ऐपशहर

बचपन से ही बच्‍चों में डालें ये 6 गुण, बनेगा रहमदिल और दयालु

अपने बच्चे को बचपन से ही दयालु होने का मूल्य सिखाना कमजोरी नहीं कहलाती, बल्कि यह उसके चरित्र के विकास की दिशा में जरूरी कदम है। इसके लिए आपको सबसे पहले अपने घर में ही दयालुता की संस्कृति का निर्माण करना होगा।

नवभारतटाइम्स.कॉम 7 Feb 2022, 9:06 am
आप में से ज्यादातर पैरेंट्स यही सोचते हैं कि बड़े होने पर उनके बच्चे में अच्छे स्किल्स डेवलप हों। यह सच है कि अच्छा और सम्माननीय जीवन जीने के लिए बच्चों को स्वतंत्र और कुशल होना सिखाना जरूरी है, लेकिन उन्हें दयालु या नेक इंसान बनाने की जिम्मेदारी भी आपकी है।
नवभारतटाइम्स.कॉम instill these 6 acts of kindness in your child
बचपन से ही बच्‍चों में डालें ये 6 गुण, बनेगा रहमदिल और दयालु


दूसरे की चिंता करने वाले व्यक्ति को दयालु कहा जाता है। कुछ पैरेंट्स सोचते होंगे कि दयालु बनने से हर कोई उनके बच्चे का आसानी से फायदा उठा लेगा। एक तरह से यह सही भी है, क्योंकि आज के जमाने में सभी इतने व्यस्त हैं कि सिर्फ अपनी जरूरतें और इच्छाएं पूरी करते हैं। दूसरों के लिए उनके पास समय नहीं है।

ऐसे में दूसरों के प्रति दयालु बनना बड़ा मुश्किल हो गया है। अमूमन, यह एक ऐसा गुण है, जो हर किसी के पास नहीं होता। लेकिन ऐसे लोग दूसरों के प्रति बड़े संवेदनशील होते हैं। ये लोग दूसरे के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने के लिए अपनी सीमा से बाहर जाने में भी संकोच नहीं करते। अगर आप ऐसा मानते हैं कि दयालु होने के नुकसान हैं, तो इसके कई फायदे भी हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है।

इसलिए कम उम्र से ही अपने बच्चों कों दयालुता का पाठ पढ़ाना चाहिए। कुछ तरीकों से उन्हें दया भाव सिखाना बच्‍चों में वैल्‍यू को डाल सकता है। यहां ऐसे 6 तरीके बताए गए हैं, जो बचपन से ही बच्चे को दयालु बनाने में मदद करेंगे।

​धन्यवाद कहना सिखाएं

बच्चे को दयालु बनाने का पहला स्टेप है कि उसे थैंक्यू कहना सिखाएं। ध्यान रखें कि थैंक्यू केवल विशेष मौकों पर कहने का नाम नहीं है, बल्कि साल में कभी भी किसी को भी धन्यवाद कहना बच्चे के लिए जरूरी है।

सबसे पहले उन्हें किसी का आभार व्यक्त करना सिखाना चाहिए। बच्चों को सिखाएं कि वे अपने जीवन में हर उस व्यक्ति को धन्यवाद कह सकते हैं, जिससे वह इंस्पायर हैं।

फोटो साभार : TOI

​घर के काम कराएं

सबसे पहले बच्चों को सिखाएं कि घर का या किसी का कोई काम करने में कोई बुराई नहीं है। किसी ऐसे व्यक्ति की मदद करना, जिसे मदद की जरूरत हो, बच्चे को सिखानेे के लिए अच्छी बात है। यदि वे नियमित रूप से ऐसा करते हैं, तो वह जरूरत पडऩे पर किसी की मदद करना सीख जाएंगे।

फोटो साभार : TOI

​दान का महत्व बताएं

बच्चों को जीवन में दान देना सिखाना भी उन्हें दयालु बनाने का शानदार तरीका है। अनाथालयों, वृद्धाश्रमों में बच्चों को साथ लेकर जाएं और वहां कुछ न कुछ उनसे दान कराएं। इतना ही नहीं, उन्हें बताएं कि दान करना क्यों जरूरी है।

फोटो साभार : TOI

​उपहार देने के लिए कहें

वैसे तो उपहार खरीदना अच्छी बात है, लेकिन यह आपके बच्चे को कोई मूल्य नहीं सिखाता। बेहतर है कि आप बच्चे को कम उम्र से ही उपहार बनाना सिखाएं। विशेष मौकों पर बच्चों को अपने हाथों से आर्ट एंड क्राफ्ट आइटम्स बनाने के लिए कहें क्योंकि इसमें न केवल दूसरे के प्रति प्यार बल्कि सम्मान की भावना भी छिपी होती है।

फोटो साभार : TOI

​खुशियां फैलाना सिखाएं

किसी खास कारण से लोगों को खुश करना खुशियां फैलाने का एक बेहतरीन तरीका है। एक अच्छे कारण के लिए स्वयंसेवा करना, किसी बुजुर्ग या अकेले पड़ोसी की मदद करना बहुत छोटे-छोटे काम हैं, लेकिन कई बार बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं।

फोटो साभार : istock

​तारीफ करना सिखाएं

बच्चों को बताएं कि जब उन्हें किसी की कोई बात बहुत अच्छी लगती है, तो उसकी तारीफ करनी चाहिए। लोगों की प्रशंसा करने से आभार व्यक्त करने और दया जैसे मूल्यों को स्थापित करने में बहुत मदद मिलती है।

अगर बचपन से ही आप अपने बच्चों में यह आदतें डालेंगे, तो इसमें कोई दोराय नहीं है कि आपका बच्चा बड़ा होकर एक दयालु इंसान बनेगा।

इस आर्टिकल को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्‍लिक करें

फोटो साभार : istock

अगला लेख

Lifestyleकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग