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WHO On Millennials: मिलेनियल्स में तीन गुना बढ़ा कोरोना, बन सकते हैं संक्रमण की दूसरी लहर का कारण

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेताया है कि मिलेनियल्स के बीच जिस तरह से कोरोना संक्रमण पिछले 4 से 5 महीनों में फैला है अगर हालात ऐसे ही रहे तो ये युवा कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का कारण बन सकते हैं...

नवभारतटाइम्स.कॉम 11 Aug 2020, 1:01 pm
दिल्ली की बात करें तो कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही है। लेकिन अगर देश की बात करें तो एक दिन में 50 से 60 हजार के बीच नए संक्रमित मरीजों का सामने आना, सिहरन पैदा करनेवाली स्थिति है। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)ने आगाह करते हुए कहा है कि बीते कुछ महीनों में मिलेनियल्स के बीच संक्रमण काफी तेज गति से फैला है।
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विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि दुनियाभर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ध्यान देनेवाली बात यह है कि नए केसेज में ज्यादातर मामले मिलेनियल्स के हैं। यानी इस पिछले कुछ महीनों में कोरोना का संक्रमण सबसे अधिक 15 से 24 साल के युवाओं में फैला है। इस बारे में आंकड़े जारी करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि 24 फरवरी से लेकर 12 जुलाई के बीच कोरोना से संक्रमित होनेवाले मिलेनियल्स की संख्या करीब 3 गुना हो गई है।

युवाओं में तेजी से फैल रहा है कोरोना संक्रमण


डेटा की अगर बात करें तो विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि पहले जहां मिलेनियल्स के बीच इस संक्रमण का आंकड़ा 4.5 फीसदी था, वहीं अब यह बढ़कर 15 फीसदी तक हो गया है। अभी तक कम उम्र के युवाओं की संख्या में कमी का एक बड़ा कारण उनकी युवावस्था और मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी माना जा रहा था। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि इन युवाओं को कोरोना का संक्रमण होगा ही नहीं। या ये कोरोना की गिरफ्त में आते ही ठीक हो जाएंगे।

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युवा बरत रहे हैं लापरवाही
-इस संक्रमण को हल्के में ना लेने की सलाह देते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से कहा गया है कि युवा भीड़ के बहुत अधिक एक्सपोजर से बचें। क्योंकि युवाओं में कोरोना संक्रमण का उछाल दुनियाभर के देशों में लॉकडाउन में ढील और बाजार खुलने के बाद आया है।

मिलेनियल्स में कोरोना संक्रमण की बड़ी वजह


-साथ ही युवाओं द्वारा इस संक्रमण से बचने के लिए जरूरी नियमों का पालन ना करने की घटनाएं भी दुनियाभर में देखने को मिल रही हैं। इनमें युवाओं द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करना और मास्क पहनने में कोताही बरतना सबसे अधिक सामान्य समस्याएं हैं।

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युवा ला सकते हैं संक्रमण की दूसरी लहर
-विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से चेतावनी जारी करते हुए कहा गया है कि दुनियाभर में मिलेनियल्स के 60 लाख रिपोर्टेड केस पिछले 5 महीनों में देखने मिले हैं। अगर हालात यही बने रहे तो युवा कोरोना संक्रमण की सैकेंड वेव लाने की वजह बन सकते हैं। इसलिए सिर्फ अपने लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की भलाई के लिए दुनियाभर के युवाओं को कोरोना संक्रमण से बचने के सभी प्रयास करने चाहिए।

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