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गठबंधन के लिए राज्य के नेताओं के हितों को कुर्बान नहीं करेंगे: कांग्रेस

2019 के लोकसभा चुनावों के लिए जहां राजनीतिक दल बीजेपी विरोधी गठबंधन बनाने के लिए प्रयासरत हैं वहीं कांग्रेस ने सधे हुए अंदाज में कहा कि वह क्षेत्रीय स्तर पर गठबंधन के लिए अपने राज्य नेताओं के हितों की उपेक्षा नहीं कर सकती।

भाषा 10 Jun 2018, 10:00 pm
नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम मायावती, कुमारस्वामी, डी राजा, सोनिया गांधी के साथ राहुल गांधी।
मायावती, कुमारस्वामी, डी राजा, सोनिया गांधी के साथ राहुल गांधी।

2019 के लोकसभा चुनावों के लिए जहां राजनीतिक दल बीजेपी विरोधी गठबंधन बनाने के लिए प्रयासरत हैं वहीं कांग्रेस ने सधे हुए अंदाज में कहा कि वह क्षेत्रीय स्तर पर गठबंधन के लिए अपने राज्य नेताओं के हितों की उपेक्षा नहीं कर सकती। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि पार्टी की नीति रही है कि वह एक समान विचारधारा वाले दलों के साथ काम करती रही है, वहीं पार्टी अपने राज्य नेताओं के हितों की उपेक्षा नहीं कर सकती।

सुरजेवाला ने कहा, 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस राज्य नेतृत्व के हितों और कार्यकर्ताओं की आकांक्षाओं को नजरअंदाज नहीं करेगी। हर राज्य में एक आदर्श संतुलन बिठाने का प्रयास किया जाएगा।' उन्होंने 'राष्ट्र हित' में समान विचारधारा वाले दलों के साथ राज्यवार गठबंधन की वकालत की। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस की समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ मिलकर काम करने की नीति रही है।'

उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री एके एंटनी की अध्यक्षता वाली समिति राज्य के नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद गठबंधन पर अंतिम निर्णय करेगी। कांग्रेस ने 'राज्यवार गठबंधन' की बात ऐसे समय में की है जब इसकी केरल इकाई में एकमात्र राज्यसभा सीट इसकी पूर्व सहयोगी पार्टी केरल कांग्रेस (मणि) को देने के खिलाफ उसे विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है।

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