ऐपशहर

नोटबंदी के दौर में सबसे बड़ी चुनौती परेशानी की प्रतिष्ठा!

नोटबंदी के बाद आ रही कई तरह की दिक्कतों के बीच मुझ जैसे कंगालों के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह...

नवभारतटाइम्स.कॉम 4 Dec 2016, 12:08 pm
नीरज बधवार
नवभारतटाइम्स.कॉम satire on people who are more worried than a common man
नोटबंदी के दौर में सबसे बड़ी चुनौती परेशानी की प्रतिष्ठा!

नोटबंदी के बाद आ रही कई तरह की दिक्कतों के बीच मुझ जैसे कंगालों के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि आजकल किस बात पर परेशान होना है? मसलन जो लोग यह कहते थकते नहीं थे कि हमारी तो 3 तारीख को ही सैलरी ख़त्म हो जाती है, उन्हें भी 8 तारीख को हुई नोटबंदी के बाद भारी जनआक्रोश के बीच ये कहने को मजबूर होना पड़ा कि हम पैसे नहीं निकाल पा रहे।

दिल करता था कि ऐसों के पास जाकर कह दूं कि तुम इसलिए पैसे नहीं निकाल पा रहे क्योंकि तुम्हारे अकाउंट में पैसे ही नहीं है। मैं खुद ऐसे कई बेरोज़गार दोस्तों को जानता हूं जो सिर्फ इस दबाव में एटीएम की लाइन में जाकर खड़े हुए ताकि कोई पूछ न ले कि अभी तक तुम लाइन में खड़े नहीं हुए! ये वे लोग हैं जिनके अकाउंट में भले दो सौ पचहत्तर रुपए हों, लेकिन दस लोगों के बीच इस बात पर गुस्सा ज़रूर दिखाते हैं कि अरे यार, एक हफ्ते में सिर्फ 24 हज़ार ही निकाल सकते हैं।

अब तक जो लोग रोना रोते रहते थे कि हमारे पास तो ज़हर खाने के पैसे नहीं हैं, वे सिर पकड़कर यह अफसोस करते पाए गए कि एक आदमी सिर्फ ढाई लाख ही जमा क्यूं करा सकता है? सरकार ने जब आधा किलो सोना रखने की सीमा तय की तो एक जनाब शिकायत कर रहे थे कि सिर्फ आधा किलो सोना। यह तो आम आदमी पर ज़ुल्म है। मैंने कहा, 'भाई, ऊपर वाले का खौफ खाओ। आधा किलो सोना पर ऐसे रिऐक्ट कर रहे हो जैसे सरकार ने घर में आलू रखने पर आधा किलो की लिमिट तय कर दी हो।'

सच तो यह है कि कुछ लोग 'आम आदमी पर ज़ुल्म है' वाली बात बोलने का ऐसा फ्लो पकड़ चुके हैं कि अगर कल को हर किसी के खाते में 15 लाख भी आ जाएं तब भी ये कह देंगे कि सरकार इतने पैसे देकर लोगों की आदतें ख़राब करना चाहती है। जब अकाउंट में इतना पैसा आ जाएगा तो फिर छोटा-मोटा काम कौन करेगा? सस्ती लेबर की दिक्कत हो जाएगी। लेबर महंगी होने से चीज़ों की कीमतें बढ़ेंगी। कीमतें बढ़ने से आम आदमी परेशान होगा। यह सरकार तो चाहती यही है कि आम आदमी परेशान हों इसलिए वह हर किसी के खाते में 15-15 लाख जमा करवा रही है!

अगला लेख

Jokesकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर