TOI की एक रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु के राजराजेश्वरी नगर स्थित स्पर्श अस्पताल में डॉक्टरों ने एक सर्जरी के दौरान एक 65 वर्षीय महिला की आंख और नाक से कीड़े निकाले। इसे एक साल पहले म्यूकोर्मिकोसिस (ब्लैक फंगस) और कोविड-19 भी हुआ था। इन कीड़ों की वजह से उसके नाक में नेजल कैविटी हो गई थी जिस वजह से डॉक्टरों को उसकी नाक से डेड टिश्यू को निकालना पड़ा। चलिए जानते हैं पूरा मामला क्या है और यह किस बीमारी की वजह से उसे इस गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा।
नाक के भीतर कैसे पैदा हो गए कीड़े
डॉक्टरों का मानना है कि नाक के छिद्रों में नमी होती है और अगर कोई व्यक्ति नाक की साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देता है, तो दुर्गंध से आकर्षित होने वाली मक्खियां नाक के भीतर अंडे दे सकती हैं, जो बाद में कीड़ों में बदल जाते हैं।
दिमाग में पहुंच सकते हैं नाक के कीड़े
डॉक्टरों का मानना है कि यदि कीड़ों को नहीं हटाया जाता है, तो वे मस्तिष्क तक पहुंच सकते हैं और मस्तिष्क के ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आंख सीधे मस्तिष्क से जुड़ी होती है, और अगर आंख इसमें शामिल होती है तो इससे संक्रमण हो सकता है।
शरीर के इन हिस्सों में हो सकते हैं कीड़े
जर्नल ऑफ नेपाल मेडिकल एसोसिएशन के 2021 के शोध के अनुसार, इस तरह के कीड़े नाक, कान, ट्रेकियोस्टोमी घाव, चेहरे और मसूड़ों में भी हो सकते हैं। रिसर्च में यह भी पाया गया है कि रोगियों में विभिन्न प्रकार के जोखिम कारक और रोग भी उन्हें इस स्थिति के प्रति अधिक संवेदनशील बनाते हैं।
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC9107866/
मरीज में दिख रहे थे ये लक्षण
उसे तीन दिनों से नाक से खून बहने और उसकी बाईं आंख पर सूजन जैसा महसूस हो रहा था। जांच के बाद उसके नाक और आंख में कीड़ो का पता चला। इसकी वजह से उसकी एक आंख पूरी तरह से मर चुकी थी और उसके दर्द का कारण बन रही थी। हालांकि सभी कीड़ों का हटा दिया गया है और मरीज की हालत अब बेहतर है। पता चला ही कि रोगी का तीन महीने पहले कहीं और इलाज किया गया था। उसे पहले भी एक बार इसी तरह के लक्षणों की वजह से एक आंख में सूजन थी। इस वजह से उसकी आंख को काफी नुकसान हुआ था।
इस समस्या का नाम है Nasal myiasis
NCBI की एक रिपोर्ट के अनुसार, नेज़ल मायोसिस मक्खी के लार्वा द्वारा नाक के छिद्रों पर आक्रमण है। इससे प्रभावित हिस्से के ऊतक खराब हो सकते हैं, इतना है नहीं इससे कई घातक जटिलताएं हो सकती हैं।
किन लोगों को है इसका ज्यादा खतरा
वैज्ञानिकों का मानना है कि भारत जैसे उष्णकटिबंधीय देशों में यह समस्या आम है. गर्म और आर्द्र मौसम इसका बड़ा कारण है और यह समस्या वृद्ध लोगों, विशेषकर महिलाओं में अधिक देखी जा सकती है।नाक की साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देने वाले इसकी चपेट में जल्दी आते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।