विशेष संवाददाता, तिमारपुर: तिमारपुर इलाके में गाजियाबाद के कारोबारी की कार से बदमाशों ने उनका बैग गायब कर दिया। बैग में 7.40 लाख रुपये कैश, एक महंगा लैपटॉप और डॉक्यूमेंट रखे हुए थे। रिंग रोड पर हुई इस घटना में बदमाशों ने पहले कार को पंक्चर किया। इसके बाद बोनट पर कुछ केमिकल डाला। इससे कार के बोनट से धुंआ उठने लगा। कारोबारी और उनका ड्राइवर तुरंत बाहर आए। दोनों कार का बोनट खोलकर चैक कर ही रहे थे, इसी दौरान पिछली सीट पर रखा कारोबारी का बैग बदमाश चुरा ले गए। पुलिस ने केस की तफ्तीश करते हुए घटना स्थल के आसपास लगे करीब 100 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान मदनगीर निवासी 24 वर्षीय पवन उर्फ चिट्टी और 19 वर्षीय सागर के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से सात लाख कैश, पीड़ित का लैपटॉप और वारदात में इस्तेमाल स्कूटी बरामद की है। पुलिस इनके दो अन्य फरार साथियों की तलाश कर रही है।
डीसीपी सागर सिंह कलसी के मुताबिक, मंगलवार को गाजियाबाद निवासी सौरभ गुप्ता अपनी कार से जा रहे थे। रिंग रोड होते हुए मजनू का टीला की ओर पहुंचे। सुबह करीब 11.40 बजे अचानक उनकी कार के पिछले टायर में पंक्चर हो गया। कुछ दूर जाकर एक पेट्रोल पंप पर कार रोक दी और पंक्चर लगवाने लगे। जैसे ही वह पंक्चर लगवाकर चले तो अचानक उनकी कार से धुंआ निकलने लगा। इन्होंने समझा कि कार में कुछ खराबी आ लगी है। घबराहट में कारोबारी सौरभ और ड्राइवर दोनों कार से बाहर निकले। कार के बोनट के नीचे की ओर कुछ केमिकल गिरा था। कुछ देर बाद दोनों वापस कार में आए तो उनकी सीट पर रखा बैग गायब था। बैग में लैपटॉप के अलावा कैश भी रखा था। पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो सीसीटीवी में संदिग्ध दिखाई दिए। सूचना के आधार पर पुलिस ने पवन और सागर को यमुना बाजार से पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वह कैश बांटने के लिए वहां आए थे। कुछ ही देर बाद उनके दो अन्य साथी रमेश और अविनाश भी आने वाले थे। पुलिस अब उन दोनों की तलाश कर रही है।
डीसीपी सागर सिंह कलसी के मुताबिक, मंगलवार को गाजियाबाद निवासी सौरभ गुप्ता अपनी कार से जा रहे थे। रिंग रोड होते हुए मजनू का टीला की ओर पहुंचे। सुबह करीब 11.40 बजे अचानक उनकी कार के पिछले टायर में पंक्चर हो गया। कुछ दूर जाकर एक पेट्रोल पंप पर कार रोक दी और पंक्चर लगवाने लगे। जैसे ही वह पंक्चर लगवाकर चले तो अचानक उनकी कार से धुंआ निकलने लगा। इन्होंने समझा कि कार में कुछ खराबी आ लगी है। घबराहट में कारोबारी सौरभ और ड्राइवर दोनों कार से बाहर निकले। कार के बोनट के नीचे की ओर कुछ केमिकल गिरा था। कुछ देर बाद दोनों वापस कार में आए तो उनकी सीट पर रखा बैग गायब था। बैग में लैपटॉप के अलावा कैश भी रखा था। पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो सीसीटीवी में संदिग्ध दिखाई दिए। सूचना के आधार पर पुलिस ने पवन और सागर को यमुना बाजार से पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वह कैश बांटने के लिए वहां आए थे। कुछ ही देर बाद उनके दो अन्य साथी रमेश और अविनाश भी आने वाले थे। पुलिस अब उन दोनों की तलाश कर रही है।