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\Bनई दिल्ली : \Bतबलीगी जमात के मुखिया मौलाना मोहम्मद साद और निजामुद्दीन स्थित मरकज के हेडक्वॉर्टर को लेकर जांच एजेंसियां सख्त रवैया अपनाए हुए हैं। क्राइम ब्रांच, स्पेशल सेल, स्पेशल ब्रांच के अलावा कई केंद्रीय जांच एजेंसियां मरकज की पूरी जानकारी खंगाल रही हैं। संस्थान के रजिस्ट्रेशन से लेकर बैंक खातों, टैक्स रिटर्न, धार्मिक आयोजनों के लिए पुलिस या प्रशासन से ली गई इजाजत, मरकज के निर्माण का नक्शा और वहां नौकरी करने वाले कर्मचारी तक की तहकीकात की जा रही है। हालांकि मौलाना और उनके 6 साथी अभी तक क्राइम ब्रांच को नहीं मिले हैं। उन सभी को नोटिस भेजे गए हैं।
जांच में जुड़े अफसरों ने बताया कि तबलीगी जमात के रजिस्ट्रेशन की जानकारी मिलने पर रजिस्ट्रार ऑफिस से इसका लेखा-जोखा लिया जाएगा। हरेक रजिस्टर्ड संस्था को हर साल रजिस्ट्रार के यहां अपना सालाना ऑडिट जमा कराना होता है। अगर मरकज ने ऐसा नहीं किया होगा, तो उसका रजिस्ट्रेशन रद कराया जाएगा। 3 साल के इनकम टैक्स रिटर्न की भी जांच की जाएगी। बैंक खातों के एक साल के स्टेटमेंट को भी चेक किया जाएगा। इससे पता चल सकेगा कि मरकज के लिए फंडिंग कहां-कहां से होती है। इस पैसे का इस्तेमाल किस काम के लिए होता है। जांच के दौरान मरकज से जुड़े सभी पदाधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ की जाएगी। इनसे मरकज के भीतर की अंदरूनी बातें जानने की कोशिश की जाएगी।
\Bसभी आयोजनों का डेटा करना चाहती है हासिल\B
क्राइम ब्रांच 1 जनवरी 2019 से अबतक मरकज में हुए सभी आयोजनों का डेटा हासिल करना चाहती है। वह जानना चाहती है कि कितने लोग यहां आए और कहां से आए। मसकद क्या था और विदेश से आए लोग देश के किस-किस हिस्से में गए। इन आयोजनों के लिए पुलिस और प्रशासन से अनुमति ली गई या नहीं, इसकी भी जांच होगी। जांच एजेंसी इस बात की तहकीकात करना चाहती है कि मरकज का निर्माण कहीं अवैध तो नहीं है, इसलिए वह इसके साइट प्लान और नक्शे की भी जांच करेगी।
\B12 मार्च के बाद की मांगी जानकारी\B
क्राइम ब्रांच मरकज मैनेजमेंट से पूछे गए 26 सवालों के नोटिस में बिल्डिंग के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरों की जानकारी मांगी गई है। यह भी हिदायत दी है कि कैमरों की लोकेशन कतई ना बदली जाए। मरकज के भीतर 12 मार्च से लेकर 31 मार्च तक बने ऑडियो या विडियो फुटेज मुहैया कराने को भी कहा गया है। मरकज से 12 मार्च के बाद आए सभी देशी-विदेशी जमातियों की जानकारी मांगी है। इसके लिए अगर कोई रजिस्टर या रिकॉर्ड बनाया गया है तो उसे भी देने को कहा है। इस दौरान किसी की तबीयत खराब होने, इलाज के लिए अस्पताल भेजने, किसी के मरने या क्वरंटीन के लिए भेजने की जानकारी देने को भी कहा है। इसी तरह 12 मार्च के बाद मरकज के आयोजन को रोकने, लॉकडाउन होने के बाद मरकज की चल रही गतिविधियों को खत्म करने, यहां तैनात कर्मचारियों, वॉलिंटियर्स और पार्किंग अटेंडेंट की सूची भी मांगी है।