ऐपशहर

1 साल का नहीं हुआ है आपका बच्‍चा, गलती से भी न खिलाएं ये चीजें वरना जिंदगीभर पड़ेगा पछताना

6 महीने तक शिशु सिर्फ मां का दूध पीता है और इसके बाद वह धीरे-धीरे ठोस आहार खाना शुरू करता है लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं जो बच्‍चे को एक साल की उम्र से पहले नहीं देनी चाहिए।

नवभारतटाइम्स.कॉम 22 Mar 2021, 1:19 pm
एक साल के होने तक शिशु का पाचन तंत्र पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ होता है। यही वजह है कि इस उम्र तक शिशु को सारी चीजें नहीं खिलाई जा सकती हैं। 6 महीने तक बच्‍चे को सिर्फ ब्रेस्‍ट मिल्‍क दिया जाता है और इसके बाद धीरे-धीरे ठोस आहार खिलाना शुरू किया जाता है। बच्‍चे को इस समय किसी भी तरह के इंफेक्‍शन, एलर्जी या गले में कुछ अटकने से बचाने के लिए आपको उसे कुछ चीजें खिलाने से बचना चाहिए।
नवभारतटाइम्स.कॉम foods to avoid for babies under 1 in hindi
1 साल का नहीं हुआ है आपका बच्‍चा, गलती से भी न खिलाएं ये चीजें वरना जिंदगीभर पड़ेगा पछताना


यहां हम आपको उन चीजों के नाम बता रहे हैं जिन्‍हें एक साल से कम उम्र के बच्‍चे को नहीं खिलाने चाहिए।

​गाय का दूध

पहले साल में बच्‍चे को सिर्फ ब्रेस्‍ट मिल्‍क या फॉर्मूला मिल्‍क ही देना चाहिए। गाय के दूध या सोया मिल्‍क में मौजूद प्रोटीन को बच्‍चे का नन्‍हा-सा पाचन तंत्र पचा नहीं पाता है। इससे शिशु की किडनी पर भी दबाव पड़ता है। वहीं कई बच्‍चे गाय के दूध में मौजूद लैक्‍टोज को पचा नहीं पाते हैं। इससे उन्‍हें दस्‍त लग सकते हैं। एक साल के होने से पहले बच्‍चे को गाय या सोया का दूध देने से बचें।

यह भी पढ़ें : शिशु को किस उम्र से और कैसे पिलाना चाहिए गाय का दूध

​खट्टे फल

खट्टे फलों की एसिडिक प्रकृति शिशु के कमजोर पाचन तंत्र के लिए पचानी मुश्किल होती है। इससे बच्‍चे का पेट खराब हो सकता है या उसे पेट में दर्द भी हो सकता है। शिशु की पीठ, चेहरे और डायपर वाली जगह पर रैशेज भी हो सकते हैं। खट्टे फलों के जूस भी एक साल से कम उम्र के बच्‍चों के लिए ठीक नहीं होते हैं।

यह भी पढ़ें : बच्‍चों को किस उम्र से देना चाहिए फ्रूट जूस

​नमक और चीनी

शरीर के अंदर सोडियम के स्‍तर को बनाए रखने के लिए किडनी जिम्‍मेदार होती है। शिशु की किडनी पूरी तरह से विकसित नहीं हुई होती है इसलिए इनके लिए ज्‍यादा नमक खाना नुकसानदायक हो सकता है। शिशु को ज्‍यादा नमक की जरूरत भी नहीं होती है। उन्‍हें बस दिनभर में एक ग्राम से कम मात्रा में नमक चाहिए होता है जो कि उन्‍हें फॉर्मूला मिल्‍क या मां के दूध से मिल जाता है।

कई बार प्रोसेस होने के बाद चीनी बनती है इसलिए यह कई तरह के केमिकलों के संपर्क में आती है जो शिशु के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। चीनी से बच्‍चों की इम्‍यूनिटी कमजोर हो सकती है इसलिए बेहतर होगा कि एक साल से कम उम्र के बच्‍चे को शुगर भी न दी जाए।

यह भी पढ़ें : शिशु की डायट में कब और कितना नमक डालना चाहिए

​अंगूर और अंडा

आमतौर पर 6 महीने के होने के बाद बच्‍चे को छिल्‍के समेत अंगूर खिलाया जाता है। बच्‍चे इसे पूरा निगल सकते हैं जिससे उनका गला बंद हो सकता है या दम घुट सकता है। बच्‍चे को हमेशा ऐसी चीजें छोटे-छोटे टुकड़ों में कर के खिलानी चाहिए।

8 महीने के होने के बाद आप अपने बच्‍चे को अंडा खिला सकती हैं। उसे सिर्फ अंडे का पीला हिस्‍सा खिलाएं क्‍योंकि सफेद हिस्‍से से शिशुओं और बच्‍चों को एलर्जी हो सकती है। एक साल से पहले बच्‍चे को ये नहीं खिलाना चाहिए।

इसके बाद जब शिशु को अंडे का सफेद हिस्‍सा खिलाएं, तब ध्‍यान दें कि बच्‍चे में कोई एलर्जी का लक्षण जैसे कि पेट दर्द, उल्‍टी या स्किन एलर्जी तो नहीं दिख रहा है।

यह भी पढ़ें : बच्‍चों को किस उम्र में अंडा खिलाना शुरू करना चाहिए

अगला लेख

Lifestyleकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग