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प्रेग्‍नेंसी में इस पत्ते को चबाने से बच्‍चे को हो सकती है प्रॉब्‍लम, स्‍टडी तक करती हैं मना

क्‍या आपको भी पान के पत्ते का स्‍वाद पसंद है या आप पेट को ठीक रखने के लिए इसे प्रेग्‍नेंसी में खा रही हैं, तो जरा पहले इसके सेवन से जुड़ी जरूरी बातों को जान लें।

Authored byपारुल रोहतगी | नवभारतटाइम्स.कॉम 27 Jan 2023, 4:43 pm
कई महिलाओं को प्रेग्‍नेंसी में अचानक भूख में कमी या पाचन में परेशानी होने लगती है जिसकी वजह से उन्‍हें प्रेग्‍नेंसी ब्‍लू की प्रॉब्‍लम हो सकती है। ऐसे मामलों में महिलाओं को पाचन में सुधार और अन्‍य समस्‍याओं से राहत पाने के लिए पान का पत्ता चबाने के लिए दिया जाता है। पान का पत्ता सदियों से भारतीय पाक कला और आहार का हिस्सा रहा है। राजा भोजन के बाद पान जरूर खाते थे। पान के पत्ते को खाने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। हालांकि, प्रेगनेंट महिला को इसे खाने से पहले यह जान लेना चाहिए कि पान का पत्ता उनके लिए सुरक्षित है भी या नहीं।
नवभारतटाइम्स.कॉम mom tips is it safe to eat betel leaves during pregnancy
प्रेग्‍नेंसी में इस पत्ते को चबाने से बच्‍चे को हो सकती है प्रॉब्‍लम, स्‍टडी तक करती हैं मना


पान के पत्ते के गुण

पान के पत्ते में एंटी-इंफेक्टिव, इम्‍यूनोमॉड्यूलेटरी, हेप्‍टो प्रोटेक्टिव, एंटी अल्‍सर, एंटी इंफ्लामेट्री, कार्डियोवस्‍कुलर, एंटी डायबिटीक गुण होते हैं। पान का पत्ता माउथ फ्रेशनर के रूप में भी का करता है। यह ओरल हाईजीन को भी बढ़ावा देता है। इसमें एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं।

प्रेग्‍नेंसी में क्‍यों खिलाया जाता है पान का पत्ता?

पारंपरिक मान्‍यता के अनुसार पान का पत्ता खाने से गर्भवती महिला के पाचन में सुधार आता है और भूख उत्तेजित होती है। पान की पत्तियां एंटीऑक्‍सीडेंट से भरपूर होती हैं। से खांसी, मसूड़ों से खून आना, डिहाइड्रेशन, घाव, सूजन, कब्‍ज, डायबिटीज, सिरदर्द और कमर दर्द से भी राहत दिलाता है।
फोटो साभार : unsplash

क्‍या प्रेग्‍नेंसी में पान का पत्ता खा सकते हैं?

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की रिपोर्टों के अनुसार प्रेग्‍नेंसी में पान का पत्ता चबाने से कैंसी का खतरा बढ़ सकता है और इससे प्रेग्‍नेंसी पर भी गलत असर पड़ सकता है। वहीं लंबे समय तक पान का पत्ता खाने से कैंसर खासतौर पर ओरल कैंसर हो सकता है।
इंटरनेशनल जरनल ऑफ मेडिसिन एंड पब्लिक हेल्‍थ के अनुसार बांग्‍लादेश की ग्रामीश महिलाओं ने रोज सुपारी और पान के पत्ते का सेवन किया जिससे उनमें फोलेट की कमी पाई गई। इस कमी की वजह से प्रेग्‍नेंसी में बच्‍चे को न्‍यूरल ट्यूब डिफेक्‍ट, प्रीटर्म बर्थ, लो बर्थ वेट, नर्वस सिस्‍टम में विकार होने का खतरा रहता है।

क्‍या करें

प्रेग्‍नेंसी में किसी भी औरत को ऐसी कोई भी चीज नहीं खानी चाहिए जिसके प्रभाव या दुष्‍प्रभाव को लेकर कुछ स्‍पष्‍ट तौर पर नहीं कहा जा सके। बेहतर होगा कि आप प्रेग्‍नेंसी में पान का पत्ता ना खाएं। इसकी बजाय थोड़ी-थोड़ी देर में कम मात्रा में खाकर भी आप अपनी पाचन संबंधी समस्‍याओं को ठीक कर सकती हैं। संतुलित आहार लें और फैटी फूड खाने से बचें। आप खूब पानी पिएं और दिनभर में लगभग 8 गिलास पानी जरूर पिएं। हल्‍के व्‍यायाम या योगा करें।

रिसर्च क्‍या कहती है

एनसीबीआई की एक रिसर्च के मुताबिक पान का पत्ता खाने के कई फायदे होते हैं जैसे कि ये भूख को बढ़ाता है, पाचन में सुधार करता है लेकिन मेडिकल रिसर्च का सुझाव है कि इससे कुछ जोखिम भी जुड़े होते हैं जैसे कि फोलेट की कमी। इसलिए बेहतर होगा कि आप इससे परहेज ही करें।
फोटो साभार : unsplash

लेखक के बारे में
पारुल रोहतगी
पारुल रोहतगी को पत्रकारिता के क्षेत्र में 9 वर्षों से अधिक अनुभव है। इन्‍होंने डिजिटल के साथ-साथ प्रिंट मीडिया में भी काम किया हुआ है। वर्तमान में ये NBT के लाइफस्टाइल फैमिली सेक्शन में बतौर कंसल्टेंट काम कर रही हैं। इन्‍हें अलग-अलग विषयों पर लिखना और अपने लेखों से लोगों को जानकारी देना पसंद है। इन्‍हें हेल्‍थ, एस्‍ट्रोलॉजी, लाइफस्टाइल, टेक आदि सेक्‍शन पर लिखने का अनुभव भी है। खाली समय में इन्‍हें किताबें पढ़ना और नई टेक्नोलॉजी को सीखना पसंद है।... और पढ़ें

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