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8 महीने के बच्‍चे को हेल्‍दी करने के लिए, रागी से बनाएं पाउडर

शिशु को सेहतमंद बनाने और उसके आहार में पोषक तत्‍वों की मात्रा को बढ़ाने का सबसे आसान तरीका है रागी। आप रागी से बेबी फूड बना सकते हैं।

नवभारतटाइम्स.कॉम 3 Mar 2021, 7:39 am
रागी पोषक तत्‍वों से भरपूर होती है और शिशु को ठोस आहार में आप रागी दे सकते हैं। आप रागी से बेबी फूड बना सकती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको शिशु के लिए रागी पाउडर बनाने के तरीके और इसके फायदों के बारे में बता रहे हैं।
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8 महीने के बच्‍चे को हेल्‍दी करने के लिए, रागी से बनाएं पाउडर


​रागी पाउडर बनाने का तरीका

इस पाउडर को बनाने के लिए आपको आधा कप रागी, 6 से 8 बादाम, 6 से 8 काजू, 6 से 8 पिस्‍ता, दो से तीन इलायची, थोड़ा-सा केसर चाहिए। रागी पाउडर बनाने की विधि इस प्रकार है :

  • सबसे पहले रागी काे पानी से अच्‍छी तरह से धो लें।
  • एक पैन लें और उसे गैस पर गर्म करें। फिर इसमें रागी डालें।
  • रागी को 5 से 10 मिनट तक अच्‍छी तरह से भून लें।
  • इस समय आंच को धीमी रखें। अब रागी को एक प्‍लेट में निकाल लें।
  • अब एक पैन में काजू, बादाम और पिस्‍ता को रोस्‍ट कर लें।
  • फिर रागी और ड्राई फ्रूट्स, इलायची और केसर को मिक्‍सर में डालकर पीस लें।
  • इसे ब्‍लेंड कर के पाउडर तैयार कर लें।
  • इस पाउडर को एयर टाइट कंटेनर में स्‍टोर कर रख लें।

​कैसे बनाएं

एक पैन में दो चम्‍मच रागी पाउडर डालें और एक कप पानी डालकर मिक्‍स करें। इसे गैस पर धीमी आंच पर 7 से 8 मिनट तक पकाएं। गाढ़ा होने पर गैस बंद कर दें और हल्‍का गर्म शिशु को खिलाएं। 8 महीने से अधिक उम्र के शिशु को आप यह बेबी फूड खिला सकते हैं।

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​बच्‍चों के लिए रागी के फायदे

रागी में उच्‍च मात्रा में कैल्शियम होता है और यह बच्‍चे की हड्डियों के विकास में मदद करता है। रागी शरीर में खून को बढ़ाने में भी सुधार लाता है।

रागी डायट्री फाइबर से भरपूर होती है जिससे पाचन को बढ़ावा मिलता है और बच्‍चे का पेट लंबे समय तक भरा रहता है। रागी में अमीनो एसिड होते हैं जो लिवर के आसपास के अतिरिक्‍त फैट को घटाता है और शरीर में से कोलेस्‍ट्रॉल को कम करता है। इससे बच्‍चा मोटापे से बचा रहता है।

रागी में आयरन होता है जिससे बच्‍चों में एनीमिया का खतरा कम होता है। इसमें मौजूद विटामिन सी आयरन के अवशोषण को बढ़ावा देता है। रागी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करती है जिससे शरीर को रिलैक्‍स करने और अनिद्रा, एंग्‍जायटी और सिरदर्द जैसी समस्‍याओं से राहत मिलती है।

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​रागी खाने से क्‍या होता है

रागी में मौजूद फाइबर और पॉलीफेनोल डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद करता है। इसमें मिथिओनिन अमीनो एसिड होता है जो शिशु की त्‍वचा और बालों को स्‍वस्‍थ रखने में मदद करता है।

रागी को अच्‍छी तरह से धोने के बाद ही इसका इस्‍तेमाल करना चाहिए। छोटे बच्‍चों के लिए रागी जितना फायदेमंद, और कोई अनाज नहीं होता है इसलिए शिशु के आहार में रागी को जरूर शामिल करें। आप रागी पाउडर के अलावा रागी का दलिया बनाकर भी बच्‍चे को दे सकते हैं।

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