वॉटर बॉटल का प्रयोग हम सब लोग करते हैं। ऑफिस हो या घर दिन में कई बार उसे खोलते बंद करते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि आपकी वॉटर बॉटल ही आपको बीमार बनाने के लिए काफी है। इसका मतलब यह कतई नहीं है कि अगर आप प्लास्टिक की बॉटल यूज नहीं करते हैं तो आप बीमार नहीं पड़ेंगे। बीमारी स्टेनलैस स्टील या फिर कांच की बॉटल से भी आप तक पहुंच सकती है।
इसलिए ध्यान रखें कि बॉटल किसी भी मटीरियल की हो, सबसे जरूरी है उसे साफ रखना और रोजाना सैनिटाइज करना।
ऐसा दरअसल इसलिए जरूरी है कि बॉटल में हमेशा ही नमी बनी रहती है जो कि बैक्टीरिया डिवेलव होने के लिए एकदम परफेक्ट माहौल है। इस प्रकार के बैक्टीरिया की वजह से आपको डायरिया और उल्टी दस्त भी हो सकते हैं। अगर आपकी बॉटल में ढक्कन या फिर स्ट्रॉ लगा है तो उसका भी रोजाना साफ होना जरूरी है। हो सके तो आप रोजाना अपनी बॉटल को बॉटल ब्रश या फिर साफ टूथब्रश से डेली साफ करें। वरना इसमें ई कोलाई जैसे खतरनाक बैक्टीरिया उत्पन्न हो सकते हैं। इसकी वजह से आपको गैस्ट्रोएंट्राइटिस और फूड पॉयज़निंग जैसी बीमारियां हो सकती हैं। बॉटल को गरम पानी से बर्तन धोने वाले साबुन से साफ करना जरूरी है।
आप चाहें तो साबुन को पानी में घोलकर बोलत के किनारों को ब्रश से रगड़कर साफ करें और उसके बाद पानी से अच्छी तरह से धो लें। गंदी बॉटल की वजह से आपको टॉन्सिल की समस्या भी बार-बार हो सकती है। बॉटल को धोने के बाद साफ नैपकिन या फिर सूखे साफ कपडे़ से जरूर पोछें ताकि बैक्टीरिया वापस बॉटल में न जा सकें। आप चाहें तो बॉटल को साफ करने के लिए सिरके का भी प्रयोग कर सकते हैं। इससे सभी प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया दूर हो जाते हैं।
इसलिए ध्यान रखें कि बॉटल किसी भी मटीरियल की हो, सबसे जरूरी है उसे साफ रखना और रोजाना सैनिटाइज करना।
ऐसा दरअसल इसलिए जरूरी है कि बॉटल में हमेशा ही नमी बनी रहती है जो कि बैक्टीरिया डिवेलव होने के लिए एकदम परफेक्ट माहौल है। इस प्रकार के बैक्टीरिया की वजह से आपको डायरिया और उल्टी दस्त भी हो सकते हैं। अगर आपकी बॉटल में ढक्कन या फिर स्ट्रॉ लगा है तो उसका भी रोजाना साफ होना जरूरी है। हो सके तो आप रोजाना अपनी बॉटल को बॉटल ब्रश या फिर साफ टूथब्रश से डेली साफ करें। वरना इसमें ई कोलाई जैसे खतरनाक बैक्टीरिया उत्पन्न हो सकते हैं। इसकी वजह से आपको गैस्ट्रोएंट्राइटिस और फूड पॉयज़निंग जैसी बीमारियां हो सकती हैं। बॉटल को गरम पानी से बर्तन धोने वाले साबुन से साफ करना जरूरी है।
आप चाहें तो साबुन को पानी में घोलकर बोलत के किनारों को ब्रश से रगड़कर साफ करें और उसके बाद पानी से अच्छी तरह से धो लें। गंदी बॉटल की वजह से आपको टॉन्सिल की समस्या भी बार-बार हो सकती है। बॉटल को धोने के बाद साफ नैपकिन या फिर सूखे साफ कपडे़ से जरूर पोछें ताकि बैक्टीरिया वापस बॉटल में न जा सकें। आप चाहें तो बॉटल को साफ करने के लिए सिरके का भी प्रयोग कर सकते हैं। इससे सभी प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया दूर हो जाते हैं।