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पाक के कई और आतंकवादियों को ग्लोबल लिस्ट में डाल सकता है अमेरिका

डॉनल्ड ट्रंप प्रशासन भारत के अनुरोध को मंजूर करते हुए पाकिस्तान के कई और चरमपंथियों को ग्लोबल आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल कर सकता है। राजधानी में 18-19 दिसंबर को आतंकवादियों के सरगना को लिस्ट में शामिल करने को बैठक हुई। ट्रंप प्रशासन ने सैयद सलाउद्दीन को ग्लोबल आतंकवादी की सूची में डाला था।

इकनॉमिक टाइम्स 22 Dec 2017, 10:41 am
दीपांजन रॉय चौधरी, नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम सलाउद्दीन को इसी साल वैश्विक आतंकी घोषित किया गया
सलाउद्दीन को इसी साल वैश्विक आतंकी घोषित किया गया

डॉनल्ड ट्रंप प्रशासन भारत के अनुरोध को मंजूर करते हुए पाकिस्तान के कई और चरमपंथियों को ग्लोबल आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल कर सकता है। राजधानी में 18-19 दिसंबर को आतंकवादियों के सरगना को लिस्ट में शामिल करने की खातिर बैठक हुई।

इस बैठक में दोनों पक्षों ने साउथ एशिया रीजन में सक्रिय आतंकवादियों को लेकर अपना नजरिया पेश किया। इसके अलावा, आतंकवादियों के सरगनाओं की पहचान करके उनके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की कार्रवाई को लेकर भी चर्चा हुई। हमारे सहयोगी अखबार इकनॉमिक टाइम्स को खबर मिली है कि पाकिस्तान के कई और आतंकवादियों को अमेरिका इस ग्लोबल लिस्ट में शामिल कर सकता है। दिलचस्प बात यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल में नैशनल सिक्यॉरिटी स्ट्रैटिजी पेश की थी, जिसमें भारत को लेकर सकारात्मक बातें कही गई थीं। ऐसे में पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों और सरगनाओं से निपटने के लिए पाकिस्तान पर और दबाव बढ़ गया है।

जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे के दौरान ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तानी आतंकवादी सरगना और हिज्बुल मुजाहिदीन के आका सैयद सलाउद्दीन को ग्लोबल आतंकवादी की सूची में डाला था। यह आतंकवाद से मुकाबले में दोनों पक्षों के बीच पार्टनरशिप के विस्तार का संकेत था। सलाउद्दीन को अमेरिकी विदेश विभाग ने ग्लोबल आतंकवादी घोषित किया था।

हिज्बुल मुजाहिदीन के चीफ सैयद सलाउद्दीन को ग्लोबल आतंकवादी घोषित करने के अमेरिकी फैसले से पहले दोनों देशों के बीच इस सिलसिले में उच्चस्तरीय राजनीतिक सहमति बनी थी। अमेरिका ने बुरहान वानी के हत्या के इर्दगिर्द पाकिस्तान की कूटनीति कोशिशों को खारिज कर दिया था। अमेरिका के इस सहयोग में मोदी के पहले अमेरिका दौरे का अहम रोल रहा।

भारत सरकार के अधिकारियों के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन अब भारत-पाकिस्तान के बीच संतुलन साधने के लिए पाकिस्तान का इस्तेमाल नहीं करना चाहता। इससे पहले 2008 की शुरुआत में अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दवा के सरगना हाफिज सईद को एग्जिक्यूटिव ऑर्डर के तहत ग्लोबल आतंकवादी घोषित किया था। मुंबई हमले में उसकी भूमिका के लिए उस पर 1 करोड़ डॉलर का इनाम भी रखा गया था।

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