से तीन आरोपियों को किया अरेस्ट

पुलिस ने बताया कि दिल्ली की एक महिला ने सोशल मीडिया पर मिले एक नंबर के जरिए दो ऑक्सिजन सिलेंडरों के लिए ऑर्डर दिया। इस दौरान ऑनलाइन 15,000 रुपये का अग्रिम भुगतान भी किया। पैसा भेजे जाने के बाद शिकायतकर्ता को सिलेंडर नहीं मिले और आरोपी ने उसका फोन उठाना भी बंद कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।

भाषा 4 Jun 2021, 12:10 pm
नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम 625

कोविड मरीजों के परिवारों को ऑक्सिजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के नाम पर कथित तौर पर ठगी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान एक किशोर को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि दिल्ली के एक निवासी की शिकायत पर बिहार के नालंदा और शेखपुरा में छापेमारी की गई। जिसमें बालेंदर चौधरी, कामेश्वर प्रसाद और गोपाल को गिरफ्तार किया गया जबकि एक किशोर को हिरासत में लिया गया है।

पुलिस ने कहा कि आरोपी एक संगठित गिरोह के सदस्य हैं जिसमें प्रत्येक सदस्य को एक विशेष कार्य सौंपा गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह मामला तब प्रकाश में आया जब दक्षिण दिल्ली के ग्रेटर कैलाश-1 की एक निवासी ने शिकायत दर्ज कराई कि उसे पंकज नाम के एक व्यक्ति ने ठगा था। उसने शिकायतकर्ता के दादा के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने का वादा किया था जो कोविड से ग्रस्त थे।

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पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला ने सोशल मीडिया पर मिले एक नंबर के जरिए दो ऑक्सिजन सिलेंडरों के लिए ऑर्डर दिया और ऑनलाइन 15,000 रुपये का अग्रिम भुगतान किया। पुलिस ने बताया कि पैसा भेजे जाने के बाद शिकायतकर्ता को सिलेंडर नहीं मिले और आरोपी ने उसका फोन उठाना भी बंद कर दिया।


पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा, 'हमने संयुक्त टीम गठित की जिसने तकनीकी जांच की और संदिग्धों के विवरण प्राप्त किए जिनके मोबाइल नंबर और बैंक खाते नालंदा में सक्रिय मिले। टीम को वहां भेजा गया और स्थानीय सूत्रों की मदद से चार संदिग्धों की पहचान कर उन्हें पुलिस हिरासत में ले लिया गया।'


गिरोह के काम करने के तरीके के बारे में अधिकारी ने बताया कि किशोर ने बैंक एटीएम कार्ड की व्यवस्था की और गोपाल को 10,000 रुपये में बेच दिया। अधिकारी ने बताया कि बालेंदर ऑक्सfजन सिलेंडरों के लिए लोगों को फोन करता था और गोपाल ने फर्जी सिम कार्ड की व्यवस्था की। साथ ही बताया कि प्रसाद ने अपराध में इस्तेमाल बैंक खाता और एटीएम कार्ड 2,000 रुपये में बेचा। पुलिस ने 15 मोबाइल फोन, सिम कार्ड, फर्जी आधार कार्ड, पासबुक , फर्जी पैन कार्ड और अन्य पहचान-पत्र तथा 15,675 रुपये भी बरामद किए।

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