वहीं गर्मियों में अंडरआर्म्स को लेकर परेशानी और बढ़ जाती है। ऐसे में ज्यादातर लोग दुर्गंध भगाने के लिए डियोड्रेंट का इस्तेमाल अधिक करते हैं। जिसकी वजह से पिगमेंटेशन की समस्या होती है। यह बात बहुत कम लोगों को पता होगा कि कई ऐसे ब्यूटी प्रोडक्ट्स हैं, जो आपके अंडरआर्म्स को काले करने के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। यही नहीं कई बार अंडरआर्म्स में इसी वजह से दाने भी होने लगते हैं, जो काफी दिनों तक लोगों को परेशान करते हैं।
काले अंडरआर्म्स की वजह से महिलाएं अपनी मनपसंद या फिर स्लीवलेस ड्रेस पहन नहीं पाती हैं। उन्हें लगता है कि अंडरआर्म्स पिगमेंटेशन को देखने के बाद लोग उनका मजाक उड़ाएंगे। अगर आप भी इस समस्या से परेशान चल रही हैं तो डर्मेटोलॉजिस्ट अनिका गोयल की ये टिप्स आपके काम आ सकती हैं। हाल ही में उन्होंने ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो पोस्ट कर कुछ टिप्स शेयर की हैं, इसकी मदद से अंडरआर्म्स पिगमेंटेशन से राहत पाई जा सकती है। (फोटो साभार: istock)
शेव करने का तरीका
अगर आप अंडरआर्म्स शेव करते हैं तो उसे ज्यादा तेज करने के बजाय मुलायम तरीके से करें। साथ ही, अधिक जल्दबाजी के चक्कर में परेशानी बढ़ सकती है। वहीं अत्यधिक घर्षण और जलन पिगमेंटेशन की समस्या को पैदा कर सकता है। इसलिए शेव करते वक्त इस बात का खास ध्यान रखें। (फोटो साभार: istock)
लूज कपड़ों को करें कैरी
रोजाना टाइट फिटेड कपड़ों को पहनने की गलती ना करें। खासकर गर्मियों में, क्योंकि इस दौरान पसीने की वजह से इचिंग और अन्य स्किन प्रॉब्लम शुरू हो जाते हैं। अधिक फ्रिक्शन से अंडरआर्म्स की त्वचा के कलर बदलने शुरू हो जाते हैं। इसलिए हमेशा लूज और आरामदायक कपड़ों को पहनें। (फोटो साभार: istock)
डियोड्रेंट और परफ्यूम स्प्रे करने की गलती
गर्मियों में हम अक्सर अंडरआर्म्स में आने वाले पीसने से परेशान रहते हैं। इससे ना सिर्फ इचिंग शुरू होती है बल्कि बदबू भी आती है। कुछ लोग इससे बचने के लिए डियोड्रेंट और परफ्यूम डायरेक्ट त्वचा पर बार-बार स्प्रे करते हैं। यह गलत तरीका है, इससे पिगमेंटेशन की समस्या और बढ़ सकती है। दरअसल, अंडरआर्म्स की त्वचा काफी सेंसिटिव होती है, जिस पर अल्कोहल बेस्ड प्रोडक्ट यूज करने से पिगमेंटेशन देखने को मिल सकते हैं। (फोटो साभार: istock)
अंडरआर्म्स का कालापन कम करने के लिए फॉलो करें ये एक्सपर्ट टिप्स
एक्सफोलिएशन कितनी बार करें
सिर्फ फेस को ही एक्सफोलिएट की जरूरत नहीं होती बल्कि इसके साथ हाथ-पैर और अंडरआर्म्स की त्वचा का भी खास ख्याल रखना पड़ता है। अंडरआर्म्स को मुलायम और धीरे-धीरे एक्सफोलिएट करें। कोशिश करें कि यह प्रक्रिया हफ्ते में 2 बार की जा सके। वहीं इन सब टिप्स को फॉलो करने के बाद भी यह समस्या नहीं ठीक हो रही है तो एक बार डर्मेटोलॉजिस्ट से जरूर संपर्क करें। दरअसल, कई बार इसके पीछे अन्य कई वजहें भी होती हैं, जिसका पता हम नहीं लगा पाते। बेहतर इलाज से इसे सही समय पर ठीक किया जा सकता है। (फोटो साभार: istock)