नई दिल्ली
दिल्ली की एक अदालत ने पिछले साल चिकित्सकीय लापरवाही के कारण एक व्यक्ति की मौत के मामले में इंडोनेशिया में वांछित एक भगोड़े अमेरिकी नागरिक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अमेरिकी नागरिक रेंडाल जॉन कार्फेटी को रेड कॉर्नर नोटिस के बाद 29 सितम्बर को बेंगलुरु हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था। यहां विशेष अदालत में उसे प्रत्यर्पण प्रक्रियाओं का सामना करना होगा।
विदेश मंत्रालय द्वारा यह जानकारी दिए जाने के बाद कि इंडोनेशिया ने उसकी अस्थायी गिरफ्तारी के लिए अनुरोध भेजा है क्योंकि वह वहां कई मामलों में वांछित है, जिसके बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट सुमित आनंद ने उसे जेल भेज दिया। विदेश मंत्रालय की ओर से वकील एन. के. माट्टा ने अदालत को बताया कि 56 वर्षीय कार्फेटी के प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक अनुरोध का इंतजार है।
न्यायाधीश ने जेल अधिकारियों को शुक्रवारो को उसे दिल्ली में भारत की विदेश प्रत्यर्पण अदालत में पेश करने के निर्देश दिए। न्यायाधीश ने उसकी हिरासत के दौरान आरोपी का पासपोर्ट भी ले लिया और अदालत स्टाफ को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी स्थिति में पासपोर्ट कटे-फटे नहीं। कार्फेटी इंडोनेशिया में विभिन्न अपराधों में वांछित है जिसमें बिना उचित लाइसेंस के एक स्वास्थ्य कर्मचारी के रूप में काम करना और चिकित्सा लापरवाही के कारण एक रोगी की मौत होने का मामला भी शामिल है। भारत और इंडोनेशिया के बीच वर्ष 2011 से प्रत्यर्पण संधि है।
दिल्ली की एक अदालत ने पिछले साल चिकित्सकीय लापरवाही के कारण एक व्यक्ति की मौत के मामले में इंडोनेशिया में वांछित एक भगोड़े अमेरिकी नागरिक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अमेरिकी नागरिक रेंडाल जॉन कार्फेटी को रेड कॉर्नर नोटिस के बाद 29 सितम्बर को बेंगलुरु हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था। यहां विशेष अदालत में उसे प्रत्यर्पण प्रक्रियाओं का सामना करना होगा।
विदेश मंत्रालय द्वारा यह जानकारी दिए जाने के बाद कि इंडोनेशिया ने उसकी अस्थायी गिरफ्तारी के लिए अनुरोध भेजा है क्योंकि वह वहां कई मामलों में वांछित है, जिसके बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट सुमित आनंद ने उसे जेल भेज दिया। विदेश मंत्रालय की ओर से वकील एन. के. माट्टा ने अदालत को बताया कि 56 वर्षीय कार्फेटी के प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक अनुरोध का इंतजार है।
न्यायाधीश ने जेल अधिकारियों को शुक्रवारो को उसे दिल्ली में भारत की विदेश प्रत्यर्पण अदालत में पेश करने के निर्देश दिए। न्यायाधीश ने उसकी हिरासत के दौरान आरोपी का पासपोर्ट भी ले लिया और अदालत स्टाफ को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी स्थिति में पासपोर्ट कटे-फटे नहीं। कार्फेटी इंडोनेशिया में विभिन्न अपराधों में वांछित है जिसमें बिना उचित लाइसेंस के एक स्वास्थ्य कर्मचारी के रूप में काम करना और चिकित्सा लापरवाही के कारण एक रोगी की मौत होने का मामला भी शामिल है। भारत और इंडोनेशिया के बीच वर्ष 2011 से प्रत्यर्पण संधि है।