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ये संकेत मिलें तो समझ लें, बस 24 से 48 घंटे में ही शुरू होने वाला है लेबर पेन

हर गर्भवती महिला यही सोचती है कि डिलीवरी डेट के आसपास प्रसव पीड़ा कभी भी अचानक से शुरू हो जाती है लेकिन ऐसा नहीं है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 31 May 2021, 11:37 am
किसी भी महिला के लिए यह नहीं कहा जा सकता है कि उन्‍हें कब लेबर पेन शुरू होगा। हालांकि, आपको यह समझना चाहिए लेबर पेन अचानक से शुरू नहीं होता है बल्कि इससे कुछ घंटे पहले से ही शुरुआती संकेत मिलने शुरू हो जाते हैं।
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ये संकेत मिलें तो समझ लें, बस 24 से 48 घंटे में ही शुरू होने वाला है लेबर पेन


अधिकतर महिलाएं इन संकेतों को नजरअंदाज कर देती हैं जिससे उन्‍हें पता ही नहीं चल पाता है कि उन्‍हें लेबर पेन शुरू होने वाला है। अगर आप अपनी बॉडी से मिल रहे संकेतों पर ध्‍यान दें, तो समझ जाएंगी कि अब आपकी डिलीवरी होने में बस कुछ ही घंटे बचे हैं।

तो चलिए जानते हैं कुछ ऐसे संकेतों के बारे में जो प्रसव पीड़ा शुरू होने से 24 से 48 घंटे पहले मिलते हैं।

​पेशाब बार-बार आना

डिलीवरी के लिए बच्‍चे का सिर नीचे योनि की ओर आ जाता है। जब बच्‍चा इस पोजीशन में शिफ्ट होगा, आपको पता चल जाएगा। इससे फेफड़ों पर पड़ रहा थोड़ा दबाव कम होता है और मूत्राशय पर भार बढ़ जाता है। शिशु का सिर नीचे योनि की ओर आने की वजह से पेशाब करने की इच्छा बढ़ जाती है। अब आपको पहले से भी ज्यादा बार पेशाब करने जाना पड़ सकता है।

लेबर शुरू होने पर आपको मल त्‍याग करने की जरूरत लग सकती है। चूंकि, इस समय आपको लेबर पेन भी शुरू हो रहा होता है, इसलिए आप इन दोनों के बीच के दर्द को समझ नहीं पाती हैं।

अगर आप इस समय मल त्‍याग कर लेती हैं, तो पेल्विक हिससेमें शिशु के लिए जगह बन जाती है। लेबर शुरू होने पर महिलाओं को खाली पेट रहने की सलाह दी जाती है।

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​म्‍यूकस प्‍लग निकलना

प्रेग्‍नेंसी के दौरान गर्भाशय ग्रीवा में म्‍यूकस प्‍लग बनता है। यह एक मोटा चिपचिपा प्‍लग होता है जो गर्भाशय ग्रीवा में नमी बनाए रखने और उसे बैक्‍टीरिया से बचाने के लिए बनता है। डिलीवरी डेट आने पर गर्भाशय ग्रीवा चौड़ी होनी शुरू हो जाती है।

इस प्रक्रिया में म्‍यूकस प्‍लग ढीला होता है और अपने आप निकल जाता है। यह बेरंग, भूरा, गुलाबी या हल्‍के से खून के धब्‍बे लिए हो सकता है। म्‍यूकस प्‍लग निकलने के कुछ दिन या हफ्ते बाद ही आपकी डिलीवरी हो सकती है।

​कमर दर्द तेज हो जाना

शिशु का सिर नीचे की ओर आने की वजह से कमर दर्द बढ़ने लगता है। लेबर के दौरान शिशु के सिर की वजह से मां के टेलबोन (रीढ़ की हड्डी के तले में स्थित छोटी-सी हड्डी) दबाव पड़ता है। इसके कारण बहुत तेज पीठ दर्द होता है।

डिलीवरी से कुछ समय या दिन पहले पेट में कॉन्‍ट्रैक्‍शन उठनी भी शुरू हो जाती है। इसका मतलब है कि जन्‍म नलिका पर शिशु से दबाव पड़ना शुरू हो गया है। इस समय आपको गर्भाशय में ऊपर से लेकर बीच में हल्‍की कॉन्‍ट्रैक्‍शन महसूस होगी।

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​पानी की थैली फटना

प्रेग्‍नेंसी के दौरान गर्भ में भ्रूण एमनिओटिक फ्लूइड की एक थैली से ढका होता है। यह शिशु को सुरक्षित रखने के लिए होती है। लेबर की शुरुआत में यह थैली फट जाती है और इसका बेरंग दिखने वाला पानी बाहर आ जाता है। पानी की थैली फटने के तुरंत बाद आपको हॉस्पिटल चले जाना चाहिए।

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