पूरी दुनिया में कोरोना कहर बनकर टूट रहा है और कुछ लोग इससे अपना फायदा उठा रहे हैं। ऐसे ही सुनील नाम का लड़का कोरोना मास्क पहनकर कुछ दिनों से अपने ही पापा की दुकान से सिगरेट खरीद रहा था। सुनील को सिगरेट पीने की लत थी लेकिन वो पकड़ जाने के डर से खुद कभी सिगरेट खरीदने नहीं जाता था। सुनील ने बताया कि मैं दिल्ली से सटे एक गांव में रहता हूं। हमारे यहां ऐसा हाल है कि अगर रोड पर बनी शराब की दुकान के पास से भी गुजर जाएं तो लोग घर पर बताते हैं कि लड़का शराब पीकर नाली में पड़ा था। अगर सर्दी में मुंह से ठंड का धुआं निकल जाता तो लोग उसे भी सिगरेट का धुआं बताकर आपके घर पर शिकायत कर देते थे।
ऐसे में जब कोरोना वायरस फैलने के बाद हर कोई मास्क पहनने लगा तो उसे इसमें अपने लिए एक उम्मीद दिखाई दी और वो मास्क पहनकर बाप की दुकान से ही सिगरेट लेने लगा। सुनील के पापा ने हवाबाजी को बताया कि सुनील को सिगरेट की इतनी लत है कि उसके बिना सुनील का प्रेशर तक नहीं बनता था। इन दिनों कोरोना के कारण हर कोई मास्क लगाकर आ रहा है। इसी तरह सुनील भी आता। मैं पहचान ही नहीं पा रहा। फिर एक दिन जब मैं घर पर था तो मैंने नोटिस किया कि सुनील घर का सारा काम करने लगा है और वह भी बिना शिकायत के।
जिस लड़के को कमरे के जाले साफ करने को कहने पर वह झाड़ू को पंखे से बांधकर पंखा चला देता हो, वह दिन में 10 बार बाजार जाकर सारे काम करने लगा। मुझे शक हो गया। मैं समझ गया कि जरूर इसे इसकी खुराक मिल रही है। बस वहीं से मैंने इसके दोस्त प्रवीण को पकड़ा। काफी देर तक प्रवीण ने टालमटोल की लेकिन जब मैंने उसे अपनी दुकान से 2 सिगरेट मुफ्त पिलाने का वादा किया तो उसने सारा सच उगल दिया।
साथ में प्रवीण ने शर्त रखी कि उसके पापा को ना बताया जाए कि वह भी उनकी दुकान से मास्क लगाकर रोज गमला पसंद ले रहा था। इसके बाद जैसे ही अगले दिन सुनील सिगरेट लेने आया। पापा ने झट से उसका मास्क उतारा और दो-चार लगा दिए। इसके बाद से वह मास्क पहनने भी कतराने लगा है। पापा ने खुलासा किया कि सुनील दिल्ली में स्मॉग के दिनों में भी इस जुगाड़ का फायदा ले चुका है।
देखिए: कैसे-कैसे जुगाड़ों से मास्क बना रहे लोग
ऐसे में जब कोरोना वायरस फैलने के बाद हर कोई मास्क पहनने लगा तो उसे इसमें अपने लिए एक उम्मीद दिखाई दी और वो मास्क पहनकर बाप की दुकान से ही सिगरेट लेने लगा। सुनील के पापा ने हवाबाजी को बताया कि सुनील को सिगरेट की इतनी लत है कि उसके बिना सुनील का प्रेशर तक नहीं बनता था। इन दिनों कोरोना के कारण हर कोई मास्क लगाकर आ रहा है। इसी तरह सुनील भी आता। मैं पहचान ही नहीं पा रहा। फिर एक दिन जब मैं घर पर था तो मैंने नोटिस किया कि सुनील घर का सारा काम करने लगा है और वह भी बिना शिकायत के।
जिस लड़के को कमरे के जाले साफ करने को कहने पर वह झाड़ू को पंखे से बांधकर पंखा चला देता हो, वह दिन में 10 बार बाजार जाकर सारे काम करने लगा। मुझे शक हो गया। मैं समझ गया कि जरूर इसे इसकी खुराक मिल रही है। बस वहीं से मैंने इसके दोस्त प्रवीण को पकड़ा। काफी देर तक प्रवीण ने टालमटोल की लेकिन जब मैंने उसे अपनी दुकान से 2 सिगरेट मुफ्त पिलाने का वादा किया तो उसने सारा सच उगल दिया।
साथ में प्रवीण ने शर्त रखी कि उसके पापा को ना बताया जाए कि वह भी उनकी दुकान से मास्क लगाकर रोज गमला पसंद ले रहा था। इसके बाद जैसे ही अगले दिन सुनील सिगरेट लेने आया। पापा ने झट से उसका मास्क उतारा और दो-चार लगा दिए। इसके बाद से वह मास्क पहनने भी कतराने लगा है। पापा ने खुलासा किया कि सुनील दिल्ली में स्मॉग के दिनों में भी इस जुगाड़ का फायदा ले चुका है।
देखिए: कैसे-कैसे जुगाड़ों से मास्क बना रहे लोग