ऐपशहर

पोस्ट डिलिवरी डिप्रेशन के इलाज में मददगार हो सकता है ऑक्सिटोसिन

लव हार्मोन ऑक्सिटोसिन को प्रसव के बाद होने वाले डिप्रेशन के साथ ही कई मेंटल डिसऑर्डर्स के इलाज में सहायक पाया गया है। डिप्रेशन की शिकार महिलाओं के बच्चों पर संज्ञानात्मक, भावनात्मक, व्यवहारिक और चिकित्सा समस्याओं का खतरा बना रहता है।

एएनआई 29 Jul 2019, 9:36 pm
सामाजिक और मातृत्व व्यवहार को प्रभावित करने वाले हार्मोन ऑक्सिटोसिन को प्रसव के बाद होने वाले डिप्रेशन के साथ ही कई मेंटल डिसऑर्डर्स के इलाज में सहायक पाया गया है। ऑक्सिटोसिन रिसेप्टर सेल्स ब्रेन एरिया में मौजूद होती हैं और माना जाता है कि यह मातृत्व व्यवहार को प्रभावित करता है। हालांकि इन सेल्स में ऑक्सिटोसिन रिसेप्टर्स तभी मौजूद होती हैं, जब ऐस्ट्रोजन भी मौजूद होते हैं। इसका मतलब है यह सेल्स मातृत्व व्यवहार को प्रेरित करने में शामिल हैं। इससे यह भी साबित होता है कि ऑक्सिटोसिन रिसेप्टर्स और प्रसव के बाद होने वाला डिप्रेशन के बीच संबंध है।
नवभारतटाइम्स.कॉम postpartum depression


एलएसयू डिपार्टमेंट ऑफ बायलॉजिकल साइंसेज के असोसिएट प्रफेसर और स्टडी लीड रिसर्चर रयोइची तेरुयामा ने बताया, 'कई शोधकर्ता महिला और पुरुष में ऑक्सिटोसिन प्रणाली के बीत के अंतर का पता लगाने का प्रयास किया, लेकिन अभी तक किसी को भी कोई निर्णायक सबूत नहीं मिला है। हमारी खोज एक बड़ा आश्चर्य है।’ यह स्टडी PLOS ONE' जर्नल में प्रकाशित किया गया है। प्रसव के बाद होने वाले डिप्रेशन के कारण महिलाओं के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। साथ ही बच्चे के विकास पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि डिप्रेशन की शिकार महिलाओं के बच्चों पर संज्ञानात्मक, भावनात्मक, व्यवहारिक और चिकित्सा समस्याओं का खतरा बना रहता है।

प्रसव के बाद होने वाले डिप्रेशन के परिणामों के देखते हुए कहा जा सकता है कि यह एक मेजर पब्लिक हेल्थ प्रॉब्लम है, जिसका मां और बच्चे दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। प्रसव के बाद लगभग 10 से 20 प्रतिशत महिलाओं को डिप्रेशन का अनुभव होता है। नई जानकारी के सामने आने के बाद, अब इसका नया इलाज और दवा ढूढने में मदद मिलेगी, जो ऑक्सिटोसिन रिसेप्टर सेल्स पर फोकस होगा। तेरुयामा ने कहा, 'मुझे लगता है कि हमारी खोज इंसानों और उन सभी स्तनधारियों के लिए हो सकती है जो बच्चों को जन्म देते हैं।'

अगला लेख

Lifestyleकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग