नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली-एनसीआर से चुराई गई 20 लग्जरी कारें रिकवर की हैं। असल में पुलिस के हाथ चोरी की गाड़ियों के दो खरीददार लगे हैं, जिनसे 20 कारें रिकवर हुई हैं। अब पुलिस को गाड़ियां चुराने वालों की तलाश है, जिनके बारे में काफी सुराग मिले हैं। उनकी तलाश में दबिश जारी है।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी मधुर वर्मा ने बताया कि आरोपियों से 2 फॉरच्यूनर, 5 इनोवा, 3 वर्ना, 1 डस्टर समेत 20 लग्जरी कारें रिकवर हो चुकी हैं। आरोपी सेकंड हैंड कारों की डीलिंग की आड़ में चोरी की कारें खरीद-बेच रहे थे। गाड़ियों के फर्जी कागज भी तैयार करवाए जाते थे। ये बड़ा गिरोह है, जिनकी छानबीन जारी है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में अन्य आरोपियों की पहचान हुई है, उनकी तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।
दोनों आरोपियों को मुखबिर की सूचना पर एसीपी संजय सहरावत की टीम ने अरेस्ट किया। पहचान पंजाब के अमृतसर में रहने वाले सुखदेव (34) और तरनतारन निवासी मनिंदर (23) के तौर पर हुई। दोनों रिश्तेदार हैं। सुखदेव प्रॉपर्टी डीलिंग और सेकंड हैंड गाड़ियों की खरीद-फरोख्त का धंधा करता है। उसके पास पंजाब में 20 एकड़ से ज्यादा जमीन है। मनिंदर पिछले कुछ महीनों से उसके साथ काम कर रहे थे। सुखदेव साल 2014 में रंजीत उर्फ बाबा के संपर्क में आया था, जो चोरी की गाड़ियों पर कंडम गाड़ियों के नंबर और दस्तावेज लगाने के लिए कुख्यात है।
दोनों आरोपियों से पूछताछ में मुरादाबाद (यूपी) के कमल उर्फ मामा और काके का नाम भी सामने आया है। आरोप है कि दोनों कमल उर्फ मामा से चोरी की कारें खरीदते थे। काके स्कैप डीलर है, जो इंश्योरेंस कंपनियों से दुर्घटनाग्रस्त कंडम गाड़ियां खरीदता है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली-एनसीआर से चुराई गई 20 लग्जरी कारें रिकवर की हैं। असल में पुलिस के हाथ चोरी की गाड़ियों के दो खरीददार लगे हैं, जिनसे 20 कारें रिकवर हुई हैं। अब पुलिस को गाड़ियां चुराने वालों की तलाश है, जिनके बारे में काफी सुराग मिले हैं। उनकी तलाश में दबिश जारी है।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी मधुर वर्मा ने बताया कि आरोपियों से 2 फॉरच्यूनर, 5 इनोवा, 3 वर्ना, 1 डस्टर समेत 20 लग्जरी कारें रिकवर हो चुकी हैं। आरोपी सेकंड हैंड कारों की डीलिंग की आड़ में चोरी की कारें खरीद-बेच रहे थे। गाड़ियों के फर्जी कागज भी तैयार करवाए जाते थे। ये बड़ा गिरोह है, जिनकी छानबीन जारी है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में अन्य आरोपियों की पहचान हुई है, उनकी तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।
दोनों आरोपियों को मुखबिर की सूचना पर एसीपी संजय सहरावत की टीम ने अरेस्ट किया। पहचान पंजाब के अमृतसर में रहने वाले सुखदेव (34) और तरनतारन निवासी मनिंदर (23) के तौर पर हुई। दोनों रिश्तेदार हैं। सुखदेव प्रॉपर्टी डीलिंग और सेकंड हैंड गाड़ियों की खरीद-फरोख्त का धंधा करता है। उसके पास पंजाब में 20 एकड़ से ज्यादा जमीन है। मनिंदर पिछले कुछ महीनों से उसके साथ काम कर रहे थे। सुखदेव साल 2014 में रंजीत उर्फ बाबा के संपर्क में आया था, जो चोरी की गाड़ियों पर कंडम गाड़ियों के नंबर और दस्तावेज लगाने के लिए कुख्यात है।
दोनों आरोपियों से पूछताछ में मुरादाबाद (यूपी) के कमल उर्फ मामा और काके का नाम भी सामने आया है। आरोप है कि दोनों कमल उर्फ मामा से चोरी की कारें खरीदते थे। काके स्कैप डीलर है, जो इंश्योरेंस कंपनियों से दुर्घटनाग्रस्त कंडम गाड़ियां खरीदता है।