क्या आप पार्टनर के साथ अचनाक से रोमांटिक डिनर का प्लान बनाकर सेक्स करना पसंद करते हैं? या फिर आराम से पहले से बैठकर डेट्स के बारे में बात कर सारी चीजों को सही से प्लानिंग करने के बाद सेक्स करना पसंद करते हैं? जब बात दिल से जुड़े मामलों की या फिर कामेच्छा की हो तो ज्यादातर लोग बहुत ज्यादा ऑर्गनाइज होना पसंद नहीं करते और ना ही ये चीजें उन्हें अपील करती हैं। लेकिन हाल ही में हुई एक स्टडी पर अगर यकीन किया जाए तो प्लानिंग कर सेक्स करना एक ऐसी खूबी है जिसे भले ही ज्यादातर लोग सेक्सी न मानते हों लेकिन इससे आपकी सेक्स लाइफ बेहतर बनती है और रिश्ता भी लॉन्ग लास्टिंग होता है।
प्लानिंग से पैशन नहीं होता खत्म
अगर आपका पार्टनर समय का पाबंद है और उसे लास्ट मिनट तक हर चीज की प्लानिंग करना पसंद है तो जरूरी नहीं कि इस वजह से आपकी उत्तेजना और पैशन खत्म हो जाए। सेक्स से पहले प्लानिंग को सिर्फ इसलिए सेक्सी नहीं माना जाता क्योंकि लंबे समय से लोगों को यह बात बतायी जा रही है कि सेक्स का स्पॉन्टेनियस यानी सहज और स्वाभाविक होना जरूरी है।
सेक्स अचानक से होने वाली प्रतिक्रिया नहीं है
अगर आप सेक्स पर नजदीक से स्टडी करें तो आप समझ पाएंगे कि सेक्स अचानक से हो जाने वाली कोई प्रतिक्रिया नहीं है बल्कि आपके हॉर्मोन्स धीरे-धीरे किसी के प्रति आकर्षित होते हैं और फिर आपके अंदर उसके साथ सेक्स करने की इच्छा पनपती है। यह अचानक से होने वाली क्रिया नहीं है बल्कि पहले दिमाग में शुरू होती है और फिर शरीर में।
सेक्स लाइफ को संतुष्ट करने में अहम भूमिका
जर्नल ऑफ सेक्स रिसर्च की हालिया स्टडी के मुताबिक, हमारी सेक्शुअल प्रायॉरिटीज उतनी सिंपल नहीं होती जितनी वे दिखती हैं और इस स्टडी के मुताबिक सेक्स की प्लानिंग किसी भी तरह से मूड किलर का काम नहीं करता है बल्कि सेक्स लाइफ को संतुष्टी पहुंचाने में अहम रोल निभा सकता है।
जानकारी अधिक तो समस्याएं कम
इस स्टडी के लिए अनुसंधानकर्ताओं ने करीब 1 हजार कपल्स से उनकी सेक्स लाइफ के बारे में बात की। इस दौरान उनसे पूछा गया कि वे कौन सी चीजें हैं जिससे उन्हें उत्तेजना महसूस होती है, सेक्स के दौरान उन्हें शर्म आती है या नहीं, पार्टनर की और अपनी पर्सनैलिटी को कैसे रेट करेंगे आदि। स्टडी के नतीजे बताते हैं कि जिन लोगों में सेक्स को लेकर समझ और चेतना अधिक थी उनकी सेक्स लाइफ में समस्याएं सबसे कम थीं।
प्लानिंग से पैशन नहीं होता खत्म
अगर आपका पार्टनर समय का पाबंद है और उसे लास्ट मिनट तक हर चीज की प्लानिंग करना पसंद है तो जरूरी नहीं कि इस वजह से आपकी उत्तेजना और पैशन खत्म हो जाए। सेक्स से पहले प्लानिंग को सिर्फ इसलिए सेक्सी नहीं माना जाता क्योंकि लंबे समय से लोगों को यह बात बतायी जा रही है कि सेक्स का स्पॉन्टेनियस यानी सहज और स्वाभाविक होना जरूरी है।
अगर आप सेक्स पर नजदीक से स्टडी करें तो आप समझ पाएंगे कि सेक्स अचानक से हो जाने वाली कोई प्रतिक्रिया नहीं है बल्कि आपके हॉर्मोन्स धीरे-धीरे किसी के प्रति आकर्षित होते हैं और फिर आपके अंदर उसके साथ सेक्स करने की इच्छा पनपती है। यह अचानक से होने वाली क्रिया नहीं है बल्कि पहले दिमाग में शुरू होती है और फिर शरीर में।
सेक्स लाइफ को संतुष्ट करने में अहम भूमिका
जर्नल ऑफ सेक्स रिसर्च की हालिया स्टडी के मुताबिक, हमारी सेक्शुअल प्रायॉरिटीज उतनी सिंपल नहीं होती जितनी वे दिखती हैं और इस स्टडी के मुताबिक सेक्स की प्लानिंग किसी भी तरह से मूड किलर का काम नहीं करता है बल्कि सेक्स लाइफ को संतुष्टी पहुंचाने में अहम रोल निभा सकता है।
इस स्टडी के लिए अनुसंधानकर्ताओं ने करीब 1 हजार कपल्स से उनकी सेक्स लाइफ के बारे में बात की। इस दौरान उनसे पूछा गया कि वे कौन सी चीजें हैं जिससे उन्हें उत्तेजना महसूस होती है, सेक्स के दौरान उन्हें शर्म आती है या नहीं, पार्टनर की और अपनी पर्सनैलिटी को कैसे रेट करेंगे आदि। स्टडी के नतीजे बताते हैं कि जिन लोगों में सेक्स को लेकर समझ और चेतना अधिक थी उनकी सेक्स लाइफ में समस्याएं सबसे कम थीं।