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दिन के इस समय में स्‍तनपान करवाने से मां और बच्‍चे को मिलते हैं दोगुने फायदे, आप भी आज से ही कर लें शुरू

मां का दूध शिशु के लिए अमृत समान होता है लेकिन अगर इस समय दूध पिलाया जाए तो शिशु काे शायद इससे ज्‍यादा लाभ मिल सकते हैं और उसकी नींद भी पूरी हो सकती है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 1 May 2023, 3:07 pm
मां अपने गर्भ में 9 महीने तक शिशु को पालती है और इन नौ महीनों में मां के आहार से ही शिशु की पोषण की सभी जरूरतें पूरी होती हैं। लेकिन जन्‍म के बाद शिशु को स्‍तनपान करवाना बहुत जरूरी होता है।
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दिन के इस समय में स्‍तनपान करवाने से मां और बच्‍चे को मिलते हैं दोगुने फायदे, आप भी आज से ही कर लें शुरू


मां के दूध में शिशु के विकास और पोषण के लिए जरूरी पोषक तत्‍व होते हैं। ब्रेस्‍ट मिल्‍क में एंटीबायोटिक होते हैं जो बच्‍चे की इम्‍यूनिटी को बनाने का काम करते हैं। इसलिए जन्‍म के बाद 6 महीने तक शिशु को मां का दूध ही पिलाया जाता है और डेढ़ से दो साल तक ठोस आहार के साथ ब्रेस्‍टमिल्‍क भी दिया जा सकता है।

वैसे तो मांएं दिनभर शिशु को स्‍तनपान करवाती हैं लेकिन रात के समय बच्‍चे को दूध पिलाने से ज्‍यादा फायदा होता है। रात के समय मां के शरीर में प्रोलेक्टिन हार्मोन ज्‍यादा होता है और शिशु भी रात के समय ज्‍यादा भूखा महसूस करता है। 1 से 6 महीने का बचचा रात को अपनी भूख का 64 पर्सेंट दूध पी सकता है और इसके बाद बच्‍चा दिनभर की भूख का 20 पर्सेंट दूध पी लेता है।

आइए जानते हैं कि रात के समय शिशु को दूध पिलाने के क्‍या लाभ होते हैं।

​चिड़चिड़ा नहीं होता बच्‍चा

शिशु रोकर ही अपनी भूख के बारे में बताता है। रात को थोड़ी-थोड़ी देर में भूख लगने का समय बढ़ जाता है इसलिए बच्‍चे को भूख लगती है और वो बार-बार उठता है। रात में दूध पिलाने से बच्‍चे का पेट भरा रहता है और वो देर तक सो सकता है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि बच्‍चा सीधा सुबह ही उठता है।

उसे रात में भूख तो लगती ही है लेकिन वो आराम से अपनी नींद भी पूरी कर लेता है जिससे उसे चिड़चिड़ापन कम होता है।

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​नींद नहीं होगी खराब

शिशु का पेट बहुत छोटा होता है इसलिए उसमें एक बार में बहुत कम दूध आता है। शिशु को हर दो से तीन घंटे में भूख लगती है लेकिन अगर रात को सोने से ठीक पहले बच्‍चे को दूध पिलाया जाए तो उसके रात में बार-बार जागने की संभावना कम होती है। इसके अलावा ब्रेस्‍ट मिल्‍क में कई तरह के प्रोटीन और अमीनो एसिड होते हैं। मेलाटोनिन एक ऐसा प्रोटीन है जो नींद आने में मदद करता है। ब्रेस्‍ट मिल्‍क में यह प्रोटीन होता है।

​दूध बनता रहता है

रात को दूध पिलाने से ब्रेस्‍ट में दूध बनता रहता है। रात में दूध न पिलाने से, ब्रेस्‍ट में दूध की मात्रा कम हो सकती है। इसलिए जब आप शिशु को ठोस आहार देना शुरू करें, तब उसे दिन की बजाय रात को ब्रेस्‍ट मिल्‍क पिलाएं। इससे ब्रेस्‍ट में दूध बनता रहेगा।

स्‍तनपान करवाने वाली महिलाओं को प‍ीरियड्स नहीं आते हैं क्‍योंकि इस दौरान ओवुलेशन नहीं होता है। ओवुलेशन न होने पर प्रेग्‍नेंसी के चांसेस भी न के बराबर होते हैं। स्‍तनपान करवाना गर्भ निरोधक की तरह काम कर सकता है। रात को दूध पिलाने से आप अपने स्‍तनपान करवाने की अवधि को बढ़ा सकती हैं।

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