नई दिल्ली: 86 साल की बुजुर्ग महिला के फोन पर अनजान नंबर से मेसेज आया। लिखा था, अपने सिम का नो योर कस्टमर (KYC) जल्द अपडेट करा लो। वरना बंद हो जाएगा। मेसेज पढ़ने के बाद महिला घबरा गईं। थोड़ी देर में उसी नंबर से कॉल आया। एक लड़का कहने लगा कि रजिस्ट्रेशन के तौर पर सिर्फ 50 रुपये लगेंगे। महिला ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं की थी। इसका फायदा उठाते हुए कॉलर ने उनके खाते से 1 लाख 96 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए। पैसे निकलने के मेसेज आए तो ठगी का पता चला। पीड़िता ने नैशनल साइबर क्राइम्स रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर कंप्लेंट की।
पीड़िता ईस्ट दिल्ली के प्रीत विहार इलाके में रहती हैं। वह नैशनल म्यूजियम की रिटायर्ड अफसर हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि 4 मार्च को उनके फोन पर मेसेज आया कि आपका सिम बंद होने वाला है। थोड़ी देर में एक लड़के ने कॉल कर बताया कि मैडम आप अपनी सिम का केवाईसी करा लीजिए। उन्होंने पूछा कि इसके लिए उन्हें क्या करना होगा। लड़का कहने लगा कि आपको इसके लिए 50 रुपये की फीस देनी होगी। महिला ने कभी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं की थी। वन टाइम पासवर्ड (OTP) की अहमियत से भी वह अनजान थीं। कॉलर ने इसका फायदा उठा लिया।
पीड़िता ने बताया कि कॉलर ने उनके डेबिट कार्ड की पूरी डिटेल उनसे ले ली। फोन पर आए तीन ओटीपी भी उनसे पूछ लिए। इसके बाद महिला ने देखा तो उनके फोन पर बैंक अकाउंट से ट्रांजेक्शन के मेसेज आए हुए थे। चेक करने पर पता चला कि 50 हजार, 49 हजार और 97 हजार उनके खाते से निकल चुके थे। इससे उन्हें एहसास हो गया कि उनके साथ ठगी हुई है। लिहाजा उन्होंने इस मामले की कंप्लेंट एनसीआरपी पर की। ईस्ट जिले के साइबर पुलिस स्टेशन को यह शिकायत ट्रांसफर की गई। इस थाने के पुलिस अफसर ने मंगलवार को महिला के घर जाकर बयान लिया। इसके बाद ठगी का केस दर्ज कर लिया।
पीड़िता ईस्ट दिल्ली के प्रीत विहार इलाके में रहती हैं। वह नैशनल म्यूजियम की रिटायर्ड अफसर हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि 4 मार्च को उनके फोन पर मेसेज आया कि आपका सिम बंद होने वाला है। थोड़ी देर में एक लड़के ने कॉल कर बताया कि मैडम आप अपनी सिम का केवाईसी करा लीजिए। उन्होंने पूछा कि इसके लिए उन्हें क्या करना होगा। लड़का कहने लगा कि आपको इसके लिए 50 रुपये की फीस देनी होगी। महिला ने कभी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं की थी। वन टाइम पासवर्ड (OTP) की अहमियत से भी वह अनजान थीं। कॉलर ने इसका फायदा उठा लिया।
पीड़िता ने बताया कि कॉलर ने उनके डेबिट कार्ड की पूरी डिटेल उनसे ले ली। फोन पर आए तीन ओटीपी भी उनसे पूछ लिए। इसके बाद महिला ने देखा तो उनके फोन पर बैंक अकाउंट से ट्रांजेक्शन के मेसेज आए हुए थे। चेक करने पर पता चला कि 50 हजार, 49 हजार और 97 हजार उनके खाते से निकल चुके थे। इससे उन्हें एहसास हो गया कि उनके साथ ठगी हुई है। लिहाजा उन्होंने इस मामले की कंप्लेंट एनसीआरपी पर की। ईस्ट जिले के साइबर पुलिस स्टेशन को यह शिकायत ट्रांसफर की गई। इस थाने के पुलिस अफसर ने मंगलवार को महिला के घर जाकर बयान लिया। इसके बाद ठगी का केस दर्ज कर लिया।