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Regular exercise से घटाएं डिप्रेशन का रिस्क

हाल ही हुई एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि सप्ताह में मात्र 4 घंटे की एक्सर्साइज करके भी लोग अगले दो साल तक डिप्रेशन या अवसाद जैसी बीमारी से खुद को बचा सकते हैं। यहां तक की यह बात उन लोगों पर भी लागू होती है, जिनमें डिप्रेशन के जेनेटिक लक्षण देखने को मिलते हैं।

एजेंसियां 6 Nov 2019, 5:56 pm
हममें से अधिकतर लोग यही मानते हैं कि बॉडी फिटनेस के लिए ही एक्सर्साइज की जाती है। साथ ही रोज एक्सर्साइज करके हम फिट और सेक्सी बॉडी पा सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। आपको जानकर हैरानी होगी कि रोज एक्सर्साइज करना हमें डिप्रेशन जैसी भयावह बीमारी से भी दूर रखता है, जो पूरी तरह से हमारी मानसिक और भावनात्मक सेहत से जुड़ी बीमारी है।
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हाल ही हुई एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि सप्ताह में मात्र 4 घंटे की एक्सर्साइज करके भी लोग अगले दो साल तक डिप्रेशन या अवसाद जैसी बीमारी से खुद को बचा सकते हैं। यहां तक की यह बात उन लोगों पर भी लागू होती है, जिनमें डिप्रेशन के जेनेटिक लक्षण देखने को मिलते हैं। यानी अगर किसी व्यक्ति में डिप्रेशन के जेनेटिक लक्षण हैं तो वह भी रेग्युलर बेसिस पर एक्सर्साइज करके खुद को डिप्रेशन से बचा सकता है।

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अवसाद से बचने का सबसे आसान तरीका


इस स्टडी की लीड ऑर्थर और मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल में मनोचिकित्सा में पोस्टडॉक्टरल फेलो कर्मेल चोई ने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि 'हमारी स्टडी के रिजल्ट में यह बात पूरी तरह साबित हुई है कि जब अवसाद की बात आती है तो जीन नियति नहीं होते हैं और शारीरिक रूप से सक्रिय होने से उन व्यक्तियों में भविष्य में अवसाद होने की संभावना कम होती है, जो नियमित रूप से शारीरिक श्रम और खासतौर पर एक्सर्साइज करते हैं।'

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