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सावधान! इन 4 सब्जियों में चिपके होते हैं दिखाई न देने वाले कीड़े, दीमक की तरह चाट जाएंगे आपका दिमाग और लीवर

Tapeworm Side Effects in Humans: सब्जियों के वैसे तो सेहत को अनगिनत फायदे होते हैं लेकिन कुछ सब्जियां सेहत के साथ नुकसान पहुंचाने का काम करती हैं।

Authored byउस्मान खान | नवभारतटाइम्स.कॉम 19 Jan 2023, 4:12 pm
सर्दियों के मौसम की खास बातों में एक यह है कि सब्जियों की खूब पैदावार होती है। इस मौसम में हरी मटर, गाजर, पालक, शिमला मिर्च, पत्तागोभी, फूलगोभी, मूली और अलग-अलग तरह की पत्तेदार सब्जियों की भरमार हो जाती है। इसमें कोई शक नहीं है कि सब्जियां खाने से स्वास्थ्य को अनगिनत फायदे होते हैं लेकिन गोभी और पालक जैसी कुछ सब्जियां हैं, जिनमें टेपवर्म (Tapeworms) यानी परजीवी कीड़े पाए जाते हैं, जो सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
नवभारतटाइम्स.कॉम tapeworms found in these 4 types of vegetables that can damage your brain liver and intestine
सावधान! इन 4 सब्जियों में चिपके होते हैं दिखाई न देने वाले कीड़े, दीमक की तरह चाट जाएंगे आपका दिमाग और लीवर


maine.gov की एक रिपोर्ट के अनुसार, गोभी के पत्तों में पाए जाने वाले टेपवर्म आपके दिमाग को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये कीड़े इतने छोटे होते हैं कि इन्हें देखा नहीं जा सकता। चिंता की बात यह है कि इन कीड़ों को पकाने या गर्म पानी में धोने से भी नष्ट नहीं किया जा सकता है। आपको जानकार हैरानी होगी कि सिर्फ गोभी ही नहीं बल्कि कई कई सब्जियों में इस तरह परजीवी कीड़े पाए जाते हैं। चलिए जानते हैं कि यह कीड़े किस तरह शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं और इनसे कैसे निपटा जा सकता है।

टेपवर्म से सेहत को क्या खतरा?

ऐसा माना जाता है कि परजीवी कीड़े दिमाग में घुस जाते हैं और सिस्टीसर्कोसिस (Cysticercosis) नामक बीमारी का कारण बनते हैं। यह एक संक्रमण है जो दिमाग को संक्रमित कर सकता है और सिरदर्द और दौरे का कारण बन सकता है।

लीवर डैमेज होने का भी खतरा

webmd की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह छोटे कीड़े इतने घातक होते हैं कि यह आपके लीवर और मांसपेशियों को भी प्रभावित कर सकते हैं, जिससे सूजन हो सकती है और मांसपेशियों में सिस्ट यानी गांठ बना सकते हैं। सिस्टीसर्कोसिस बीमारी की सबसे बुरी बात यह है कि आप अंदाजा नहीं लगा पाएंगे कि आपको बार-बार सिरदर्द और सूजन क्यों हो रही है।

आंतों को भी कर सकते हैं बर्बाद

मेयोक्लिनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कीड़े दिमाग और लीवर को तो नुकसान पहुंचाते ही हैं लेकिन सबसे डरावनी बात यह है कि यह परजीवी आंतों में पहुंचकर अपनी संख्या को बढ़ा सकते हैं, जीसे आंतों को गंभीर नुकसान हो सकता है। इससे आपको दस्त, वजन कम होना, पेट दर्द, गैस बनना आदि की समस्या हो सकती है।

सबसे घातक है Taeni solium कीड़ा

टेपवर्म का सबसे आम रूप पोर्क टेपवर्म है जिसे ताएनी सोलियम (Taeni solium) के नाम से जाना जाता है। एक अमेरिकी ऑफिसियल वेबसाइट maine.gov के अनुसार, यह गोभी, केल, फूलगोभी और ब्रोकोली जैसी सब्जियों में पाए जाते हैं। यह एक रिबन जैसा कीड़ा है, जो अंदर जाने के बाद खुद को आंतों की दीवारों से जोड़ लेता है और अंडे देता है और लार्वा बन जाता है।

अरबी के पत्ते

अरबी के पत्तों की सब्जी बनती है बहुत से लोग इन पत्तों को पकौड़े के रूप में खाना पसंद करते हैं। इस पत्तेदार सब्जी में कीड़े लगने की ज्यादा संभावना होती है। ऐसे में सलाह दी जाती है कि इन पत्तों को पहले गर्म पानी में धो लें और फिर इनका इस्तेमाल करें।

बैंगन

बैंगन की सब्जी भला किसे लोकप्रिय सब्जी है। ज्यादातर लोग बैंगन का भरता और पकौड़े खाना पसंद करते हैं। हालांकि इस सब्जी में भी परजीवी कीड़े पाए जा सकते हैं। ऐसा कहा जाता है कि बैंगन के बीजों में टेपवर्म के अंडे हो सकते हैं जो आसानी से आपके दिमाग तक पहुंच सकते हैं। बैंगन को हमेशा काट कर अच्छे से पकाने के बाद ही खाना चाहिए।

शिमला मिर्च

इसके गूदे के अंदर छोटे-छोटे बीज भी होते हैं जिन पर यह परजीवी अंडे छोड़ सकते हैं। विशेषज्ञों द्वारा यह सलाह दी जाती है कि शिमला मिर्च को हमेशा आधा काटें और बीज निकालने के बाद इसे बहते पानी में अच्छी तरह से धो लें। इसे अच्छी तरह पकाने के बाद ही खाएं।

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डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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लेखक के बारे में
उस्मान खान
"उस्मान खान नवभारत टाइम्स में बतौर कंटेंट राइटर कार्यरत हैं। डिजिटल मीडिया में 12 सालों से काम कर रहे हैं। समाचार और मनोरंजन से अपना करियर शुरू किया और और पिछले 7 साल से हेल्थ जर्नलिज्म से जुड़े हुए हैं। इन्हें हेल्थ और फिटनेस पर लिखना पसंद है। हेल्थ एंड फिटनेस के मामले में हमेशा नई चीजें सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं। डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, यूरिक एसिड, ओरल हेल्थ, कैंसर, थाइरोइड, किडनी डिजीज, हार्ट डिजीज, लीवर डिजीज, गैस्ट्रिक प्रॉब्लम्स और रियल वेट लॉस स्टोरीज जैसे डेली लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक्स पर लिखना ज्यादा पसंद है। हर मर्ज का इलाज दवा नहीं है और यही वजह है कि ये अपने घरेलू, प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपचारों पर आधारित लेखों के जरिये पीड़ितों का ध्यान इस ओर खींचने का प्रयास करते हैं। दवाओं के विकल्प के तौर पर लिखे गए इनके सभी लेख वैज्ञानिक शोधों, विशेषज्ञों और चिकित्सकों की राय पर आधारित होते हैं। अगर बात करें निजी जीवन की, तो इन्हें खाली समय में फिल्में देखना और पहाड़ों की सैर करना पसंद है। किसी को भी अपने आर्टिकल को पढ़ने पर मजबूर कर देना इनकी सबसे बड़ी ताकत है।"... और पढ़ें

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