ऐपशहर

हवाबाज़ी: ध्वनि प्रदूषण कम करने को लोगों के बोलने पर लागू होगा 'ऑड-ईवन' फॉर्म्युला

गाड़ियों पर 'ऑड ईवन' फॉर्म्युला लागू करने के बाद दिल्ली सरकार अब ध्वनि प्रदूषण कम करने के लिए...

नवभारतटाइम्स.कॉम 20 Apr 2016, 1:48 pm
नीरज बधवार, नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम hawabaazi on odd even rule by neeraj badhwar
हवाबाज़ी: ध्वनि प्रदूषण कम करने को लोगों के बोलने पर लागू होगा 'ऑड-ईवन' फॉर्म्युला


गाड़ियों पर 'ऑड ईवन' फॉर्म्युला लागू करने के बाद दिल्ली सरकार अब ध्वनि प्रदूषण कम करने के लिए लोगों के बोलने पर भी 'ऑड-ईवन' फॉर्म्युला लागू करने का फैसला किया है। योजना का आगाज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आगामी 1 मई को मोदी की तस्वीर के आगे 2 मिनट चुप रहकर करेंगे।

फैसले की जानकारी देते हुए दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने बताया कि वायु प्रदूषण की तरह ध्वनि प्रदूषण भी एक बड़ी समस्या थी, लिहाजा हमने गाड़ियों पर भी यह नियम लागू कर दिया।

नए नियम के मुताबिक ऑड तारीख यानि 1,3,5,7,9 को सिर्फ ऑड तारीख को पैदा हुए लोग बोलेंगे और ईवन तारीख (2,4,6,8,10) को सिर्फ ईवन डेट पर पैदा हुए लोग।

नियम लागू करने से पहले दिल्ली सरकार गाड़ी चलाने की तर्ज पर ज़ुबान चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस जारी करेगी। साथ ही लोगों को अपना प्रदूषण भी चेक करवाना होगा, ताकि पता चल सके कि कहीं वो ज्यादा धुआं तो नहीं छोड़ रहे।



इस तरह की प्रदूषण जांच के बाद डाक टिकट साइज का एक स्टिकर हर आदमी के माथे के बीचों-बीच लगाया जाएगा, जिससे यह पता लग पाएगा कि किसकी जांच हई है और किसकी नहीं?

इस बीच एक सुझाव यह भी आया है कि बोलता तो हर कोई है, मगर हकीकत में बहुत कम लोगों को पता होता है कि बोलना क्या है, इसलिए आदतन ऊटपटांग बोलने वाले लोगों को कुछ भी बोलने से एक दिन पहले 'पर्यावरण विभाग' को लिखकर देना होगा कि वो बोलना क्या चाहते हैं। जिसके बाद जानकारों की टीम यह चेक करेगी कि क्या उस बात में कोई ‘तुक’ है या नहीं?

पहले दौर में ध्वनि प्रदूषण कम करने को लेकर 'ऑड-ईवन' की यह पाबंदी दिन के हिसाब से लागू होगी, उसके बाद भी हालात नहीं सुधरे, तो इसे महीने और साल के हिसाब से लागू किया जा सकता है। मतलब ऑड महीने में सिर्फ ऑड महीने में पैदा हुए लोग बोलेंगे और ईवन महीने में ईवन महीने में पैदा हुए लोग।

दिल्ली सरकार की इस प्रस्तावित योजना के बारे में जब हमने आम लोगों की राय जाननी चाही तो ज्यादातर लोगों का कहना था कि 'ऑड-ईवन' दिन क्या, हम 'ऑड-ईवन' साल के हिसाब से बोलने को तैयार हैं, बशर्ते केजरीवाल जी के रेडियो विज्ञापनों पर भी 'ऑड-ईवन' फॉर्म्युला लागू कर दिया जाए।

सरकार 'ऑड-ईवन' लागू कर ध्वनि प्रदूषण कम करना चाहती है, जबकि आलम यह है कि दिल्लीवाले तो छोड़ो, मंगल और शुक्र ग्रह के ऐलियन भी केजरीवाल जी के विज्ञापनों के लिए चलते ध्वनि प्रदूषण की शिकायत कर रहे हैं।

अगला लेख

Jokesकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर