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Godh bharai rasam : क्‍या आप प्रेगनेंट हैं? जान लें किस महीने में और कैसे करवानी है गोद भराई

हमारे देश के कई हिस्‍सों में डिलीवरी से पहले गर्भवती महिला की गोद भराई की रस्‍म की जाती है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 7 Apr 2021, 11:54 am
भारत में बच्‍चा पैदा होने से पहले गर्भवती महिलाओं के लिए गोद भराई की रस्‍म की जाती है। आपने भी गर्भावस्‍था में होने वाली इस रस्‍म के बारे में सुना ही होगा लेकिन हर धर्म और शहर में गोद भराई की रस्‍म अलग तरीके से मनाई जाती है।
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Godh bharai rasam : क्‍या आप प्रेगनेंट हैं? जान लें किस महीने में और कैसे करवानी है गोद भराई

क्‍या आपने कभी सोचा है कि गोद भराई की रस्‍म क्‍यों, कैसे और कब की जाती है? अगर आप भी इन सभी सवालों के जवाब चाहते हैं, तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।


​क्‍या होती है गोद भराई की रस्‍म

गोद भराई एक रस्‍त या रीति होती है जिसमें गर्भवती मां को खूब आशीर्वाद और प्‍यार दिया जाता है। नए मेहमान के परिवार में आने की खुशी में भी यह रस्‍म की जाती है। गोद भराई का मतलब होता है प्रेगनेंट महिला की गोद को खुशियों, प्‍यार और आशीर्वाद से भर देना।

देश के अलग-अलग हिस्‍सों में इस रस्‍म को अलग नामों से जाना जाता है। बंगाल में इसे शाद, तमिलनाडु में वलईकप्‍पू और केरल में सीमांधम के नाम से यह रस्‍म मनाई जाती है।

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​कब की जाती है गोद भराई

भारत में आमतौर पर प्रेग्‍नेंसी के सातवें महीने में गोद भराई की जाती है। हालांकि, कपल्‍स अपनी मर्जी से भी यह निर्णय ले सकते हैं कि उन्‍हें गोद भराई कब करनी है। आप जब भी इस रस्‍म को करें, बस उसमें अपने धर्म और संस्‍कृति के अनुसार रीतियों का पालन करें।

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​कैसे की जाती है गोद भराई

गोद भराई की रस्‍म करने के कई तरीके हैं लेकिन इसका महत्‍व आने वाले नन्‍हे मेहमान और गर्भवती मां को खूब सारा प्‍यार और आशीर्वाद देना है। यह पूरी रस्‍म प्रेगनेंट महिला के लिए ही की जाती है। इसमें पति-पत्‍नी दोनों के परिवार के लोग मिलकर मां और बच्‍चे को आशीर्वाद देते हैं।

सभी दोस्‍त और रिश्‍तेदार मां काे खूब सारे तोहफे और आशीर्वाद देते हें और घर में छोटी-सी पूजा की जाती है और सभी लोगों को भोजन करवाया जाता है। गोद भराई की रस्‍म के लिए प्रेगनेंट महिला के हाथों पर मेहंदी भी लगाई जाती है।

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​इन बातों का रखें ध्‍यान

गोद भराई की रस्‍म के दौरान आपको कुछ बातों का विशेष ध्‍यान रखना चाहिए, जैसे कि :

  • गोद भराई में अमूमन महिलाएं ही शामिल होती हैं और इस रस्‍म में बच्‍चों और पुरुष नहीं आते हैं लेकिन अब बदलते समय के साथ इस रिवाज में भी बदलाव आ गया है। आप अपने हिसाब से मेहमानों को चुन सकते हैं।
  • यह रस्‍म प्रेगनेंट महिला के लिए की जा रही है, इसलिए इसमें सब कुछ उन्‍हीं की पसंद का होना चाहिए।
  • इस समय घर में मिठाईयां और तला भुना खाना बनता है। प्रेगनेंट महिलाएं कम मात्रा में ही इसका सेवन करें।

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​कौन करता है गोद भराई की रस्‍म

आमतौर पर गोद भराई की रस्‍म प्रेगनेंट महिला के ससुराल या सास-ससुर की ओर से की जाती है। हालांकि, करीबी दोस्‍त भी यह रस्‍म कर सकते हैं। इस रस्‍म का प्रमुख उद्देश्‍य को मां और बच्‍चे की सलामती के लिए आशीर्वाद देना है इसलिए परिवार का कोई भी सदस्‍य गोद भराई की रस्‍म को होस्‍ट कर सकता है।

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