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बच्‍चों के लिए जानलेवा है कोरोना की दूसरी लहर, जानें बचाने के सही उपाय और तरीके

डॉक्‍टरों और विशेषज्ञों की सलाह है कि इस समय बच्‍चों को घर में ही रखना सही रहेगा क्‍योंकि कोरोना की दूसरी लहर बच्‍चों के लिए खतरनाक साबित हो रही है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 18 May 2021, 10:40 am
कोरोना के चक्‍कर में बच्‍चे स्‍कूल छोड़कर घर पर बैठ गए हैं और अब दोस्‍तों से मिलना भी उनके लिए सपने जैसा हो गया है। वसंत कुंज के सीनियर कंसल्‍टेंट पीडियाट्रिशियन डॉक्‍टर पवन कुमार का कहना है कि इस समय बच्‍चों को कोरोना से बचाना बहुत जरूरी हो गया है क्‍योंकि अब कोरोना पहले से भी ज्‍यादा खतरनाक हो गया है और बच्‍चों में लक्षण तक पैदा नहीं कर रहा है, जिससे उन्‍हें समय पर इलाज मिल सके और वो वायरस को फैलाएं नहीं।
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बच्‍चों के लिए जानलेवा है कोरोना की दूसरी लहर, जानें बचाने के सही उपाय और तरीके


डॉक्‍टर पवन कुमार ने कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताया है जिनकी मदद से आप अपने बच्‍चे को कोरोना की दूसरी लहर में सुरक्षित रख सकते हैं।

​बच्‍चों के लिए जहर है कोरोना की दूसरी लहर

पिछले साल के मुकाबले कोरोना की दूसरी लहर बच्‍चों को बुरी तरह से प्रभावित कर रही है। इस बार बच्‍चे इसकी चपेट में ज्‍यादा आ रहे हैं और डर की बात तो यह है कि बच्‍चों में इसके लक्षण भी नहीं दिख रहे हैं जिससे उनके वायरस फैलाने का खतरा बहुत ज्‍यादा है।

कोरोना की दूसरी लहर में सांस लेने में दिक्‍कत के मामले ज्‍यादा सामने आ रहे हैं इसलिए बच्‍चों को इस बार वायरस से बचाना पहले से भी ज्‍यादा जरूरी हो गया है।

यहां हम कुछ ऐसे टिप्‍स बता रहे हैं जिनकी मदद से पेरेंट्स काफी हद तक अपने बच्‍चों को कोरोना वायरस की दूसरी लहर से दूर रख सकते हैं।

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​सोशल डिस्‍टेंस है जरूरी

बच्‍चों को इस समय सोशल डिस्‍टेंसिंग का मतलब और महत्‍व समझाना बहुत जरूरी है। बेवजह लोगों के पास जाने न दें और लोगों से दूरी बनाकर रखने के लिए कहें। बच्‍चों को घर से बाहर खेलने न भेजें और फिलहाल दोस्‍तों से मिलना भी बंद कर दें।

बच्‍चों को घर पर ही गेम्‍स खिलाएं और दोस्‍तों से ऑनलाइल वीडियो कॉलिंग करवा दें। बच्‍चे को ठीक तरह से मास्‍क पहनने के लिए कहें।

यदि आपका बच्‍चा अपने दोस्‍तों से मिलने की कहता है तो उसे प्‍यार से समझाएं। एक ही बिल्डिंग या सोसायटी के बच्‍चों के साथ भी खेलने की परमिशन न दें। बच्‍चों की इम्‍यूनिटी कमजोर होती है इसलिए उन्‍हें घर पर रखना बहुत जरूरी है।

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​पसर्नल हाइजीन

डॉक्‍टर पवन कुमार का कहना है कि कोरोना से बचने के लिए सिर्फ मास्‍क लगाना ही काफी नहीं है बल्कि बच्‍चों को पर्सनल हाइजीन से जुड़ी बातें और नियम भी सिखाएं। बच्‍चों को आंखें, नाक और चेहरे पर हाथ लगाने से मना करें।

बार-बार थोड़ी-थोड़ी देर में हाथों को धोने और सैनिटाइज करने के लिए कहें। खांसते और छींकते समय चेहरे और मुंह को ढक कर रखने के लिए कहें और अगर बीमार महसूस हो रहा है तो बच्‍चे को घर पर ही रखें।

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​घर की करें सफाई

इंफेक्‍शन से बचने और बच्‍चों को भी बचाने के लिए घर साफ रखें। दरवाजे के हैंडल, टैबलेट, कुर्सी, हैंडरेल को साफ करते रहें। जूते-चप्‍पल घर से बाहर उतारें। कूड़ेदान को ढक कर रखें। बाहर से फल-सब्जियां लाने पर, अच्‍छी तरह से धोएं। बाहर से कोई भी सामान आता है, तो उसे बच्‍चे को छूने न दें।

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