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पहली बार पैरेंट्स बने कपल्‍स के लिए बहुत काम के हैं ये पैरेंटिंग टिप्‍स

नवजात शिशु की देखभाल करना पैरेंट्स के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। नवजात शिशु की देखभाल के पहले 30 काफी नाजुक और महत्‍वपूर्ण होते हैं। शिशु के पहले 30 दिनों के लिए यहां दिए गए पैरेंटिंग टिप्स काफी मददगार साबित हो सकते हैं।

नवभारतटाइम्स.कॉम 12 Feb 2022, 9:33 am
पहले बच्चे के जन्म पर माता-पिता बेहद खुश होते हैं। उनकी खुशी को बयां नहीं किया जा सकता। खासतौर से पहली बार मां बनने वाली महिला का बच्चे के साथ नया जन्म होता है। लेकिन मां बनने के साथ उस पर अब नवजात की देखभाल की जिम्मेदार भी बढ़ जाती है और साथ में चिंता भी। मन में कई तरह के सवाल आते हैं कि बच्चे के साथ आपका सफर कैसा होगा, क्या आप बच्चे की देखभाल ठीक से कर पाएंगी, उसकी भूख के संकेत को कैसे पहचान पाएंगी।
नवभारतटाइम्स.कॉम newborn care tips for first 30 days
पहली बार पैरेंट्स बने कपल्‍स के लिए बहुत काम के हैं ये पैरेंटिंग टिप्‍स


खासतौर से अगर यह आपका पहला बच्चा है, तो आपका घबराना स्वभाविक है क्योंकि नवजात के खान-पान, पोषण, साफ-सफाई पर खास ध्यान देना होता है। पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को बच्चे की देखभाल का बिल्कुल अनुभव नहीं होता, ऐसे में उन्हें बच्चे को संभालने में बहुत दिक्कत आती है । वैसे भी कहा जाता है कि शुरूआती 30 दिन बच्चे की केयर ठीक से कर ली जाए, तो बच्चा स्वस्थ बना रहता है और उसका विकास भी अच्छे से होता है।

नवजात की देखभाल करना बहुत सावधानी भरा काम है, लेकिन आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि नवजात के साथ नई यात्रा शुरू करने को लेकर हमारे पास कुछ पैरेंटिंग टिप्स हैं, जो आपके इस सफर को आसान बना सकते हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि शुरू के 30 दिनों में अपने नवजात की देखभाल कैसे करें।

​स्तनपान के बारे में जानें

चूंकि, आप पहली बार पैरेंटस बने हैं, तो आपको नवजात को स्तनपान कराने का अनुभव शायद ही होगा। ऐसे में हॉस्पीटल से डिस्चार्ज होने से पहले नर्सिंग स्टाफ या लैक्टेशन कंसल्टेंट से इस बारे में जरूर चर्चा करें। घर आने के बाद अगर दूध नहीं आता या स्तनपान कराने में दिक्कत महसूस हो, तो आप बेझिझक अपनी डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ से संपर्क कर सकती हैं।

फोटो साभार : TOI

​खुद को मानसिक रूप से तैयार करें

खुद को मानसिक रूप से तैयार करना एक मां होने का महत्वपूर्ण पहलू है। इसलिए आपको किसी और चीज से पहले अपना खास ख्याल रखना होगा। इसके लिए सबसे पहले खुद को मानसिक रूप से मजबूत करें। बच्चे को दूध पिलाना एक बड़ा और जिम्मेदारी वाला काम है और अपने बच्चे को जल्दी से दूध पिलाने में सक्षम होने के लिए आपके बच्चे को बार-बार आपकी जरूरत होगी। ऐसे में आपका भी हर वक्त रिफ्रेश महसूस करना जरूरी है।

फोटो साभार : TOI

​गर्म सेक करें

कई स्तनपान कराने वाली महिलाओं को Breast engorgement का सामना करना पड़ता है। स्तनों में दूध की वृद्धि को Breast engorgement कहते हैं। इसमें बहुत ज्यादा ब्रेस्‍टमिल्‍क से मां के स्तन में सूजन या दर्द की स्थिति बनने लगती है। इसके लिए हीटिंग पैड या वॉर्म कंप्रेस का उपाय काम आएगा।

यदि आप घरेलू उपचार की तलाश में हैं, तो अजवायन का पानी पिएं और इसके पानी को गर्म सेंक के रूप में इस्तेमाल करें। नियमित रूप से इस उपाय को करने के बाद आपको बहुत फायदा होगा।

फोटो साभार : TOI

​बोतल से दूध पिलाएं

शुरूआती 30 दिन तो बिल्कुल नहीं, लेकिन हां 1 से 2 महीने बाद आप अपने बच्चे को बोतल से दूध पिलाना शुरू कर सकती हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चे के 6 से 8 सप्ताह के होने पर उसे बोतल से दूध पिलाना सबसे अच्छा होता है। शुरूआत में दिनभर में एक बार बोतल से दूध पिलाएं और फिर जरूरत पडऩे पर इसे बढ़ा दें।

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​कांच की बोतल का इस्तेमाल करें

ब्रेस्‍टमिल्‍क को स्टोर करने के लिए आप ब्रेस्ट पंप का यूज कर सकती हैं। साथ ही अपने पार्टनर को भी बच्चे को बोतल से दूध पिलाने के लिए कह सकती हैं। यह आपको बच्चे और पार्टनर के बीच अच्छा बॉन्ड बनाने का मौका देगा। साथ ही प्लास्टिक की बोतल की जगह बच्चे को कांच की बोतल से दूध पिलाएं। यह आपके बच्चे के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।

यहां बताए गए टिप्स सभी मां बनने वाली महिलाओं के लिए बहुत उपयोगी हैं। इन्हें करने से न केवल शुरू के 30 दिन आसानी से निकल जाएंगे, बल्कि आप भी अच्छा महसूस करेंगी।

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