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प्रेग्‍नेंसी में बदल जाती है आवाज, कारण जानकर नहीं होगा आपको यकीन

गर्भावस्‍था एक महिला के शरीर को कई तरह से बदल देती है और इसका असर आवाज पर भी पड़ता है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 3 Mar 2021, 1:50 pm
प्रेग्‍नेंसी से आपकी पूरी जिंदगी बदल जाती है। गर्भावस्‍था का असर मानसिक, शारीरिक और भावनात्‍मक रूप से पड़ता है। यह कई तरह से महिलाओं के शरीर को बदल देती है और इसका असर महिलाओं की आवाज पर भी पड़ता है।
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प्रेग्‍नेंसी में बदल जाती है आवाज, कारण जानकर नहीं होगा आपको यकीन


प्रेग्‍नेंसी की तीसरी तिमाही के दौरान गर्भावस्‍था आवाज को प्रभावित करती है। आगे जानते हैं कि गर्भावस्‍था में किस तरह आवाज बदलती है और आपको ऐसे में क्‍या करना चाहिए।

​प्रेग्‍नेंसी में आवाज बदलने के कारण

कई कारणों से गर्भवती महिलाओं की आवाज में बदलाव आ सकता है, जैसे कि :

  • प्रेग्‍नेंसी के दौरान प्रोजेस्‍टेरोन और एस्‍ट्रोजन लेवल तेजी से बढ़ता है जिसका असर महिला के पूरे शरीर पर पड़ता है। इसमें वोकल कॉर्ड भी शामिल है।
  • प्रेग्‍नेंसी में शरीर के अंदर फ्लूइड्स की मात्रा बढ़ने की वजह से भी आवाज बदल सकती है। प्रेग्‍नेंसी ब्‍लड वॉल्‍यूम को 50 फीसदी बढ़ा देती है और बॉडी फ्लूइड भी काफी बढ़ जाता है। वोकल कॉर्ड के पास अधिक म्‍यूकस या बॉडी फ्लूइड होने से वोक कॉर्ड पहले की तुलना में धीमी गति से वाइब्रेट करने लगती है।
  • शरीर के अन्‍य हिस्‍सों की तरह प्रेग्‍नेंसी के दौरान वोकल कॉर्ड में भी सूजन आ जाती है। इससे आवाज भारी हो जाती है। प्रेगनेंट महिला के टॉप नोट्स कम लेकिन नीचे के नोट्स ऊंचे हो जाते हैं।

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​फेफड़ों की क्षमता डालती है प्रभाव

प्रेग्‍नेंसी के दौरान महिलाओं को सांस लेने में दिक्‍कत हो सकती है। पेट में शिशु का दबाव डायफ्राम पर पड़ता है और पेट के ऊपर के हर अंग पर शिशु का दबाव बनता है। इससे फेफड़ों की क्षमता कम हो जाती है और गले में थकान महसूस होने लगती है।

गर्भावस्‍था में हार्मोंस की वजह से लैरिंजोफेरिंजियल रिफ्लक्‍स हो सकता है। इससे स्पिंचटर को आराम मिलता है। स्पिंचटर पेट में खाने को रखता है और गले तक खाने को आने से रोकती है। जब पेट की क्षमता घटती है तो एसिड के उल्‍टे आने की संभावना बढ़ जाती है। इस समय आपको गला बहुत ज्‍यादा साफ, पोस्‍टनेजल ड्रिप और आवाज बदलने की समस्‍या महसूस हो सकती है।

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​पोस्‍चर में बदलाव

गर्भावस्‍था के दौरान पेल्विस, पीठ और छाती की स्थिति में बदलाव आता है। इससे महिला के शरीर की पूरी संरचना ही बदल जाती है। हो सकता है कि आखिरी तिमाही तक महिलाओं को गाने में दिक्‍कत हो।

प्रेग्‍नेंसी में शरीर के बाकी हिस्‍सों की तरह नाक में भी सूजन आ सकती है। इससे सांस लेने में दिक्‍कत हो सकता है। नाक में सूजन आने पर आवाज गहरी और कर्कश हो सकती है।

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​डॉक्‍टर को कब दिखाएं

निम्‍न स्थितियों में प्रेगनेंट महिला को डॉक्‍टर से बात करनी चाहिए :

  • अगर आपको बोलने या गाना गाते समय या छींकने या खांसने के बाद आवाज में अचानक से बदलाव दिख रहा है।
  • बोलते या गाना गाते समय दर्द महसूस हो रहा है।
  • प्रेग्‍नेंसी के दौरान आवाज में धीरे-धीरे बदलाव आते रहना।
  • प्रेग्‍नेंसी के दौरान किसी भी तरह के बदलाव को लेकर ज्‍यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि डिलीवरी के बाद अधिकतर बदलाव अपने आप ठीक हो जाते हैं।

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