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Dengue के बारे में जानकारी और सावधानी ही करेगी बचाव

पूरी दुनिया में 128 देशों में डेंगू फैला हुआ है, लेकिन आज तक कोई भी देश पूरी तरह से डेंगू मुक्त नहीं हो पाया है। लेकिन जरूरी जानकारी और बचाव से डेंगू बुखार से बचा जा सकता है।

नवभारत टाइम्स 18 Jul 2019, 1:38 pm
डेंगू के वायरस का सफाया लगभग नामुमकिन है। पूरी दुनिया में 128 देशों में डेंगू फैला हुआ है, लेकिन आज तक कोई भी देश पूरी तरह से डेंगू मुक्त नहीं हो पाया है। डेंगू फैलाने वाले एडीस मच्छर को पूरी तरह से खत्म करना संभव नहीं है। गर्म से गर्म माहौल में भी यह जिंदा रह सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि एडीज मच्छरों के अंडे 12 से 18 महीने तक गर्म और सूखे की स्थिति में भी जिंदा रह सकते हैं। यह आंखों से दिखते भी नहीं हैं। इसलिए इसे मार पाना आसान नहीं है। जैसे ही पानी मिलता है यह अंडा लार्वा में बदल जाता है और फिर अडल्ट मच्छर बन जाता है। इसके बाद लोग मच्छरों से बचाव ढूंढने लगते हैं। अभी इसके अंडे और लार्वा को खत्म करने का सबसे सही वक्त है। जितना कम्यूनिटी लेवल पर लोग इसमें भागीदार होंगे उतना ही इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
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गर्म से गर्म माहौल में भी महीनों जिंदा रह सकता है एडीज मच्छर
दिल्ली स्थित हिंदूराव अस्पताल के डॉक्टर डीके दास के अनुसार, एडीज मच्छर का अंडा गर्म से गर्म माहौल में भी महीनों जिंदा रह जाता है। जैसे ही बारिश होती है और पानी जमा होता है वहां पहले से मौजूद अंडा लार्वा बन जाता है। इसलिए अभी सही वक्त है कि इस अंडे को लार्वा न बनने दें। कहीं पर भी साफ पानी जमा न होने दें। अगर एडीज मच्छर के अंडे में पहले से डेंगू का वायरस होगा तो जन्म के साथ ही वह डेंगू संक्रमित होगा और जिसे काटेगा उससे डेंगू हो जाएगा। डॉक्टर दास ने कहा कि जब अंडा लार्वा बनता है तब वह आंखों से दिखने लगता है। इसलिए लार्वा की स्थिति में इसे खत्म करना काफी हद तक संभव है।


जरूरी जानकारी करेगी बचाव
उन्होंने कहा कि अभी सही समय है कि लोगों को इस बारे में समझाएं, उनकी भागीदारी बढ़ाएं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जागरुक हों और वो अपने-अपने घरों के आसपास पानी जमा न होनें दें। डेंगू के मच्छर अक्सर घरों में पैदा होते हैं। फ्रिज से जो पानी निकलता है, उसमें भी लार्वा बन जाता है। बोतल के छोटे से ढक्कन में पानी होने पर भी लार्वा बन सकता है। कूलर आदि में तो इसके सबसे ज्यादा पनपने का खतरा रहता है। इस बारे में गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर अतुल गोगिया का कहना है कि अभी तो स्थिति कंट्रोल में है, लेकिन यह बारिश एक प्रकार से खतरा है। पानी जमा होते ही डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। अभी हमें ज्यादा से ज्यादा बचाव पर ध्यान देने की जरूरत है, ताकि अभी से स्थिति कंट्रोल में रहे।


मच्छरों से बचाव
  • डेंगू के बचाव के लिए मच्छरों को पैदा होने से रोकें और खुद को काटने से भी बचाएं।
  • कहीं भी खुले में पानी जमा न होने दें। साफ पानी भी गंदे पानी जितना ही खतरनाक है।
  • पानी पूरी तरह ढककर रखें, कूलर, बाथरूम, किचन आदि में जहां पानी रुका रहता है वहां दिन में एक बार मिट्टी का तेल डाल दें।
  • विंडो एसी के बाहर वाले हिस्से के नीचे पानी टपकने से रोकने के लिए ट्रे लगी हुई है तो उसे रोज खाली करना न भूलें। उसमें भी ब्लीचिंग पाउडर डाल कर रख सकते हैं।
  • कूलर का इस्तेमाल बंद कर दें। अगर नहीं कर सकते तो उसका पानी रोज बदलें और उसमें ब्लीचिंग पाउडर या बोरिक एसिड जरूर डालें।
  • गमले चाहे घर के भीतर हों या बाहर, इनमें पानी जमा न होने दें। गमलों के नीचे रखी ट्रे भी खाली करना न भूलें।
  • छत पर टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें या उलटा करके रखें। पानी की टंकी को अच्छी तरह बंद करके रखें। पक्षियों को दाना-पानी देने के बर्तन को रोज पूरी तरह से खाली करके साफ करने के बाद पानी भरें।
  • घर के अंदर सभी जगहों में हफ्ते में एक बार मच्छरनाशक दवाई का छिड़काव जरूर करें। डाइनिंग टेबल में सजाने के लिए रखे फूलों या फूलों के बर्तन का पानी रोज बदलें।

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