नई दिल्ली
देशभर में एक शख्स 300 खाते खोल लेता है। इसके बाद उन खातों को जामताड़ा के साइबर बदमाशों को किराये पर देकर गैरकानूनी रूप से कमाई करने लगता। दिल्ली पुलिस ने यूपी के हरदोई में रहने वाले इस शख्स को गिरफ्तार किया गया है। जामताड़ा के बदमाश इन खातों का प्रयोग साइबर ठगी के शिकार लोगों के पैसे को प्राप्त करने के लिए करते थे। 300 खाते कैसे खोल लिए, जांच में जुटी पुलिस
दिल्ली पुलिस अब इस बात की जांच में जुट गई है कि इस युवक ने देश भर में इतने खाते कैसे खोले। डीसीपी (दक्षिण पश्चिम) गौरव शर्मा के मुताबिक, आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के हरदोई निवासी राम प्रवेश के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि बदमाशों की तरफ से कमीशन के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले प्रत्येक खाते के लिए राम प्रवेश को प्रति माह 5,000 रुपये मिलते थे।
धोखधड़ी की शिकायत के बाद शुरू हुई थी जांच
साइबर धोखाधड़ी की शिकायत की जांच शुरू करने के बाद पुलिस ने संदिग्ध का पीछा करना शुरू कर दिया। एक महिला के साथ 98,000 रुपये की ठगी हुई थी। इसके बाद महिला ने पुलिस को शिकायत दी। महिला ने अपनी शिकायत में कहा फोनपे ऐप पर उसका एक पेमेंट प्रोसेस नहीं हो रहा था, इसलिए उसने खोज की Google पर इसका कस्टमर केयर का कॉन्टेक्ट नंबर खोजा। उसने एक फोन नंबर मिला और उसने उस नंबर पर कॉल की। रिसीवर ने खुद को कंपनी के एक कर्मचारी बताया और उसे ओटीपी बताकर अपनी पहचान वेरिफाई करने के लिए कहा। जैसे ही महिला ने ओटीपी डाला तो उसके खाते से पैसे कट गए।
टेक्निकल सर्विलांस से आरोपी पर शिकंजापुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर इस्पेक्टर योगेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। पुलिस ने हरदोई में छापा मारा लेकिन आरोपी वहां से फरार हो गया था। स्थानीय स्तर पर मिली सूचना और उसके होमटाउन में छापेमारी के टेक्निकल सर्विलांस की गई। आखिरकार आरोपी को पकड़ लिया गया। उसके पास से 25,000 रुपये बरामद किए गए। डीसीपी ने बताया कि आरोपी ने कई नामों का खुलासा किया है जो इस पैन इंडिया रैकेट में शामिल हैं। इससे ऑनलाइन धोखाधड़ी के कई अन्य मामलों सुलझने की उम्मीद है।
देशभर में एक शख्स 300 खाते खोल लेता है। इसके बाद उन खातों को जामताड़ा के साइबर बदमाशों को किराये पर देकर गैरकानूनी रूप से कमाई करने लगता। दिल्ली पुलिस ने यूपी के हरदोई में रहने वाले इस शख्स को गिरफ्तार किया गया है। जामताड़ा के बदमाश इन खातों का प्रयोग साइबर ठगी के शिकार लोगों के पैसे को प्राप्त करने के लिए करते थे।
दिल्ली पुलिस अब इस बात की जांच में जुट गई है कि इस युवक ने देश भर में इतने खाते कैसे खोले। डीसीपी (दक्षिण पश्चिम) गौरव शर्मा के मुताबिक, आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के हरदोई निवासी राम प्रवेश के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि बदमाशों की तरफ से कमीशन के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले प्रत्येक खाते के लिए राम प्रवेश को प्रति माह 5,000 रुपये मिलते थे।
धोखधड़ी की शिकायत के बाद शुरू हुई थी जांच
साइबर धोखाधड़ी की शिकायत की जांच शुरू करने के बाद पुलिस ने संदिग्ध का पीछा करना शुरू कर दिया। एक महिला के साथ 98,000 रुपये की ठगी हुई थी। इसके बाद महिला ने पुलिस को शिकायत दी। महिला ने अपनी शिकायत में कहा फोनपे ऐप पर उसका एक पेमेंट प्रोसेस नहीं हो रहा था, इसलिए उसने खोज की Google पर इसका कस्टमर केयर का कॉन्टेक्ट नंबर खोजा। उसने एक फोन नंबर मिला और उसने उस नंबर पर कॉल की। रिसीवर ने खुद को कंपनी के एक कर्मचारी बताया और उसे ओटीपी बताकर अपनी पहचान वेरिफाई करने के लिए कहा। जैसे ही महिला ने ओटीपी डाला तो उसके खाते से पैसे कट गए।
टेक्निकल सर्विलांस से आरोपी पर शिकंजापुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर इस्पेक्टर योगेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। पुलिस ने हरदोई में छापा मारा लेकिन आरोपी वहां से फरार हो गया था। स्थानीय स्तर पर मिली सूचना और उसके होमटाउन में छापेमारी के टेक्निकल सर्विलांस की गई। आखिरकार आरोपी को पकड़ लिया गया। उसके पास से 25,000 रुपये बरामद किए गए। डीसीपी ने बताया कि आरोपी ने कई नामों का खुलासा किया है जो इस पैन इंडिया रैकेट में शामिल हैं। इससे ऑनलाइन धोखाधड़ी के कई अन्य मामलों सुलझने की उम्मीद है।