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जानें, क्यों आपके छोटे भाई-बहन हैं पैरंट्स के फेवरिट

स्टडी में सामने आया कि अगर घर के छोटे बच्चे को लगता है कि वह माता-पिता का फेवरिट हैं तो इस स्थिति में पैरंट्स और बच्चे का रिश्ता मजबूत होता है। जबकि ऐसा न होने पर इसका प्रभाव एकदम उलट होता है। वहीं दूसरी तरफ परिवार के बड़े बच्चे के साथ पैरंट्स के रिश्तों पर इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि वह अपने पैरंट्स का फेवरिट है या नहीं...

टाइम्स न्यूज नेटवर्क 13 Nov 2017, 10:10 am
परिवार चाहे भारतीय हो या किसी और देश का। हर घर में एक फाइट हमेशा चलती रहती है और यह है बच्चों की फाइट। आपको याद होगा कि आपने भी अपने बड़े या छोटे भाई-बहन के साथ इस बात पर कभी तो झगड़ा जरूर किया होगा कि मम्मी-पापा आपको ज्यादा प्यार करते हैं या आपके उसे। स्टडी के बाद सामने आए एक सच ने इस लड़ाई को खत्म कर दिया है और माता-पिता की सोच को भी उजागर किया है।
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जानें, क्यों आपके छोटे भाई-बहन हैं पैरंट्स के फेवरिट


दरअसल पैरंट्स अपने छोटे बच्चे के प्रति ज्यादा दयालु होते हैं। इसका अर्थ यह बिल्कुल नहीं है कि उन्हें अपने बड़े बच्चे से प्यार नहीं होता। क्योंकि घर का बड़ा बच्चा उनके लिए हमेशा स्पेशल होता है। आखिर वही तो है, जिसने सबसे पहले उनकी लाइफ में खुशियां भरीं थी। लेकिन छोटा बेबी आने के बाद माता-पिता का ध्यान उसके रखरखाव और जरूरतों पर केंद्रित हो जाता है। ऐसे में कई बार बड़े बच्चे को महसूस होता है कि पैरंट्स उसे कम प्यार करते हैं।

यूनाइटेड स्टेट की बीवाय यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ फैमिली लाइफ द्वारा की गई एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि वाकई घर के छोटे बच्चे के प्रति माता-पिता को विशेष लगाव होता है। इस स्टडी में टीनऐज बच्चोंवाले 300 परिवारों को शामिल किया गया। स्टडी में सामने आया कि अगर घर के छोटे बच्चे को लगता है कि वह माता-पिता का फेवरिट हैं तो इस स्थिति में पैरंट्स और बच्चे का रिश्ता मजबूत होता है। जबकि ऐसा न होने पर इसका प्रभाव एकदम उलट होता है। वहीं दूसरी तरफ परिवार के बड़े बच्चे के साथ पैरंट्स के रिश्तों पर इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि वह अपने पैरंट्स का फेवरिट है या नहीं। रिसर्चर्स का मानना है कि इस अंतर के पीछे परिवार के छोटे बच्चे द्वारा अपनी तुलना अपने बड़े भाई/बहन से करना एक वजह हो सकती है।

रिसर्च में आगे कहा गया है कि छोटे भाई/बहन अपनी तुलना अपने बड़े भाई/बहन से करते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि बड़े बच्चे इस बारे में नहीं सोचते हैं कि उनके पैरंट्स किसे ज्यादा प्यार करते हैं। वह भी ऐसा सोचते हैं लेकिन इस बात से उन्हें बहुत फर्क नहीं पड़ता है और उनका रिश्ता अपने पैरंट्स के साथ सामान्य रहता है। बीवाय यूनिवर्सिटी ऑफ फैमिली लाइफ के असिस्टेंट प्रफेसर एलेक्स जेनसन का कहना है कि 'बड़े और छोटे बच्चों के इस तरह के व्यवहार के पीछे एक वजह यह भी हो सकती है कि पैरंट्स शायद ही कभी बड़े बच्चे से कहें कि अपने छोटे भाई बहन को देखो, तुम उनकी तरह क्यों नहीं हो। जबकि छोटे बच्चे को अक्सर इस स्थिति का सामना करना होता है।'

रिसर्च में शामिल हुए पैरंट्स और टीनेजर बच्चों से विभिन्न प्रकार के सवाल पूछे गए, ताकि उनके संबंधों और फेवरिट बच्चे के सच को गहराई से जाना जा सके। पैरंट्स से अपने बच्चों के साथ उनके रिश्ते, बच्चों को डील करते वक्त उनकी परेशानियां, विरोधों और विवादों के बारे में पूछा गया। वहीं टीनेजर बच्चों को अपने माता-पिता के साथ अपने रिश्ते बयां करने के लिए कहा गया।

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