ऐपशहर

क्यों होता है जॉन्डिस, जानें लक्षण और बचाव

बच्चों में पीलिया होने पर चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन अगर बड़े इस बीमारी की चपेट में आ जाएं तो परेशानी बढ़ जाती है। इसे ठीक होने में भी लंबा वक्त लग जाता है। यहां जानें इसके बारे में जरूरी बातें।

एजेंसियां 6 Jan 2020, 11:54 am
पीलिया में त्वचा पीली पड़ जाती है और आंखें सफेद होने लगती हैं। नवजात बच्चे अकसर पीलिया की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में बच्चों का खास ख्याल रखने की जरूरत है। अगर शरीर पीला पड़ रहा है तो ये पीलिया का लक्षण हो सकता है। पीलिया को जॉन्डिस भी कहा जाता है। हालांकि, बच्चों में पीलिया होने पर चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन अगर बड़े इस बीमारी की चपेट में आ जाएं तो परेशानी बढ़ जाती है। इसे ठीक होने में भी लंबा वक्त लग जाता है।
नवभारतटाइम्स.कॉम jaundice


क्यों होता है जॉन्डिस?
जब शरीर में रेड ब्लड सेल्स एक तय अंतराल, यानी 120 दिन में टूटते हैं तो बिलिरुबिन नाम का एक बाई-प्रॉडक्ट बनता है। ये पदार्थ पहले, लीवर में जाता है और फिर धीरे-धीरे मल-मूत्र के साथ शरीर से निकल जाता है। लेकिन, अगर किसी कारण से रेड ब्लड सेल्स 120 दिनों से पहले टूट जाते हैं तो लीवर में बिलिरुबिन की मात्रा बढ़ जाती है। इसी से पीलिया होता है।

पढ़ें: जानें, क्या होता है चमकी बुखार जिसने इतने बच्चों की जान ले ली

लक्षण
-स्किन का पीला पड़ना
-आंखों का सफेद होना
-पेशाब का रंग गहरा पीला होना
-मल का रंग सामान्य न होना
-बुखार
-पेट में दर्द
-बदन में खुजली
-वजन कम होना

अगर इनमें से कोई भी लक्षण परेशान करे तो तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें और जॉन्डिस का टेस्ट करवाएं।

पढ़ें: कॉलरा के इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज, जानें बचाव के तरीके

बचाव
-इससे बचने का सबसे अच्छा उपाय है- टीकाकरण।

-चूंकि पीलिया में लीवर पर असर पड़ता है, इसलिए ऐल्कॉहॉल का सेवन कम से कम मात्रा में करना चाहिए।

-खुले में रखे खाने खासतौर पर स्ट्रीट फूड और गंदे पानी के सेवन से जॉन्डिस का खतरा रहता है। इसलिए इनसे बचें।

-ताजा खाना खाएं और उबला हुआ पानी पिएं।

अगला लेख

Lifestyleकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग