ऐपशहर

राहुल गांधी के बोलने पर भूंकप क्यों आता है?

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का कहना है कि नोटबंदी के मुद्दे पर अगर मैं बोला, तो भूकंप आ जाएगा। जहां तक मुझे पता है जब भी राहुल गांधी बोलने लगते हैं तो कांग्रेसियों को देखकर लगता है कि शायद भूकंप आ गया, क्योंकि वो उस समय थर-थर कांप रहे होते हैं।

नवभारतटाइम्स.कॉम 12 Dec 2016, 11:25 am
नीरज बधवार
नवभारतटाइम्स.कॉम satire on rahul gandhis earthquake statement
राहुल गांधी के बोलने पर भूंकप क्यों आता है?

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का कहना है कि नोटबंदी के मुद्दे पर अगर मैं बोला, तो भूकंप आ जाएगा। जहां तक मुझे पता है जब भी राहुल गांधी बोलने लगते हैं तो कांग्रेसियों को देखकर लगता है कि शायद भूकंप आ गया, क्योंकि वो उस समय थर-थर कांप रहे होते हैं।

आखिर बार जब वो खुलकर बोले थे, तो उन्होंने आलू की फैक्ट्री लगा दी थी। अगर किसी एक बात को सुनकर धरती पर भूकंप आया करते, तो आलू की फैक्ट्री वाले बयान के बाद तो पूरी कायनात ही ज़मीदोज़ हो जानी चाहिए थी।

राहुल गांधी का ये बयान सुनकर समझ आया कि आखिर क्यों मां-बाप छोटे बच्चों को ज्यादा टीवी देखने से रोकते हैं। क्योंकि बच्चा कार्टून चैनलों पर दिनभर खेल-जादू की उल्टी-सीधी कहानियां देखकर कुछ का कुछ कल्पना करने लगता है। वरना किसी सामान्य आदमी का ये मानना बहुत मुश्किल है कि बोलने से भूकंप आते हैं।

दरअसल बोलने का ये सारा खेल ही बहुत पेचीदा है। ऐसे में मनमोहन सिंह साहब की अप्रोच सबसे सही थी। राहुल गांधी कहते हैं, बोलूंगा तो भूकंप आ जाएगा। वहीं मनमोहन सिंह की पॉलिसी थी कि भूकंप भी आ जाएगा तो बोलूंगा नहीं। या फिर कांग्रेस ने ही उन्हें ये डर दिखाकर सालों तक कुछ बोलने नहीं दिया कि कुछ बोल मत देना वरना भूकंप आ जाएगा।

यही वजह है कि नोटबंदी पर मनमोहन सिंह के बोलने की खबर आई तो मनमोहन सिंह का बोलना नोटबंदी से बड़ी खबर आया। संसद में बोलते हुए मनमोहन सिंह ने जब नोटबंदी को सांगठनिक लूट बताया तो एक पल के लिए उनके मुंह से लूट की बात सुनकर सोनिया जी को भी लगा था कि डॉक्टर साहब कहीं बागी तो नहीं हो गए।

उनके मुंह से लूट और भ्रष्टाचार की बात सुनकर नींद से जागे कांग्रेसियों को भी लगा कि कहीं वो प्रधानमंत्री के तौर पर अपने अनुभव तो नहीं साझा करने लगे। आधे कांग्रेसियों को तभी लगा था कि शायद भूकंप आ गया। कांग्रेस कहती है कि नोटबंदी के बाद जनता बेहाल है। राहुल गांधी कह रहे हैं कि वो नोटबंदी पर बोलेंगे, तो भूकंप आ जाएगा।

जब जनता पहले ही इतनी परेशान हैं, तो वो भूकंप लाकर उसे और क्यूं परेशान करना चाहते हैं। आदमी दो बार एटीएम की लाइन में लगकर 4 हज़ार रुपए निकाल ले, तो उसे इतना कॉन्फिडेंट नहीं हो जाना चाहिए।

अगला लेख

Jokesकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर