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प्रेग्‍नेंसी में सताता है पीठ या पेट दर्द, गर्म सिकाई से पहले जान लें पूरी सच्‍चाई

गर्भावस्‍था में महिलाओं को मांसपेशियों में ऐंठन, कमर में दर्द और पेट में दर्द जैसी समस्‍याओं से जूझना पड़ता है और गर्म सिकाई को दर्द से राहत पाने का सबसे सरल उपाय माना जाता है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 2 Apr 2021, 12:21 pm
प्रेग्‍नेंसी के नौ महीनों के दौरान शरीर के किसी न किसी हिस्‍से में दर्द ही रहता है। कभी पीठ में दर्द तो कभी पैरों का दर्द सताता है। दर्द और पीड़ा को कम करने का सबसे आसान तरीका है गर्म सिकाई। जी हां, सिकाई करने से नसें खुल जाती हैं और दर्द कम महसूस होता है।
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प्रेग्‍नेंसी में सताता है पीठ या पेट दर्द, गर्म सिकाई से पहले जान लें पूरी सच्‍चाई


लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए पेट या पीठ जैसे हिस्‍सों की गर्म सिकाई करना कितना सही है?

अगर आप भी गर्भावस्‍था में होने वाले कई तरह के दर्द को कम करने के लिए गर्म सिकाई का प्रयोग करती हैं तो पहले यहां जान लें कि मां और बच्‍चे के लिए इसके फायदे और नुकसान क्‍या हैं।

प्रेग्_नेंसी में गर्म सिकाई करना.

कुछ महिलाओं को इस बात की चिंता रहती है कि गर्म सिकाई या हीटिंग पैड की वजह से गर्भस्‍थ शिशु को नुकसान पहुंच सकता है। जब मां के शरीर का तापमान बढ़ता है तो शिशु के शरीर का भी बढ़ सकता है। इसकी वजह से शिशु में कोई विकार पैदा हो सकता है।

हीटिंग पैड या गर्म सिकाई से शरीर का तापमान नहीं बढ़ता है इसलिए सिकाई करना सुरक्षित है। रात के समय सिकाई नही करनी चाहिए और 10 मिनट से ज्‍यादा देर तक भी सिकाई करना ठीक नहीं होता है।

मांसपेशियों में ऐंठन की वजह से पीठ में दर्द होने पर अक्‍सर गर्भवती महिलाएं तुरंत आराम पाने के लिए सिकाई करती हैं। आप गर्म सिकाई की जगह बर्फ से भी सिकाई कर सकती हैं। आईस पैक खून के थक्‍के बनने से रोकता है जबकि हीट पैक प्रभावित रक्‍त वाहिका वाले हिस्‍से में ब्‍लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है। आप एक बार हीट पैक और दूसरी बार आईस पैक से सिकाई कर सकती हैं। इससे बॉडी का टेंपरेचर ठीक रहता है।

सिकाई से कैसे मिलता है आराम

टाइम्‍स ऑफ इंडिया में प्रकाशित एक आर्टिकल के अनुसार हीटिंग पैड रक्‍त वाहिकाओं को खोलकर खून के प्रवाह को बढ़ाते हैं। इससे ताजा ऑक्‍सीजन और पोषण मिलता है जिससे मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द और टेंडन और लिगामेंट का दर्द कम होता है। इससे मांसपेशियों में ऐंठन भी कम होती है।

अमेरिकन प्रेग्‍नेंसी एसोसिएशन के अनुसार लगभग हर महिलाओं को प्रेग्‍नेंसी में पीठ दर्द सहना पड़ता है। हार्मोंस, ग्रैविटी शिफ्ट होने की वजह से, वजन बढ़ने और पोस्‍चर ठीक न रखने के कारण पीठ दर्द होता है।

इन बातों का रखें ध्_यान2

एक बार में 10 से 15 मिनट से ज्‍यादा समय के लिए हीटिंग पैड का इस्‍तेमाल नहीं करना चाहिए। अगर आपके शरीर का तापमान पहले से ही ज्‍यादा है, तो सिकाई करने से बचें। गर्भावस्‍था में गर्म सिकाई को लेकर इन बातों का भी ध्‍यान रखना चाहिए :

पेट पर सीधी सिकाई न करें। हीटिंग पैड को कम से कम गर्म करें।

हीटिंग पैड को पहले किसी कपड़े में लपेट लें और फिर पेट या पीठ पर लगाएं।

अगर आपको प्रेग्‍नेंसी में लगातार पीठ या पेट में दर्द हो रहा है तो गर्म सिकाई न करें।

लंबे समय से हो रहे दर्द के लिए गर्म सिकाई ठीक नहीं है आप रक्‍त वाहिकाओं को डिटॉक्सिफाई करने और दर्द कम करने के लिए कभी-कभी आईस पैक का भी इस्‍तेमाल कर सकती हैं।

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