नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले आईएसएफ से गठबंधन को लेकर कांग्रेस के भीतर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पहले कांग्रेस के भीतर ही इसको लेकर घमासान मचा हुआ था वहीं इस मुद्दे पर बीजेपी ने भी कांग्रेस को घेरा है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने मंगलवार कहा कि कांग्रेस ने जितने भी गठबंधन किए हैं वो किसी अच्छे परफॉर्मेंस, अच्छे रिफॉर्म्स या अच्छी गवर्नेंस के लिए नहीं किए हैं। यह गठबंधन केवल इसलिए किए कि किसी प्रकार गांधी परिवार अपनी राजनीतिक प्रासंगिकता बनाए रखे।
गठबंधन नहीं ये ठगबंधन है
संबित पात्रा ने कहा कि आज कांग्रेस अपनी प्रासंगिकताको बनाएं रखने के लिए गठबंधन पर निर्भर है। ठीक ऐसा ही एक गठबंधन राहुल गांधी जी और उनकी कांग्रेस पार्टी बंगाल में कर रही है। जो कांग्रेस अपने को सेक्युलर बताती है, वही कांग्रेस बंगाल में ISF के साथ गठबंधन करती है। कांग्रेस का यह गठबंधन नहीं बल्कि उनका ये ठगबंधन है। केरल में मुस्लिम लीग और असम में बदरुद्दीन
बंगाल चुनाव से पहले कांग्रेस में बवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने पश्चिम बंगाल चुनावों इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) से गठबंधन पर नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि आईएसएफ और ऐसे अन्य दलों के साथ कांग्रेस का गठबंधन पार्टी की मूल विचारधारा, गांधीवाद और नेहरूवादी धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है, जो कांग्रेस पार्टी की आत्मा है।
नेहरू-गांधी की बैसाखी भी तोड़ दी, अब किस धर्मनिरपेक्षता की बात कर रही है कांग्रेस?
इन मुद्दों पर कांग्रेस कार्यसमिति में चर्चा होनी चाहिए थी। शर्मा ने यह भी कहा कि इसको लेकर पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी का समर्थन शर्मनाक है। वहीं, अधीर रंजन चौधरी ने इस पर जवाब देते हुए कहा है कि यह गठबंधन पार्टी नेतृत्व की मंजूरी से हुआ है। बंगाल चुनाव से पहले अब इस मुद्दे पर घमासान मचा हुआ है।
पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले आईएसएफ से गठबंधन को लेकर कांग्रेस के भीतर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पहले कांग्रेस के भीतर ही इसको लेकर घमासान मचा हुआ था वहीं इस मुद्दे पर बीजेपी ने भी कांग्रेस को घेरा है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने मंगलवार कहा कि कांग्रेस ने जितने भी गठबंधन किए हैं वो किसी अच्छे परफॉर्मेंस, अच्छे रिफॉर्म्स या अच्छी गवर्नेंस के लिए नहीं किए हैं। यह गठबंधन केवल इसलिए किए कि किसी प्रकार गांधी परिवार अपनी राजनीतिक प्रासंगिकता बनाए रखे।
गठबंधन नहीं ये ठगबंधन है
संबित पात्रा ने कहा कि आज कांग्रेस अपनी प्रासंगिकताको बनाएं रखने के लिए गठबंधन पर निर्भर है। ठीक ऐसा ही एक गठबंधन राहुल गांधी जी और उनकी कांग्रेस पार्टी बंगाल में कर रही है। जो कांग्रेस अपने को सेक्युलर बताती है, वही कांग्रेस बंगाल में ISF के साथ गठबंधन करती है। कांग्रेस का यह गठबंधन नहीं बल्कि उनका ये ठगबंधन है।
कांग्रेस पार्टी केरल में मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन करती है, जमात-ए-इस्लामी के फ्रंट ऑर्गनाइजेशन के साथ गठबंधन करती है। असम में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी के साथ गठबंधन करती है। एक बार राहुल गांधी ने कहा था कि हां हम मुसलमानों की पार्टी हैं, लेकिन ये मुसलमानों की पार्टी भी नहीं है, ये केवल घरवालों की पार्टी है।
बंगाल चुनाव से पहले कांग्रेस में बवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने पश्चिम बंगाल चुनावों इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) से गठबंधन पर नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि आईएसएफ और ऐसे अन्य दलों के साथ कांग्रेस का गठबंधन पार्टी की मूल विचारधारा, गांधीवाद और नेहरूवादी धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है, जो कांग्रेस पार्टी की आत्मा है।
नेहरू-गांधी की बैसाखी भी तोड़ दी, अब किस धर्मनिरपेक्षता की बात कर रही है कांग्रेस?
इन मुद्दों पर कांग्रेस कार्यसमिति में चर्चा होनी चाहिए थी। शर्मा ने यह भी कहा कि इसको लेकर पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी का समर्थन शर्मनाक है। वहीं, अधीर रंजन चौधरी ने इस पर जवाब देते हुए कहा है कि यह गठबंधन पार्टी नेतृत्व की मंजूरी से हुआ है। बंगाल चुनाव से पहले अब इस मुद्दे पर घमासान मचा हुआ है।