सैफ ने बताए तैमूर के शब्द
तैमूर ने जब बोलना शुरू किया था तो ये खबर मीडिया से भी काफी दिन छिप नहीं पाई थी। एक इंटरव्यू में सैफ अली खान ने बताया था कि तैमूर ने सबसे पहला ‘अब्बा’ शब्द बोला था।
आगे बताते हुए सैफ ने कहा था कि इसके बाद तैमूर ने बेबी और गम बोलना शुरू किया था। जब भी वो च्युंइगम देखता था तो गम गम कह कर चिल्लाने लगता था। उसे चांद देखना पसंद है और अपने ऑफिस में तैमूर के साथ बैठकर मैं चांद देखा करता था।
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कब बोलना शुरू करते हैं बच्चे
पैदा होने के बाद शिशु रोकर ही अपनी हर बात और जरूरत के बारे में बताता है। हर बच्चा अलग उम्र में बोलना शुरू करता है। कुछ बच्चे जल्दी बोलना शुरू कर देते हैं तो कुछ को इसमें समय लगता है।
जब बच्चे आवाज निकालने के लिए होंठों और जीभ का इस्तेमाल करना सीख जाते हैं, तब वो बोलना शुरू करते हैं। आमतौर पर ऐसा छह से सात महीने की उम्र में होता है। इस समय बच्चे बा, पा, ता, बी ऐसे कुछ शब्द बोलना शुरू करते हैं।
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बोलना शुरू करने की सही उम्र
लैंग्वेज डेवलपमेंट एक धीमी प्रक्रिया है और बड़ों की तरह बातें करने में बच्चे को काफी समय लग सकता है। अधिकतर बच्चे 11 और 14 महीने की उम्र में अपना पहला शब्द बोलते हैं। इसमें वो सबसे पहले, मामा, मां या पापा ही बोलते हैं लेकिन आप अपने बच्चे के मुंह से पहली बार कोई भी शब्द सुन सकते हैं।
16 महीने के होने पर लड़कियां पचास शब्द बोल सकती हैं और लड़के 30। लड़के अक्सर लड़कियों से दो महीने पीछे होते हैं।
दो साल के बच्चे 200 तक शब्द जानते हैं। तीन साल के होने पर बच्चे मुश्किल वाक्य भी बोलने लगते हैं और अब आप उनके साथ बडों की तरह बात कर सकते हैं।
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