नई दिल्ली : 9 अगस्त की रात मंगोलपुरी में घर के अंदर हुई 60 साल के सुरेश नाम के शख्स की हत्या में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान पंकज कुमार साहनी के रूप में हुई है। यह मूल रूप से समस्तीपुर, बिहार का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी के पास से हत्या में इस्तेमाल हथौडी, मृतक का मोबाइल फोन, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पैन कार्ड और 3,500 रुपये बरामद किए हैं। डीसीपी समीर शर्मा के मुताबिक, 10 अगस्त मंगोलपुरी पुलिस को सुबह 6:41 बजे हत्या के बाबत एक कॉल मिली। सुरेश नाम के शख्स का शव मिला। असहाय समझ घर पर लाया था बुजुर्ग
मौके पर सुरेश का बेटा जगदीश मिला। उसने बताया कि वह मकान नंबर ई-799, मंगोलपुरी स्थित अपने घर के ग्राउंउ फ्लोर पर अपने पिता सुरेश के साथ रहता है और घर की पहली मंजिल और दूसरी मंजिल को किराए पर दे रखा है। जगदीश ने बताया, 4 दिन पहले उसके पिता पंकज नाम के एक युवक को घर लाए और बताया कि वह असहाय है। पंकज को घर में किराए पर रहने दिया। 9 अगस्त को पंकज बाहर गया और शाम को नशे की हालत में वापस आया। उनके पिता सुरेश ने डांट दिया। पंकज के बीच हाथापाई भी हुई।
नशे की हालत वारदात को दिया अंजाम
लेकिन बाद में मामला शांत हुआ और पंकज ने सुरेश और जगदीश से माफी मांगी। मगर देर रात रात को सोते समय नशे की हालत में आरोपी ने हत्या कर दी। 10 अगस्त की सुबह आरोपी ने मोबाइल से जगदीश को फोन कर हसते हुए हत्या की बात बताई। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी लगातार लोकेशन चेंज कर रहा था। करीब 250 किलोमीटर लुका छुपी चलने के बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया। उसने कबूल किया कि उसने हत्या से पहले सुरेश के साथ रात में शराब पी और कुछ देर बाद सुरेश सो गया।
हत्या के बाद सेल्फी ली, शव के साथ वीडियो भी बनाया
फिर बदला लेने के लिए आरोपी ने घर से हथौड़ी निकालकर सुरेश के सिर पर वार किया। आरोपी ने यह भी खुलासा किया कि सुरेश की हत्या करने के बाद उसने सेल्फी भी ली और अपने फोन से उसके मृत शरीर का वीडियो भी बनाया। इसके बाद उसने सुरेश के शव की तलाशी ली और उसका मोबाइल, दस्तावेज और कैश निकाल कर फरार हो गया। फिर उसने उसी फोन से जगदीश को भी फोन किया।
नशे की वजह से पत्नी छोड़कर जा चुकी है
उसने खुलासा किया कि वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए एक जगह से दूसरी जगह घूमता रहा। पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि उसकी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई है। वह शराब पीने का आदी है। कुछ दिन पहले वह काम की तलाश में मंगोलपुरी आया और सुरेश से मिला जिसने उसे अपने घर में रखा और उसे काम भी दिलवाया।
मौके पर सुरेश का बेटा जगदीश मिला। उसने बताया कि वह मकान नंबर ई-799, मंगोलपुरी स्थित अपने घर के ग्राउंउ फ्लोर पर अपने पिता सुरेश के साथ रहता है और घर की पहली मंजिल और दूसरी मंजिल को किराए पर दे रखा है। जगदीश ने बताया, 4 दिन पहले उसके पिता पंकज नाम के एक युवक को घर लाए और बताया कि वह असहाय है। पंकज को घर में किराए पर रहने दिया। 9 अगस्त को पंकज बाहर गया और शाम को नशे की हालत में वापस आया। उनके पिता सुरेश ने डांट दिया। पंकज के बीच हाथापाई भी हुई।
नशे की हालत वारदात को दिया अंजाम
लेकिन बाद में मामला शांत हुआ और पंकज ने सुरेश और जगदीश से माफी मांगी। मगर देर रात रात को सोते समय नशे की हालत में आरोपी ने हत्या कर दी। 10 अगस्त की सुबह आरोपी ने मोबाइल से जगदीश को फोन कर हसते हुए हत्या की बात बताई। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी लगातार लोकेशन चेंज कर रहा था। करीब 250 किलोमीटर लुका छुपी चलने के बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया। उसने कबूल किया कि उसने हत्या से पहले सुरेश के साथ रात में शराब पी और कुछ देर बाद सुरेश सो गया।
हत्या के बाद सेल्फी ली, शव के साथ वीडियो भी बनाया
फिर बदला लेने के लिए आरोपी ने घर से हथौड़ी निकालकर सुरेश के सिर पर वार किया। आरोपी ने यह भी खुलासा किया कि सुरेश की हत्या करने के बाद उसने सेल्फी भी ली और अपने फोन से उसके मृत शरीर का वीडियो भी बनाया। इसके बाद उसने सुरेश के शव की तलाशी ली और उसका मोबाइल, दस्तावेज और कैश निकाल कर फरार हो गया। फिर उसने उसी फोन से जगदीश को भी फोन किया।
नशे की वजह से पत्नी छोड़कर जा चुकी है
उसने खुलासा किया कि वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए एक जगह से दूसरी जगह घूमता रहा। पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि उसकी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई है। वह शराब पीने का आदी है। कुछ दिन पहले वह काम की तलाश में मंगोलपुरी आया और सुरेश से मिला जिसने उसे अपने घर में रखा और उसे काम भी दिलवाया।