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COVID nails: कोविड से ठीक होने के बाद रंग बदल रहे मरीजों के नाखून, हाथ-पैर की उंगलियों में दिखा नया गंभीर लक्षण

कोविड महामारी से ठीक होने के बाद जहां तमाम लोग ब्लैक फंगस से जूझ रहे हैं तो वहीं स्वाद और गंध के जाने से कइयों की भूख कम हो चुकी है। इसी बीच, कोविड के नए वेरिएंट से एक और सिम्टम्स की पहचान हुई है, जो नाखूनों पर दिखता है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 8 Jun 2021, 2:12 pm
पिछले साल से लेकर अब तक कोरोना वायरस न जाने अपने कितने ही सिम्टम्स दिखा चुका है। वायरस के बदलते ही इसके सिम्टम्स में भी बदलाव आता है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसके लक्षण मरीजों में ठीक होने के बाद भी लंबे समय तक दिखते हैं। कुछ लोग तो इससे ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस की गिरफ्त में आकर मौत का शिकार हो रहे हैं।
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COVID nails: कोविड से ठीक होने के बाद रंग बदल रहे मरीजों के नाखून, हाथ-पैर की उंगलियों में दिखा नया गंभीर लक्षण


अब तक कोविड रिकवरी के बाद मरीजों में जो आसमान्य सिम्टम्स दिखते थे उनमें गंध, स्वाद का चले जाना, बालों का अधिक झड़ना और मांसपेशियों में दर्द शामिल है। अब कुछ विशेषज्ञों ने एक ऐसे लक्षण के बारे में जानकारी दी है जो मरीज के ठीक होने के बाद नेल्स यानी हाथ-पैरों के नाखूनों पर दिखते हैं। इसे कोविड नेल्स कहा जा रहा है। बहरहाल, यहां हम आपको बताते हैं कि यह क्या है कोविड नेल्स और कैसे करें इस सिम्टम्स की पहचान।
(फोटो साभार: istock by getty images)

​नाखून से करें अपनी सेहत का पता

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, कोविड महामारी से रिकवर होने के बाद हम कितने स्वस्थ हैं, इसके बारे में हमारे नाखूनों भी संकेत दे सकते हैं। हालांकि, पिछले वायरस के संक्रमण से ठीक हो चुके मरीजों के नाखूनों में किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं दिखता था लेकिन नए वेरिएंट से नेल्स पर भी असर दिखना शुरू हो चुका है। जानकारों की कहना है कि ऐसा पहली बार है जब हमें 'कोविड' नाखून जैसे अजीब तरह के लक्षण का सामना करना पड़ा है।

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​कोविड नेल्स क्या है?

वैज्ञानिक के अनुसार, यह नाखूनों से जुड़ी एक स्थिति है जिसमें नेल्स का आकार और रंग बदल सकता है और आपके नाखून खुरदुरे हो सकते हैं। इस मेडिकल भाषा में 'ब्यूज लाइन्स' (Beau's lines) कहा जाता है। कोरोना और इसके बीच क्या संबंध है, यह अभी तक स्पष्ट रूप से अज्ञात है।

विशेषज्ञों का मानना है कि जो मरीज अत्यधिक तनाव और बीमारियों से गुजरते हैं कोरोना उनके समग्र शरीर के स्वास्थ्य पर भारी पड़ता है। ऐसी स्थिति में बीमारी नाखूनों पर भी अपना प्रभाव दिखा सकती है।

​ब्रिटिश वैज्ञानिक ने किया सबसे पहले कोविड नेल्स का खुलासा

इस सिम्टम्स की पहचान सबसे पहले एक ब्रिटिश वैज्ञानिक टिम स्पेक्टर (British epidemiologist Tim Spector) ने की है, जो यूके बेस्ड COVID सिम्टम्स स्टडी ऐप में शामिल थे। स्पेक्टर द्वारा जिक्र किए जाने के बाद कोविड नेल्स को लेकर जल्द ही इंटरनेट पर प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो चुकी हैं।

तमाम लोगों ने COVID से ठीक होने के महीनों और हफ्तों बाद अपने नाखूनों के चिन्हों की पहचान कर इस सिम्टम्स के बारे में बताया है।

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​कोविड नेल्स (COVID nails) के सिम्टम्स

तमाम लोग कोविड की गिरफ्त में आकर कुछ ही हफ्तों में ठीक हो जाते हैं लेकिन कइयों को लंबा समय लग सकता है। क्योंकि बहुत सारे ऐसे भी सिम्टम्स होते हैं जो निगेटिव टेस्ट आने के बाद भी रह जाते हैं। हाल के दिनों में कुछ लोगों में कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद 'कोविड नेल्स' के सिम्टम्स देखने को मिल रहे हैं।

इसे एक संभावित दुष्प्रभाव (Residual) के रूप में देखा जा रहा है। कोरोना से ठीक हुए लोगों ने हफ्तों या महीनों बाद अपने नाखूनों पर अलग तरह के चिन्ह को पहचानने का जिक्र किया है।

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​कैसे करें कोविड नेल्स की पहचान?

केस स्टडी के अनुसार, इसके लक्षण हफ्तों या महीनों बाद नेल्स पर नजर आ सकते हैं। यह न केवल हाथ के बल्कि पैर की उंगलियों पर भी दिख सकते हैं। हालांकि, इस दुष्प्रभाव का सबसे विशिष्ट लक्षण नेल्स पर 'खांचे बनना और खुरदरापन हो सकता है। आमतौर पर हमारे नाखून सफेद होते हैं कोविड नेल्स में वे खुरदरे से दिखने लगते हैं।

नीले रंग की रेखाएं लकीरें, खांचे या इंडेंटेशन के रूप में भी दिखाई दे सकती हैं और एक समय में एक से अधिक नेल प्लेट पर दिखाई दे सकती हैं। हालांकि, एक्सपर्ट्स ये भी कहना है कि जरूरी नहीं कि ये सिम्टम्स हर रोगी में नजर आएं।

​ब्यू लाइन्स के दूसरे फैक्टर्स

नेल्स पर ब्यू लाइन (Beau's lines) बनने के कोविड के अलावा और भी तमाम फैक्टर हो सकते हैं। नेल्स पर इस तरह के सिम्टम्स गंभीर बीमारी, वायरल संक्रमण, दवाओं का लंबे समय तक सेवन के अलावा कॉमरेडिटी जैसे अनकंट्रोल डायबिटीज और कुछ संवहनी रोग की वजह से भी दिख सकते हैं। चूंकि कोरोना भी एक ऐसी बीमारी है जिसे ठीक होने में अधिक समय लगता है लिहाजा ये भी नाखूनों के स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है।

​इसके लिए क्या आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए

'ब्यूज़ लाइन्स' अक्सर व्यवस्थित बीमारी या दवाओं के कारण होती हैं। नाखून के लक्षण का समाधान मुख्य रूप से कोरोना से ठीक होने पर निर्भर करता है। कुछ लोग यह भी कहते हैं कि इसमें चिंता करने की कोई बड़ी बात नहीं है, और यह केवल इस बात का संकेत हो सकता है कि शरीर इस खतरनाक संक्रमण से उबर चुका है और अब स्वस्थ रूप से ठीक (healthy recovery) हो रहा है।

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